
HARR KI JEET by Munshi premchand.
About केशव से मेरी पुरानी अनबन थी। लिखना और पढ़ना, हंसी और मजाक सभी जगहों में मुझसे कोस्सों आगे था। उसके गुणों की चाँद की रोशनी में मेरे दीए की रोशनी …
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About केशव से मेरी पुरानी अनबन थी। लिखना और पढ़ना, हंसी और मजाक सभी जगहों में मुझसे कोस्सों आगे था। उसके गुणों की चाँद की रोशनी में मेरे दीए की रोशनी …
HARR KI JEET by Munshi premchand. Read Moreपाठक चक्रवर्ती अपने मुहल्ले के लड़कों का नेता था। सब उसकी आज्ञा मानते थे। अगर कोई उसके खिलाफ़ जाता तो उस पर आफत आ जाती, सब मुहल्ले के लड़के उसे मारते। …
GHAR WAPSI by Rabindranath Tagore. Read Moreमुलिया हरी-हरी घास की गठरी लेकर आयी, उसके चेहरे पर गुरसा था और बड़ी-बड़ी शराबी आँखों में डर दिखाई दे रहा था महावीर ने उसका गुस्से से भरा चेहरा देखकर पूछा- …
GHASWAALI by Munshi premchand. Read MoreAbout Book रमजान के पूरे तीस रोजों के बाद ईद आ गई। कितना खूबसूरत और सुहाना एहसास था। पेड़ों पर अजीब सी हरियाली थी, खेतों में रौनक, आसमान पर दिल लुभाने …
EIDGAH by Munshi premchand. Read MoreAbout लखनऊ के नौबस्ते मोहल्ले में एक मुंशी मैकूलाल मुख्तार रहते थे। बड़े उदार, दयालु और अच्छे आदमी थे। अपने काम में इतने अच्छे थे कि ऐसा शायद ही कोई मुकदमा …
DUSSAHAS by Munshi premchand. Read MoreAbout सुबह सुबह सूरज की सुहानी सुनहरी धूप में कलावती दोनों बेटों को गोद में बैठाकर दूध और रोटी खिला रही थी। केदार बड़ा था, माधव छोटा। दोनों मुँह में निवाला …
DO BHAI by Munshi premchand. Read Moreअब न वह जवानी है, न वह नशा, न वह पागलपन। वह महफिल उठ गई, वह दिया बुझ गया, जिससे महफिल की रोशनी थी। वह प्यार की मूर्ति अब नहीं रही। …
DO KABREIN by Munshi premchand. Read MoreAbout आदमियों और औरतों में बड़ा अन्तर है, तुम लोगों का दिल काँच की तरह कड़ा होता है और हमारा दिल नरम, वह जुदाई का दर्द नहीं सह सकता। काँच चोट …
DHARAM SANKAT by Munshi premchand. Read MoreAbout रफाकत हुसैन मेरे दफ्तर का दफ्तरी था। 10 रु. महीना तनख्वाह पाता था। दो-तीन रुपये बाहर के छोटे मोटे काम से मिल जाते थे। यही उसकी जीविका थी, पर वह …
DAFTARI by Munshi premchand. Read MoreAbout Book बी.ए. पास करने के बाद चन्द्रप्रकाश को टयूशन देने के सिवा और कुछ न सूझा। उसकी माँ पहले ही मर चुकी थी, इसी साल पिता भी चल बसे थे …
CHAMATKAR by Munshi premchand. Read More