THE LITTLE BOOK OF HYGGE by Meik Wiking.

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यह किसके लिए है

-वेजो संतुष्ट रहने के तरीके जानना चाहते हैं।

-वैजो डेनमार्क की खुशी का राज जानना चाहते हैं।

-वे जो दूसरे देशों की सभ्यता के बारे में जानना पसंद करते हैं।

लेखक के बारे में

मेहक विकिंग ( Melk Wikirng) डेनमार्क के रहने वाले एक लेखक हैं जो अपनी किताब द लिटिल चुक आफ हाइग के लिए जाने जाते हैं। उनकी यह किताब न्यूयॉर्क टाइम्स की बेस्ट सेलिंग किताब है। वे टैपिनेस रीसर्च इस्टिट्यूट के सीईओ हैं। इससे पहले वे बिजनेस और पालिटिक्स के स्टूडेंट थे।

यह किताब आपको क्यों पढ़नी चाहिए

बहुत से लोग बाहर की चीजों में खुशी खोजने की कोशिश करते हैं। उन्हें लगता है कि जो गाड़ी जितनी महंगी और जितनी शानदार होगी, उन्हें उनमें उतना आराम मिलेगा। लेकिन क्या हो अगर हम कहें कि यह बातें सिर्फ एक वहम है? क्या हो अगर हम कहें कि खुशी महंगी और शानदार चीजों में नहीं बल्कि छोटी चीजों में मिलती है?

यह किताब हमें बताती है कि किस तरह से डेनमार्क के लोग खुद को खुश रखते हैं। यह किताब हमें डाइग के कान्सेप्ट के बारे में बताती है और यह बताती है कि किस तरह से आप हाइग को पा सकते हैं।

अगर आप भी उनमें से हैं जो ज्यादा से ज्यादा काम कर के पैसे कमाने में और फिर उन पैसों से शानदार चीजें खरीद कर खुद को खुश करने में यकीन करते हैं, तो यह किताब आपके लिए है।

इसे पढ़कर आप सीखेंगे

-देनमार्क के लोग किस तरह इतने खुश रहते हैं।

सिंपल सी चीजें किस तरह से आपको खुश रख सकती है।

तरह से खुद को खुश रख हैं।

हाइग का मतलब खुशी से है लेकिन इसके असल मतलब को समझा पाना मुश्किल है।

आसान शब्दों में कहा जाए तो हाइग का मतलब होता है खुश रहना या संतुष्ट रहना। इसका इस्तेमाल सबसे पहले 19वीं सदी में हुआ था और नार्वे में इसका मतलब है भलाई। लेकिन अगर आप डेनिश इंग्लिश डिक्शनरी में इसका मतलब देखें तो आपको मिलेगा – कुछ मुलायल और गर्म सी वीज़। दूसरे शब्दों में – यह एक भावना है। इसे महसूस किया जा सकता है. लेकिन समझाया नहीं जा सकता।

डेनमार्क अक्सर दुनिया का सबसे खुश देश कहा जाता है। खुशि के मामले में वो 2013 और 2016 में पहले नंबर पर आया था और 2015 में तीसरे नंबर पर। लेकिन इसके सबसे खुश देश होने के पीछे की वजह कुछ खास दिखाई नहीं देती।

सबसे पहला तो यह कि डेनमार्क का मौसम बहुत खराब है और दूसरा यह कि वहाँ पर टैक्स बहुत ज्यादा लिया जाता है। तीसरा यह कि वहाँ पर घुमने के लिए कोई जंगल भी नहीं है। फिर यह छोटा सा देश सबसे खुश कैसे है? इसका जवाब है हाइगा पहली बात यह कि यहाँ पर जो ज्यादा टैक्स लिया जाता है, उसका इस्तेमाल लोगों की भलाई के लिए किया जाता है। दूसरा यह कि यहाँ पर हाइग को अपनाया जाता है।

सिर्फ डेनमार्क ही नहीं, दूसरे देशों में भी हाइग के तरह के कान्सेप्ट अपनाए जाते हैं। एक्जाम्पल के लिए – जर्मनी में गेमुतलिचकीत, इच में गेज़ेलिंघीद और कैनेडा में इसे होमिनेस कहकर बुलाया जाता है। लेकिन डेनमार्क में इसके कान्से्ट को बहुत मच्छे से समझने की और अपनाने की कोशिश की गई है। यहाँ पर इसकी शुरुआत होती है खुद को समझने से।

हाइग शब्द डेनमार्क की सभ्यता में कुछ उस तरह से बस गया है कि इसका इस्तेमाल एक एडजेक्टिव की तरह भी होता है। अगर किसी चीज़ के पास हाइग है या फिर वो हाड़ा पैदा कर सकती है, तो हम उसे हाइलिंग कहकर बुलाते हैं। इसके अलावा इसका इस्तेमाल एक वर्ब की तरह भी होता है। अगर आप किसी दोस्त को अपने घर पर पर खेलने के लिए बुला रहे हैं, तो आप उससे कह सकते हैं कि आओ मेरे साथ हाहग करो।

हाइग को जाने का सबसे आसान तरीका है अपने घर की लाइट पर ध्यान देना।

तो अब हम बात करेंगे कि किस तरह से आप हाइग पा सकते है और खुश रह सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको मोमबत्तियों से प्यार करना होगा। अब आप सोच रहे होंगे कि मोमबत्तियों को खुशी से क्या लेना देना? खुश रहने के लिए आपको अपने आस पास एक माहौल बनाना होगा। यह मोमबतिया आपके लिए वो माहौल बनाती हैं। डेनमार्क यूरोप के बाकी देशों के मुकाबले सबसे ज्यादा मोमबतिया जलाता है। यहाँ की सभ्यता में मोमबत्तियों का बहुत महत्व है। क्योंकि यहां का मौसम बहुत ठंडा होता है और यहां पर ज्यादातर अंधेरा रहता है। यहाँ के लोगों को अपने घर में रोशनी और गर्मी पाने के लिए कुछ चाहिए होता है। वहाँ पर इनके लिए कुछ खास तरह के लैंप बनाए जाते हैं जो कि बहुत खूबसूरत होते हैं। इससे निकलने वालो रोशनी, जो कि ना तो बहुत ज्यादा होती है और ना ही बहुत कम, आपके कमरे को आराम से भर देती है। इससे आपका घर-घर लगने लगता है।

अगर हम दूसरे देशों की बात करें तो वहाँ पर ज्यादा जगह है जिससे वहां एक किलोमीटर के एरिया में कम लोग रहते हैं और उन्हें कुछ धूप और रोशनी मिल जाती है। लेकिन डेनमार्क बहुत छोटा देश है और यहां पर कम जगह में ज्यादा लोग रहते हैं। ज्यादा ठंड और कम जगह की वजह से यहाँ के लोग अपना घर छोड़कर बाहर जाना पसंद नहीं करते। इसलिए ये अपने घर को ही हाइग से भर देते हैं।

यहाँ पर कुछ लोगों के घर में हाइगकाग नाम की एक जगह होती है। यह एक मुलायम सी जगह होती है जहां पर आप एक किताब और एक मग काफी के साथ सुकून से बैठ सकते हैं। आप अपने घर में भाग जलाने की जगह बना सकते हैं या फिर स्टोव का इस्तेमाल कर सकते हैं। अपने घर के माहौल को इस तरह से खूबसूरत बना कर, डेनमार्क के लोग हाइगको हासिल कर पाते है।

हाइग पाने के लिए आपको दूसरों के साथ समय बिताना होगा।

बहुत सारे सर्वे में यह बात सामने आई है कि जो लोग दूसरों के साथ ज्यादा समय बिताते हैं, वै ज्यादा खुश रहे हैं। अकेले रहने से कोई भी व्यक्ति संतुष्ट नहीं रह सकता। एक बार आपकी खाने और रहने की जरूरत पूरी हो जाए, तो आपको किसी के साथ की जरूरत होगी।

डेनमार्क इतना खुश इसलिए है क्योंकि यहां के लोगों को परेशानियाँ बाँटना आता है। अगर आपकी नौकरी चली जाए तो कोई परेशानी की बात नहीं है। आपके दोस्त, रिश्तेदार और परिवार वाले आपका साथ देने के लिए तैयार रहेंगे। यह हाइग का एक हिस्सा है।

इसके अलावा डेनमार्क में ओवरटाइम करना सख्त मना है। वहाँ के लोग काम और जिन्दगी को साथ लेकर चलते हैं। जब आप अपने परिवार को और अपने कुछ खास दोस्तों को अच्छा समय दे पाते हैं, तब आप हाइग को हासिल कर पाते हैं।

लेकिन यह तब अका लगेगा जब बात दोनों तरफ से हो। दूसरे अगर मुश्किल वक्त में आपकी मदद कर रहे हैं, तो आपको भी उनकी मदद करनी होगी। एक दूसरे की मदद करने का मतलब है एक साथ काम करता। अगर आज कोई आपके लिए खाना बना रहा है, तो कल आप उसके लिए खाना बनाइए।

खाना हाइग का एक हिस्सा है। जब तक मापको खाने के लिए अच्छा खाना नहीं मिलेगा, तब तक माप खुश कैसे रह सकते हैं? खाने का मतलब खुशी से है। पेट भर कर खाना, चाकलेट ड्रिंक्स पीना या फिर मिठाइयां स्वाना। यहाँ पर ड्रिंक्स का बहुत महत्व है , खास तौर पर काफी का।

डेनमार्क काफी पीने के मामले में चौथे नंबर पर है। हॉट इंक्स यहाँ की सभ्यता का हिस्सा है, क्योंकि यहां पर ठंड बहुत ज्यादा पड़ती है। इस कनेक्शन को वहाँ पर एक शब्द का इस्तेमाल किया जाता है कैसे होगा।

काफी पीने से आपको खुशी तो नहीं मिलेगी, लेकिन यह हाइग का एक हिस्सा है। मतलब यह खुशी का एक हिस्सा है।

हाइग का मतलब अपने माहौल से जुड़ना है और आप यह कहीं भी कर सकते हैं।

अब तक हमने देखा कि किस तरह से डेनमार्क में पड़ने वाली ठंड और वहाँ पर रहते वाला अंधेरा हाइग पैदा करने के तरीके देते हैं। लेकिन क्या ऐसा सिर्फ ठंडे देशों में ही हो सकता है नहीं। अगर आप गर्मियों में अपने दोस्तों के साथ पानी में तेरने के लिए जा रहे हैं, तो वो हाग है। अगर आप बारिश में अपने दोस्तों के साथ भीगते हुए घर पर आ रहे हैं, तो वो भी एक हाइग है। हर वो चीज़ जो खुशी या सुकून पैदा करे, यो हाइग है। हाइग का मतलब है प्रेजेंट में रहना। इसका मतलब है खुद को अपने बाहरी माहौल से जोड़कर उसका पूरा मजा लेना। डेनमार्क के ज्यादातर लोग बाइक या साइकल से चलते हैं, ना कि गाड़ी से। वहाँ के सड़क भी बाइक चलाने के हिसाब से बनाए गाए हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बाइक आपको खुली हवा में साँस लेने के लिए आजाद छोड़ देता है, ना कि एक कार की तरह डब्बे में बंद कर के रखता है। इसके अलावा यह देखने को मिलता है कि जब आप बाइक चलाते हैं तो भाप कुछ ज्यादा सेहतमंद रहते हैं। जब आप सेहतमंद रहते हैं, तब आप खुश रहते हैं।

इसके अलावा दूसरों से घुल मिलकर रहने से आप ज्यादा खुश रहते हैं। डेनमार्क के घर कुछ इस तरह से बनाए गए हैं ताकि आप अपने पड़ोसियों से ज्यादा मिल सकें। वहाँ पर बहुत सारे पब्लिक पार्क हैं जहां पर जाकर आप लोगों से दोस्ती कर सकते हैं।

डेनमार्क में क्रिसमस का महीना कुछ ज्यादा बेरहम होता है। इस महीने में सबसे ज्यादा मधेरा होता है। यह मौसम गीला और बहुत ठंडा होता है। इसी बीच वहाँ पर साल का सबसे बड़ा त्योहार क्रिसमस पड़ता है। ऐसे मौसम में सारा इतजाम करना बहुत मुश्किल हो जाता है। लेकिन फिर भी यहाँ के लोग अपने परिवार के साथ आराम से हाइग करते हुए अपना समय बिताते हैं। यहाँ के लोग अपने दोस्तों के साथ खुशी से क्रिसमस मनाते हैं। इस समय यहां के लोगों के पास सब कुछ होता है – दोस्त, खाना, मोमबतिया, परिवार और एक गर्म माहौल। जब यह सारी चीजें एक साथ आकर मिल जाती हैं तो एक सुकून महसूस होता है। इसी अनुभव को हाइग कहा जाता है।

हाइग का लेने देना माहौस से नहीं, बल्कि मानसिकता है।

बहुत से लोग अब यह सोच रहे होंगे कि उन्हें इस तरह का मजा लेने के लिए डेनमार्क जाना होगा और वहाँ पर जाकर काफी पीना होगा। इसके अलावा बहुत से लोगों को लगता है कि जब तक हमारे पास महंगी चीजें या फिर शानदार घर नहीं होगा, तब तक हम उस का मजा नहीं ले सकते। यह बातें बिल्कुल गलत है।

एक झोपड़ी में रहने वाला व्यक्ति भी हाइग का मजा ले सकता है। यहाँ तक कि अगर कोई चीज़ सस्ती या फिर शानदार नहीं है, तो उससे आप ज्यादा हाइग पा सकते हैं। आप हाइग को खरीद नहीं सकते। यह एक अनुभव है. एक एहसास है, जो कि आपको खुद के अंदर खोजना होगा, ना कि बाजार में।

अपने दोस्तों के साथ बैठकर बातें करना या फिर अपने परिवार के साथ कुछ खेल खेलना हाइग पैदा करने का सबसे आसान तरीका है। खेलने से आप खुद को खुश रख सकते हैं, लेकिन बहुत से लोग खेलते नहीं है, जो कि चिंता की बात है। प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के एलन क्रयुगर का कहना है कि हमें सबसे ज्यादा खुशी उन कामों को करने से मिलती है जिसमें पैसो की बात ना हो। इस हिसाब से खेलना खुश रहने का सबसे अच्छा तरीके है।

हाइग का मतलब मजे के गुड़ में रहना और नतीजों के बारे में ज्यादा ना सोचना! जब आप खुद को कल की चिंता से आजाद कर देते हैं, तब आप कुछ हद तक खुशी पा लेते हैं।

माइग का मतलब किसी एक काम या एक माहौल से नहीं है। इसे किसी भी तरह के माहौल में बनाया जा सकता है। आप अपने घर में बन रहे खाने की सुगंध को महसूस कर के हाइग पा सकते हैं, अपने कमरे के कोने में लगे मकड़ी के जाले के आकार और बनावट को देखकर हाइग पा सकते हैं या फिर अपने घर के छत पर जाकर दूर कहीं जल रही लाइट को देखकर भी हाइग पा सकते हैं।

हाहग का मतलब संतुष्टि से है। उसका मतलब प्यार और परिवार से है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां पर रहते हैं या क्या करते हैं। अगर आपके पास यह चीजें नहीं है तो आप हाहग नहीं पा सकते।

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