DON’T SWEAT THE SMALL STUFF AND IT’S ALL SMALL STUFF by Richard Carlson.

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यह किसके लिए है?

-जो अपनी जिन्दगी से संतुष्ट नहीं है।

जो अपने रिश्तों को मजबूत बनाना चाहता है।

जो मन की शाति प्राप्त करना चाहता है।

लेखक के बारे में

रिचई कालसन (Richard Carisori) एक मनोचिकित्सक थे, जिन्हें उनकी किताब डोल्ट स्वेट ट स्मॉल स्टफ से पूरे विश्व में शोजरत हासिल हुई थी। उनकी यह किताब 130 से अधिक देशों में प्रकाशित हुई थी। कालसन बताते थे कि तनावपूर्ण स्थिति का सामना किस प्रकार किया जाए। उनकी यहाँ बात धीरे-धीरे आोरिका का हर व्यक्ति अपनी जिन्दगी में अपनाने लगा।

यह किताब आपको क्यों पढ़नी चाहिए आज की इस आधुनिक दुनिया में कुछ भी प्राप्त करना आसान काम नहीं है। रोजाना हमारे पास कुछ नए काम होते हैं, नई जानकारी होती है और बहुत से लोगों से मुलाकात होती है। तो हम किस प्रकार इन सब चीजों को एक साथ मैनेज कर सकते है? क्या हमें इसके लिए अपना ध्यान एकाग्र करना होगा? साथ ही क्या हमें अपने काम की रफ्तार भी बढ़ानी होगी?

ऐसा नहीं है। अगर अपनी जिन्दगी को आनन्दमय तरीके से जीना चाहते हैं तो तेज़ गति की बजाय धीरे-धीरे चीजों को सीखने की कोशिश करें। जिन्दगी का पूरा मज़ा लेने के लिए इस असंतुलित और तेज रफ्तार में जीने वाली आधुनिक दुनिया से थोड़ा अलग रहें और अपने दिमाग को सही दिशा में लगाने की कोशिश करें। इस किताब के अध्यायों में आपको यही सब बातें अच्छे से सीखने को मिलेगी।

इसके अलावा आप जानेंगे कि

  • क्यों पास्ट और फ्यूचर की बातों से फर्क नहीं पड़ता

जिन्दगी में वे कोन सी छोटी छोटी बातें हैं, जिन्हें आपको अपने ऊपर हावी नहीं होने देता है?

क्यों डाकिये की तरफ देखकर आपको मुस्कुरा देना चाहिए?

अगर आप अपने गोल्स को हासिल करना चाहते है तो हमेशा शांत रहें और ईमानदार बने रहें।

अगर आप अपनी ज़िन्दगी को अच्छी तरह जीना चाहते है तो आपका एटीट्युद कैसा होना चाहिए?

अधिकांश लोगों को लगता है कि अगर वे अपना गोल हासिल करना चाहते है तो उन्हें आराम और खुशियों से समझौता करना पड़ेगा। साथ ही वह मानते है कि उन्हें केवल अपने गोल पर ध्यान केंद्रित करन होगा, मानो कोई कापटीशन चल रही हो जिसमें जीतने के लिए अनुशासन बद्ध तरीके से कड़ी मेहनत करनी होगी।

क्या ये सच है। असल में ऐसा नहीं है। लगातार काम करने और तनाव लेने से आपसे खुशियां दूर भागेगी और आप केवल शका-थका महसूस करेंगे। आप अपने गोल के करीब नहीं जाएंगे, बल्कि एक खाली मैदान में गोल-गोल घूमते रह जाएंगे। अगर आप सच में अपने सपनों को हकीकत में बदलना चाहते हैं तो अपनी जिन्दगी को तनाव मुक्त बनाने की कोशिश करें और अपने नजरिए में बदलाव लाए। अगर आप ऐसा करेंगे तो आपको हर काम बहुत सरल लगने लगेगा। लेकिन सवाल आता है कि इसकी शुरुआत कैसे करें?

जितना हो सकते शांत रहने का प्रयास करें। अगर आप सोचते हैं कि केवल वीकेंड या छूड़ी के दिन ही आपको आराम मिल सकता है तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। जब भी काम का भार अधिक हो या आप कड़ी मेहनत कर रहे हों तो बीच में आराम करने के लिए एक ब्रेक ज़रूर लें।

खुद को आराम देने का एक और तरीका ये है कि आप थोड़ा ऊबा हुआ महसूस करें जैसे कि आप बोर हो रहे है। एक बार आप ऐसा जरूर करके देखें कि आप बोर हो रहे हैं।

शुरुआत में आपको कुछ अजीब सा महसूस हो सकता है, लेकिन यकीन मानिए धीरे-धीरे इसमें आपको मजा आने लगेगा। आप आजादी महसूस करेंगे, जिससे आपको शांति का अनुभव होगा।

अगर आप एक सुकून भरी ज़िन्दगी जीना चाहते हैं तो दूसरों के लिए जीना छोड़ दे और केवल अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश करें। अक्सर ऐसा होता है कि दूसरों को खुश करने के चक्कर में हम अपनी खुश को दाव पर लगा देते हैं। ऐसे काम करना बंद कर दें जो दूसरे लोग आपसे कराना चाहते हैं, क्योंकि इससे आपको केवल तनाव होगा।

सभी लोगों को हर वक्त खुश रखना नामुमकिन है। इससे बेहतर यही होगा कि आप केवल खुद के प्रति ईमानदार रहें और अपने गोल की तरफ फोकस करें।

तो एक कदम पीछे ले और ध्यान से सोचे कि आपकी जिन्दगी आपातकालीन स्थिति की तरह नहीं है।

अगर आप हमेशा खुद को सही साबित करने की कोशिश करते हैं तो इससे आप अपने प्रियजनों और खुशियों को खुद से दूर कर देंगे।

कुछ लोग खुद को ज्यादा तवज्जो दिलवाना चाहते हैं, और इसके लिए वे खुद को ऐसा काम करने के लिए मजबूर भी करते हैं। लेकिन ऐसा करने से कई बार हम खुद के लिए ही परेशानी पैदा कर लेते हैं।

हर कोई लोगों की नज़रों में बना रहना चाहता है और ये बहुत स्वाभाविक बात है। हम लोगों को आकर्षित करने के लिए उन्हें अपने मन की बात बताने लगते हैं। लेकिन ऐसा

करने से हमारे रिश्तों पर बुरा असर पड़ सकता है।

जब हम किसी को बात करते हुए बीच में टोक देते है या फिर उनकी बात को ध्यान से नहीं सुनते तो उन्हें काफी बुरा महसूस होता है। ऐसा करने की बजाय आप थोड़ा धैर्य से काम लें और सामने वाले व्यक्ति को अपनी बात पूरी खत्म करने का मौका दें। कई बार ऐसा करना थोड़ा मुश्किल होता है, लेकिन समय के साथ आपको इसकी आदत पड़ जाएगी। इसके बाद आप लोगों से ज्यादा जल्द घुल-मिल पाएंगे और आपकी परेशानियां भी कम हो जाएँगी।

अगर आप हर बार खुद को सही साबित करना चाहोगे, तो आप अपने करीबी लोगों को खुद से दूर कर सकते हो। अगर आप अपने किसी दोस्त या करीबी व्यक्ति से बात कर रहे हो और उन्हें किसी बात पर सही करना चाहते हो तो धैर्य से काम लेते हुए पहले उन्हें अपनी बात पूरी करने का मौका दें। ऐसा करने से बातचीत के दौरान आप दोनों के बीच अच्छा तालमेल बन पाएगा।

कई बार किसी व्यक्ति के प्रति हमारे मन में कोई शंका या गलतफहमी होती है, लेकिन उसे हम अपने मत में ही दबा लेते हैं। जब हम ऐसा करते हैं तो मन में वे छोटी बात धोरे-धीरे बड़ी समस्या में तब्दील होने लग जाती है।

अपने गुस्से को कभी भी दबाने की कोशिश ना करें। ऐसा करने से किसी दोस्त के साथ हुआ मामूली बाद-विवाद बड़े झगड़े में तब्दील हो सकता है और आप उससे कभी ना

बात करने का फैसला भी ले सकते हैं।

हमें ऐसा करते क्यों है? आमतौर हमें ऐसा लगता है कि किसी को माफ कर टेने से हम बुज़दिल और कमजोर व्यक्तियों की श्रेणी में आ जाएगे। हम अपनी छवि को अच्छा बनाए रखने के लिए कई बार रिश्तों को ठुकराना बेहतर समझते हैं और उम्मीद करते है कि वे लोग जल्द ही हमारे पास वापस भी आ जाएंगे।

अपने दिमाग से छोटी-मोटी बातों को निकाल देने से आप ऐसी परिस्थितियों से खुद को बचा सकते हैं और अपनी खुशियों का आनन्द ले सकते हैं।

छोटी बातों को छोटो ही रहने दें। दुनिया में अन्य कई ऐसी जरूरी चीजें हैं, जिनपर भाप ध्यान दे सकते हैं जैसे कि भाप एक बेहतर दुनिया का निर्माण कर सकते हैं। अगर आप छोटी मोटी बातों में ही अटके रहेंगे तो कभी आगे नहीं बढ़ पायेंगे।

लोगों के प्रति नम्र बने रहें, यहाँ तक कि उस वक्त भी जब आपको लगे कि वे इसके काबिल नहीं हैं।

आप खुद को खुश रखने की पूरी कोशिश कर लेते है लेकिन फिर भी अंदर ही अंदर कुछ खोवला लगता है। इस परेशानी का दूसरा हल क्या है? क्या दूसरों

शुरू करें?

अपना प्यार लोगों के साथ बांटना काफी अच्छा होता है। ऐसा करने से आप उन्हें तो खुश रखेंगे ही साथ ही आपको भी खुशी का अहसास होगा।

कई बार हम अपने गोल को हासिल करने में इतने ज्यादा व्यस्त हो जाते हैं कि अन्य जरूरी बातों पर हम ध्यान ही नहीं दे पाते। रोजाना अपने काम से एक ब्रेक लेकर उन लोगों के बारे में सोचें, जिन्होंने आपके लिए कुछ किया है। आप हफ्ते में एक दिन भपने दोस्तों के लिए दिल से एक संदेश भी लिख सकते हैं। आपके करीबी व्यक्तियों को पता चलना चाहिए कि आप उनके शुक्रगुजार हैं।

आपके ऐसा करने से उनकी ज़िन्दगी तो नहीं बदलेगी, लेकिन उनका दिल जरूरत बेहतर बन जाएणा। आपके थोड़े विनम्र व्यवहार और दूसरों की मदद करने से एक बड़ा बदलाव सकता है जैसे कि अगर आप अपने पार्टनर का इंतजार कर रहें है तो इस दौरान आसपास पड़ा कचरा उठाकर कूड़ेदान में डाल सकते हैं।

ऐसे लोगों का क्या करें जिन्हें आप पसंद नहीं करते? या फिर ऐसे लोग जो आपको परेशान करते हैं? अगर आप वास्वत में खुशी चाहते हैं तो कुछ समय के लिए उनसे दूर रहें।

कई बार लोग अचानक परेशान करने लगते हैं या फिर चिंताजनक बाते करने लगते हैं, इसका ये मतलब नहीं है कि आप उदास हो जाएँ। इसकी बजाय उनकी बातों को ध्यान से समझने की कोशिश करें। जब आप उनके दुख को समझेंगे तो उनकी बातें आपको परेशान नहीं करेंगी।

अगर डाकिया, क्लर्क या अन्य कर्मचारी कुछ गलत काम करता है या फिर धीरे काम कर रहा है और आपको उनके ऊपर गुस्सा आ रहा है तो एक बार उनके नज़रिए से सोचने का प्रयास करें। वे ऐसा आपको परेशान करने के लिए नहीं कर रहे, हो सकता है कि उनका दिन बुरा हो। आप उन्हें आराम करने का एक मौका दे सकते हैं।

दूसरों के प्रति जब भाप सहानुभूति दिखाओगे तो आपको खुशी का एक अलग ही अहसास होगा। तो क्लक, डाकिया या अन्य कर्मचारियों को एक मुस्कुराहट दें, इससे उनका दिन बदल सकता है। साथ ही इससे आपको भी अच्छा महसूस होगा।

दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करने से आपको खुद भी अच्छा लगेगा।

हमेशा सकारात्मक सोचें और समस्याओं से कुछ नया सीखने की कोशिश करें।

आपकी पूरी जिन्दगी आपके विचारों की पराई होती है। इसीलिए जरूरी है कि आप अपनी सोच सकारात्मक बनाए रखें।

आपके विचार आपकी सब्बाई बया करते है। आपको यह बात पता होती बहुत जरूरी है। आप अपने विचारों को केवल देखते नहीं है बल्कि उन्हें जीते हैं। अच्छी बात ये है। कि आप अपने दिमाग में आने वाले विचारों को कंट्रोल कर सकते हैं।

जब भी आपका मूड खराब हो तो अपनी सोच में कुछ परिवर्तन लाएँ। याद रखिए कि एक दिन सब कुछ बीत जाना है। इस दुनिया में कुछ भी स्थायी नहीं है। जिन्दगी का हर पल बहुत कीमती है, हर बीता हुआ क्षण हमें कभी वापस नहीं मिल सकता और यह तय करना आपके हाथ में है कि आप के हर एक क्षण का आपको क्या करना है, जिससे आपको खुशी मिलती है।

अपने विचारों में बदलाव लाने और आशावादी बनने का सबसे अच्छा तरीका है कुछ समय खुद के साथ बिताना। जब भी आप अपने खुद के लिए समय निकालते हैं तो आप खुद को जिन्दगी का एक बहुमूल्य उपहार देते हैं। ज़िन्दगी का वह हर लम्हा बेहद महत्वपूर्ण है जो आपको खुद के करीब ले जाता है। इसके लिए आप 10 मिनट के लिए ही सही योगा कर सकते हैं, ध्यान लगा सकते हैं या फिर प्रकृति के साथ भी कुछ वक्त गुज़ार सकते हैं।

सकारात्मक सोच के लिए एक अन्य जरूरी बात ये कि आपको अपनी समस्याओं से लड़ना नहीं है। जब भी किसी समस्या को आप ज्यादा गंभीरता से लेते हैं तो इससे केवल निराशा ही हाथ लगती है।

अपनी समस्याओं को दूर करने से आपको खुशी नहीं मिलेगी। इसकी बजाय उन समस्याओं से कुछ नया सीखने का प्रयास करें। आपकी समस्याए ही आपकी सबसे बड़ी शिक्षक होती हैं। उनसे सीखकर अपनी आँखें खोलने का प्रयास करें।

अवसर देखा जाता है कि लोग दूसरों की खुशियों से जलने लगते हैं। पहले ये समझने की कोशिश करें कि आप ऐसा क्यों महसूस करते हैं। आप अपनो ज़िन्दगी के किस हिस्से से असंतुष्ट हैं और उसे बेहतर बनाने के लिए आप क्या कर सकते हैं?

जो आपके पास है उसमें खुशी ढूढ़ने की कोशिश करें और जो आपके पास नहीं है उस पर ध्यान ना दें। अगर आपको लगता है कि आपका पार्टनर आपसे अलग है तो उसके अंदर की अच्छी बातों को अपनाने की कोशिश करें। आर आपकी सेलरी कम है तो इसकी शिकायत करने की बजाय इस बात की खुशी मनाए कि आपके पास एक नौकरी है। ऐसा करने से आप आपको अपनी जिन्दगी बेहतर लगने लगेगी।

आप बाहर की दुनिया को कंट्रोल नहीं कर सकते हैं, लेकिन अपने अंदर की खुशी को नियंत्रण करना आपके ही हाथ में है।

आज के लम्हों का आनन्द उठाएं।

अक्सर लोग ऐसी बात को लेकर घबराने लगते है जो अभी हुई ही नहीं है। उस समय हमें एक गहरी सास लेनी चाहिए और वह पल जो आपके पास अभी मौजूद है उसका आनन्द उठाना चाहिए।

अगर आप अपने मन को शांत रखना चाहते हैं तो वर्तमान में जीने की आदत डाल लीजिए। अक्सर हम अपने भूतकाल के बारे में सोचते रहते है और भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं, जिसका नतीजा केवल निराशा, चिंता और डिप्रेशन होता है।

वर्तमान में आपके पास जो कुछ भी है, उस पर ध्यान देने से भाप इस समस्या को दूर कर सकते हैं। कुछ समय के लिए केवल अपनी चलती हुई सांसों पर ध्यान केंद्रित करें। अपने दिमाग को वर्तमान में लाने का यह एक बेहतर तरीका है।

हर वक्त अन्य जगहों के बारे में सोचना बहुत दुखदायी होता है। आप उस समय जहाँ भी मौजूद है, केवल उसका आनन्द उठाए।

अगर आप अपनी वर्तमान स्थिति के बारे में सोचेंगे तो आपको यकीनन शांति का अनुभव होगा, फिर चाहे परिस्थितियां आपके खिलाफ ही क्यों ना हों। कभी भी बहतरीन समय का इंतजार ना करें, क्योंकि वह कभी आता ही नहीं है। आपका आज ही मापका सबसे अच्छा समय है।

ये सच है कि जब जिन्दगी में सब कुछ वैसा नहीं होता जैसा आप चाहते हैं तो इससे निराशा होती है, लेकिन ये भी सच है कि अगर आप अपने आज की कदर करेंगे तो आपको खुशी का अनुभव अवश्य होगा। इसके लिए आपके अदर धैर्य का होना भी जरूरी है।

जब आप धैर्य से विचार करेंगे तो परिस्थिति की असलियत को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे। अपनी रोज़गर्रा की ज़िन्दगी में धैर्य से काम लेने की कोशिश करे। अगर काम के दौरान आपको तनाव महसूस हो तो पाँच मिनट का एक ब्रेक लेकर अपनी सांसों पर घ्यान दें और अपने बॉस के बारे में बिल्कुल भूल जाए। उस पाँच मिनट के दौरान आपको एक भूत आनन्द की प्राप्ति होगी।

एक समय पर कई सारे काम करने से भी आप अपनी खुशियों को दाव पर लगाते हैं। सभी काम को एक साथ करने की जल्दबाजी ना करें। आप जो भी काम कर रहे हैं, उसमें जल्दबाजी करने की बाय उससे कुछ सीखने का प्रयास करें।

ध्यान रखिए, केवल आज ही हमेशा मौजूद रहता है। न आपके पास बीता हुआ कल है और ना ही आने वाला कल है। तो आप का आज जैसा भी है उसे स्वीकार करें।

अपने मन को और अपनी ज़िन्दगी को शांत बनाएं रखें।

हम एक भाग-दौड़ भरी दुनिया में रहते हैं। इस दुनिया की रीत है कि हर काम समय पर और बिल्कुल सटीक होना चाहिए। इसी तरह की सोच हमारे ऊपर एक दबाव बनाती है, फिर चाहे हम रोजमर्रा के कुछ साधारण काम ही क्यों ना कर रहें हो।

शायद आपको लगता है कि हर काम बिल्कुल सही करने से आप परफेक्ट बन जाएंगे, लेकिन ऐसा कभी होता नहीं है। अगर आप परफेक्ट बनने की कोशिश करते हैं तो आप हर वक्त केवल अपनी कमियों पर ही ध्यान देंगे।

अगली बार आप जब भी आप खुद को आईने में देखें तो उन पाँच किलो के बारे में विचार करें जिन्हें आप घटना चाहते हैं और अपने शरीर को एक शानदार यंत्र की तरह देखें, जिसकी वजह से आपको ये खूबसूरत जिदगी मिली है। जिन चीज़ों की आप कदर करते हैं उन पर ध्यान देने की कोशिश करें बजाय उनके जिन्हें आप बदलना चाहते हैं।

ध्यान रखिए आपकी ज़िन्दगी आपातकालीन स्थिति की तरह नहीं है। इस दुनिया में बहुत से ऐसे लोग हे जो हर काम बहुत जल्दी करना चाहते है और अपने काम की वजह से अपने परिवार और सपनों को ठुकरा देते हैं। लेकिन असल में आपकी खुशी से ज्यादा जरुरी हस दुनिया गें कुछ नहीं है।

तो जब भी आप तनाव महसूस करें या दबाव में आए तो एक मिनट के लिए रुक ज्ञाएँ। अपने मन में वही बात दोहराए कि ये आपातकाल की स्थिति नहीं है। जिसे आप पसंद करते हैं उसे अपने पास बुलाए या कॉल करें, या फिर वह काम करें जिससे आपको खुशी मिलती है।

आपका एकमात्र उद्देश्य है शांत रहना भले ही परिस्थितियां आपके विपरीत हों। हम अक्सर यही सोचते हैं कि आराम तो बाद में भी कर लेंगे। लेकिन सब तो ये है कि आप उसी समय आराम कर सकते हैं।

अगर आप सच में भी व्यस्त हैं तब भी आप का दिमाग क्लियर रखना मुमकिन है। यह आपके हाथ में है कि आप अपने दिन को कितने शांतिपूर्ण तरीके से बिताते हैं। दिमाग को शांत रखने से आपकी समस्याए धीरे-धीरे कम होनी शुरु हो जाएगी। अब इसका फैसला आपको हो करना होगा कि आप किस तरह अपनी जिन्दगी जीना चाहते हैं।

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