MAA by Munshi premchand.
आज बन्दी छूटकर घर आ रहा है। करुणा ने एक दिन पहले ही घर लीप-पोत रखा था। इन तीन सालों में उसने मेहनत-मजदूरी करके जो दस-पाँच रूपये जमा कर रखे थे, …
MAA by Munshi premchand. Read MoreDiscover Insightful Book reviews here
Books hold unparalleled importance in our lives.
आज बन्दी छूटकर घर आ रहा है। करुणा ने एक दिन पहले ही घर लीप-पोत रखा था। इन तीन सालों में उसने मेहनत-मजदूरी करके जो दस-पाँच रूपये जमा कर रखे थे, …
MAA by Munshi premchand. Read MoreAbout शिवदास ने भंडारे की चाबी अपनी बहू रामप्यारी के सामने फेंककर रोते हुए कहा- “बहू, आज से घर की देखभाल तुम्हारे ऊपर है। मेरी खुशी भगवान से देखी नहीं गयी …
SWAMINI by Munshi premchand. Read MoreAbout स्वर्गीय देवनाथ मेरे बहुत अच्छे दोस्तों में से एक थे। आज भी जब उनकी याद आती है, तो उनके साथ बिताए हुए अच्छे समय भी याद आते हैं, और में …
SHANTI by Munshi premchand. Read MoreAbout Book भोला महतो ने पहली पत्नी के मर के जाने बाद दूसरी सगाई की तो उसके बेटे रग्घू के लिये बुरे दिन आ गये। रग्घू की उम्र उस समय सिर्फ …
ALGYOGHA by Munshi premchand. Read More