TWO AWESOME HOURS by Josh Davis.

Readreviewtalk.com

यह किसके लिए है?

• कोई भी जो अपने काम को लेकर परेशान है।

कोई भी जो एक अच्छा साइकोलॉजिकल और चावोलॉजिकल तरीका इबकर अपने आप को बटलता चाहता है।

• फ्रीलासर्स जो अपने समय का अच्छे से इस्तेमाल करना चाहते हैं।

लेखक के बारे में

जोश ड्रैविस न्यूरो लीडरशिप इस्टोचूट में रिसर्च के प्रमुख प्रोफेसर और डायरेक्टर है। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय से गोविज्ञान को डॉबटरट की डिग्री प्राप्त की, और कॉग्रेिशन और रेगुलेशन ऑफ मोशन जैसे रिसर्च क्षेत्र में बहुत काम किया है।

यह किताब आप को क्यूँ पढ़नी चाहिए

कभी-कभी आप पूरे दिन बिजी रहते हैं लेकिन आप कुछ भी दंग का काम नहीं कर पाते हैं। आपको लगता है की आपका सारा समय ईमेल्स चेक करने, मीटिंग्स में, कुलीग के साथ बात करने में, और बाकी छोटे मोटे काम करने में जाता है। तो आप इन कामों को करने से कैसे बच सकते हैं?

इन अध्यायों में 5 स्ट्रेटेजीज हैं जो आपको आपका टाइम और दिमाग कहीं और बर्बाद करने से रोकेंगे। ये आपके लिए कुछ नियम बना देंगी. और आपको अपना काम सही तरीके से करने में मदद करेगी। इसकी मदद से आप दिन में कम से काम 2 घंटे हाइली प्रोडक्टिव रह सकते हैं।

इसके अलावा आप सीखेंगे

  • अचानक रुकावट होने पर भी अच्छे से काम कैसे करें,
  • अपने मन को कुछ देर के लिए भटकने देना आपके काम के लिए अच्छा कैसे हो सकता है और

ज्यादा खाने से आप बेहतर काम कैसे कर सकते हैं।

बहुत इफेक्टिव बनने के लिए आपको अच्छे फैसले लेने होंगे ।

आप रोज बहुत से ऐसे काम करते है जो आपकी आदत में है। सोचिये आप कितनी बार अपने बिस्तर से उठे हैं, कपड़े पहने है, अपने ईमेल चेक किट है, और कितनी बार मौटिंग्स में गए है।

ये सारे काम हम ऑटोमेटिक ही करते है क्योकि ये हमारे डेली रुटीन का हिस्सा है। हम शायद ही इनमे से कोई चीज़ करने से पहले सोचते हैं कि हम ये काम क्यों कर रहे है। ऐसा हो सकता है की आपका डेली रूटीन आपका बहुत सारा समय और एनेर्जी वेस्ट कर देता है और आपको पता भी नहीं चलता है।

विवेक का एजाम्पल ले, क्योकि वह एक कंसलटेंट है, तो मेथली एनालिसिस रिपोर्ट लिखना उसके लिए बहुत जरूरी काम था। लेकिन वो इसे करने के बजाय, लोगो के दर्जनी ईमेल का जवाब देता रहा। इमेल्स को चेक करना उसके डेली रुटीन का हिस्सा है, और विवेक हमेशा अपने इस काम को प्रायोरिटी देता है जबकि उसका जरुरी काम कुछ और है।

हम भी विवेक की तरह डेली रूटीन को प्रायोरिटी देते है और अपना काम अटका देते है। इसे कैसे बदला जा सकता है? एक सही डिसीज़न लेकर।

आपको एक डिसीज़न तब लेना पड़ता है जब आपका कोई काम पूरा हो जाता है या रुक जाता है, ऐसे वक्त आपको चुनना होता है कि आप मागे क्या करेंगे।

आइए एक एजञाम्पल से समझाते है, आपका एक कुलीग आपके डेस्क पर आता है और आपको लंच पर चलने के लिए कहता है। अब आप का रिपोर्ट ड्राफ्टिंग का काम बीच में रुक गया। यहाँ पर आपको एक डिसीज़न लेना है कि या तो आप उसे मना कर दें और अपना काम पूरा करें या फिर अपने काम से ड्रेक लेकर उसके साथ लंच पर जाए।

अगर आप सोच समझ कर डिसीज़न लेंगे तो ये आपके काम के लिया अच्छा रहेगा। अगर आप काम करते वक्त ऐसे छोटे गोटे डिसीज़त लेते रहेंगे और अपना काम करते रहेंगे तो आप अपना काम समय पर और बहुत अच्छे से कर पाएगे।

अपने दिमाग को काबू करने से आप किसी भी काम को अच्छी तरह से कर सकते है।

ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि कोई एक बार में एक ही काम कर रहा हो। हम अपनी सारी ज़िम्मेदारियों को पूरा करने के लिए, एक बार में बहुत सारे काम करते हैं। क्या आपको अपने ईमेल चेक करना चाहिए? या मीटिंग की तैयारी करनी चाहिए एक अच्छा डिसीज़न लेना जरुरी है।

दुर्भाग्य से, बहुत सारे काम एक साथ करने से हमारा दिमाग थक जाता है, और हमारी सोचने कि शक्ति ख़ला हो जाती है। ये तब होता है जब आपके दिमाग का एक्सेक्यूटिव फंक्शन बहुत ज्यादा काम करता है, ये फंक्शन चीजें मैनेज, रेगुलेट, और कंट्रोल करने में मदद करती है।

यदि आप मीटिंग की तैयारी करते समय ईमेल अलर्ट स्विच ऑफ कर देते हैं, तो आप बेफिक्र होकर अपनी मीटिंग पर ध्यान दे सकते हैं।

कोई डिसीजन लेना जो आपके रूटीन का हिस्सा है या जरूरी नहीं है, आपके दिमाग की एन्जी को खत्म करती है। नेटवर्किंग, एक साथ कई काम करना, प्रोजेक्ट प्लानिंग, और शेड्यूलिंग ये सब वो काम है जो आपके दिमाग को थका देते हैं।

जाहिर है, हम सारे कामों को टाल नहीं सकते जो हमारे दिमाग को थकाते हैं, लेकिन अगर आपको पता है कि कौन सा काम आपको थका सकता है तो आप उससे अच्छी तरह निपट सकते हैं और भाप उस काम पर ज्यादा ध्यान देंगे जो मापके लिए ज्यादा जरुरी होगा।

उन कामों को पहचाने जो आपको ज्यादा थकाते हैं, और इससे पहले कि आप उस काम में लगे, उससे अच्छे से समझा लें। अगर, रिपोर्ट बनाना आपके लिए दिन का सबसे

जरुरी काम है तो आप दिन कि शुरुआत इमेल्स चेक करने से नहीं कर सकते हैं जो आपका डेली रूटीन है। बेहतर होगा अगर आप रिपोर्ट बनाने में लग जाए।

अगर आप इफेक्टिव बनना चाहते है तो भटकने से डरना बंद कीजिये।

हम सभी जल्द से जल्द काम पूरा करने कि कोशिश में फ्रस्ट्रेट होते हैं, खासकर तब जब हमें बहुत सारे कॉल्स और भैसेज़ आते हैं। ऐसे में अपने काम पर फोकस करना मुश्किल हो जाता है, लेकिन इसका एक फायदा भी है।

क्या आप जानते हैं कि हमारा दिमाग भटकने के लिए बनाया गया है? क्या आपको लगता है कि हमारे पूर्वज बच पाते अगर वो अपने खाने पर ध्यान देते और उनके आस पास के जंगली जानवरों पर नहीं बिलकुल नहीं। जब हमारे आसपास कुछ बदलाव होता है, तो हमारा दिमाग भटक जाता है। ध्यान भटकना पुरी तरह से नार्मल है। इसे ध्यान में रखते हुए, हम हमें ध्यान भटकने से ज्यादा अपने काम पर ध्यान भटकने के बुरे परिणामों के बारे में सोचना चाहिए।

आपके ऑफिस में कुछ खास तरह के डिस्टेक्शंस हो सकते है जैसे कंप्यूटर और स्मार्टफोन्सा भले ही हम कंप्यूटर और स्मार्टफोन्स की हमेशा तारीफ़ करते हों हमारे काम को आसान बनाने के लिए, लेकिन वो हमें फोकस करने से और हमें काम करने से भी रोकते हैं। इसीलिए, अगर आप अपने फ़ोन को स्विच ऑफ कर दें या साइलेंट मोड पर डाल दें तो ये एक अच्छी शुरुआत हो सकती है।

लेकिन ऐसे डिस्ट्रक्शन का क्या जो अनप्रेडिक्टेबल हो, जैसे एक एम्बुलेंस आपके गली से गुज़र रही हो? ये सारे डिस्ट्रैक्शंस गलत नहीं है, कभी कभी हमें अपने दिमाग को भटकने देना चाहिए क्योंकि इससे फोकस करने में मदद मिलती है।

ये किसी पैराडॉक्स कि तरह लगता है, हे ना? लेकिन इसमें सच्चाई है। 2012 में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के रिसर्च से पता चला है कि जब हम क्रिएटिव प्रोब्लम्स से जूझ रहे होते हैं तो हमें हमारे दिमाग को भटकने देना चाहिए। सवाल यह है कि किस तरह आप अपने दिमाग को डिस्ट्रैक्ट करे लेकिन अपने काम को भी याद रखे?

आप अपने दिमाग को कुछ अलग चीज़ पर लगा सकते हैं जो पूरी तरह से आपके काम से अलग हो या बहुत ही आसान हो, जैसे अपना डेस्क साफ़ करना या अपना लंच बनाना। अगर आप थोड़ी देर के लिए किसी और प्रॉब्लम के बारे में सोचते हैं तो आप बहुत भच्छे से अपने काम को फिर से शुरु कर सकते हैं। या फिर आप पूरी तरह से किसी दूसरे काम में लग जाए। इन दोनों तरीकों से आपके दिमाग को थोड़ा ब्रेक मिलेगा और आप अपने काम को और अच्छे से कर पाए्ये।

अगर आप अच्छी तरह से काम करना चाहते हैं तो जरुरी है कि आप स्वस्थ रहें।

हम सभी जानते हैं कि एक्सरसाइज स्वास्थ्य के लिए बहुत जरुरी है। लेकिन अगर यह आपको मोटीवेट करने के। करने से हमारा दिमाग भी अच्छे से काम करता है। काफी नहीं है, तो आपको बता दें कि एक्सरसाइज ये एक रिसर्च से पता चला जहां लोगों को रंगों में लिखे हुए शब्द बताने थे, जैसे, येलो को हरे रंग में लिखा गया।

लोगों को या तो रंग बताना था या शब्द, और उन्होंने ये टेस्ट एक्सरसाइज करने से पहले और एक्सरसाइज करने के बाद दिया। इस टेस्ट में यह देखा गया कि जो लोग एक्सरसाइज करने के बाद टेस्ट दे रहे थे उन्होंने ज्यादा सही जवाब दिए। इससे पता चलता है कि एक्सरसाइज करने से हमरे दिमाग को सोचने और डिसीजन लेने कि क्षमता बढ़ जाती है।

एक और रिसर्च में यह पाया गया कि फिजिकल एक्सरसाइज आपको किसी भी चीज़ पर ध्यान लगाने में मदद करती है। इस टेस्ट में, लोगो को स्क्रीन पर एक लक्ष्य पर निशाना लगाने को कहा गया, और साथ ही उन्हें आस पास हो रही चीजों पर ध्यान नहीं देने के लिए बोला गया। फिजिकल एक्सरसाइज करने के बाद, लोगो ने बिना ध्यान भटकाए अपने लक्ष्य पर फोकस किया।

इसलिए, जिम में वर्कआउट करने के बाद आप अपने लिए कुछ जरुरी काम को स्केडल कर सकते है। लेकिन क्या होगा अगर आपके पास एक्सरसाइज के लिए समय ही नहीं हैं?

कुछ खास तरह के डाइट भी आपकी काम करने कि क्षणता बड़ाती है। जैसे कार्बोहाइड्रेट और फेट्स। रिसर्च से पता चला है कि काब््स खाते के तुरंत बाद, आप बहुत अच्छे से ध्यान लगा पाते हैं।

लेकिन यह केवल एक घंटे ही काम करता है। हैरानी की बात है, फैटस कार्ब से ज्यादा मददगार है। एक रिसर्च से पता चला है कि कुछ फैट्स खाने के तीन घंटे बाद भी हमारे दिमाग के लिए फायदेमंद हैं। जो लोग डिहाइड्रेटेड है उन्हें फोकस करने में ज्यादा मुश्किल होती है, इसलिए आप ज्यादा पानी पीकर भी अपने दिमाग को इफेक्टिव बना सकते हैं।

आप बया खाते हैं सिर्फ यही आपकी एपफेक्टीवनेस के लिए जरुरी नहीं है। आपके आसपास क्या होता है यह भी जरुरी है।

एक अच्छा प्रोडक्टिव माहौल बनाने के लिए आप शोर, लाइट, और चीजों को अपने हिसाब से एडजस्ट करें।

क्या आप उन लोगों में से है जिन्हें काम करते समय पूरा शांत माहौल चाहिए होता है? क्या आप म्यूजिक और शोर से काम में ध्यान नहीं लगा पाते है? सच्चाई ये है कि म्यूजिक और गॉसिप आपके काम करने कि क्षमता को घटा देता है।

कई रिसर्वेंस से पता चला है कि गॉसिप आपको ध्यान लगाने या किसी चीज़ को पढ़ने और समझने कि शक्ति को एफेक्ट करता है।

इसलिए, जब आप अपने काम को अच्छे से करना चाहते हैं, तो आप ऑफिस में अकेले बेठे या लोगो से दूर रहें, ताकि कोई आपको डिस्टर्ब ना करे।

इसके अलावा, कुछ खास तरह कि लाइटें आपको काम करने के लिए अच्छा माहौल दे सकती है। जैसे, नीली रोशनी और चमकदार सफेद रोशनी आपको काम पर फोकस करने में मदद करती है।

इंग्लैंड में हुई एक रिसर्च के दौरान दो एक जैसे ऑफिस में अलग-अलग लाइटिंग की: वाइट और ब्लूइश वाइटा लोग जो ब्लूइश वाइट रोशनी में काम कर रहे थे वो ज्यादा अच्छी तरह से काम कर रहे थे।

लेकिन अगर आप अपने ऑफिस लाइटें अच्छी नहीं कर सकते, तब भी एक चीज़ है जो आपके लिए अच्छी साबित हो सकती है: सफाई। वो सारे नोट्स, अनफिल्ड पेपर और फ्री सैम्पल्स जो आपका ध्यान खींचते हैं, और आपको जरुरी काम करने से रोकते हैं, उन्हें साफ करके रखें।

अगर आपने ये सारे सबक पढ़ लिए है तो अपनी कुर्सी पर से उठिये और थोड़ा बहार टहल लोजिये। जब आप टहल कर वापस आएगे तो आप ये सारी स्ट्रेटेजीज को इस्तेमाल करना शुरू कर सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *