लेखक के बारे में
जैन सिंसेरो (jen Sincero) न्यु के टाइम्स की बेस्ट सेलिंग लेखिका है। वो एक कोब जो लोगों को प्रेरित कर के कामयाबी हासिल करने में उनकी मदद करती हैं। उनकी बेस्ट सेलिंग किताब यू आर अ बेड्टेस की 20 लाख कापियाँ बिक चुकी है और उसे अब तक 20 से ज्यादा भाषाओं में ट्रांस्लेट किया जा चुका है।
यह किताब आपको क्यों पढ़नी चाहिए
पैसों के आ जाने से हमारी जिन्दगी थोड़ी आसान हो जाती है। हम चो काम कर पाते हैं जो हम करना चाहते हैं और साथ ही खुद को कुछ ज्यादा समय दे पाते हैं। अगर हमारे पास ज्यादा पैसे होंगे तो हम अपना काम छोड़कर वो काम कर पाएंगे जिसमें हमें खुशी मिलती है।
पैसे होने के बहुत सारे फायदे हैं। लेकिन फिर भी कुछ लोगों का मानना है कि इसके आ जाने से हम घमंडी और लालची हो जाते हैं। उनका मानना है कि पैसा ही हर समस्या की जड़ है। उनकी यही सोच उन्हें पैसों तक नहीं पहुंचने देती।
इस किताब में हम देखेंगे कि यह सोच क्यों गलत है। हम देखेंगे कि कैसे आप पैसों के बारे में अच्छा सोचकर उसे हासिल कर सकते हैं और अपनी जिन्दगी को आसान बना
सकते हैं।
इसे पढ़कर आप सीखेंगे
-क्यों पैसा आपको लालची या घमंडी नहीं बनाता।
किसी के जीतने के लिए किसी को हारने की जरुरत नहीं है।
-मुश्किल काम र के किस तरह आप अपने अंदर डर सकते हैं।
अगर हमें पैसे कमाने हैं तो इसे लेकर हमें सबसे पहले अपना रवैया बदलना होगा।
पैसों को लेकर बहुत से लोग अच्छे विचार नहीं रखते। उनका मानना है कि पैसे एक व्यक्ति को घमंडी या लालची बना देते हैं। वै मानते हैं कि अभीर लोग गरीबों का फायदा
उठा कर ही अमीर बनते हैं। वे अमीर इसलिए नहीं बनता चाहते हैं क्योंकि उनका मानना है कि अमीर बनने के बाद वे भी उनकी तरह लालवी और बेरहम बन जायगे। पैसों को लेकर गलत सोच रखने की वजह से बहुत से लोग पैसे नहीं कमा पाते और अपनी जिन्दगी गरीबी और मज़बूरियों में बिता देते हैं। सच बात तो यह है कि अमीर लोग गरीबों का भला करते हैं ना कि उनका फायदा उठाते हैं। अगर आप दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों को देखें तो आप पाएंगे कि वे बहुत
सारे पैसे चैरिटी में देते हैं जिससे गरीबों के लिए मुफ्त में खाने, रहने और अस्पताल की व्यवस्था की जाती है।
फिल्मी दुनिया में अमीर व्यक्ति हमेशा विलन का काम करता है जब कि हीरो अक्सर गरीब परिवार का होता है जो लोगों की भलाई करने के बारे में सोचता है। लेकिन असल ज़िन्दगी में अमीर लोग विलेन नहीं होते। बिल गेट्स,मार्क जुकरबर्ग, वेरेन बफ्फेट, क्रिवैनियो रोनैल्डो दुनिया के सबसे कामयाब और अमीर लोगों में से एक है जिसकी इनकम का ज्यादातर हिस्सा लोगों की भलाई के लिए इस्तेमाल होता है।
इसके अलावा ऐसा नहीं है कि आपके अमीर बनने के लिए किसी दूसरे का गरीब रहना जरूरी है। किसी के जीतने के लिए किसी का हारना जरूरी नहीं होता। बहुत से लोगों का मानना है कि दुनिया में पैसों की एक सीमा है और उसका इस्तेमाल सिर्फ कुछ लोग ही कर सकते हैं। लेकिन यहाँ पर हम सभी के सुकून से जीने खाने के लिए भरपूर साधन हैं। हम सब एक दूसरे पर निर्भर रहते हैं और हम जो भी काम करते हैं उससे समाज के किसी ग्रुप का भला होता है। इस तरह से हम सभी के पास अपना अपना काम है और ठीक उसी तरह हम सभी जितना चाहे उतना पैसा कमा सकते हैं और कामयाब हो सकते हैं।
अगर आप चाहते हैं कि आपके पास समय हो ताकि आप अपनी जिन्दगी में से काम को निकाल कर उसे अच्छे से जी सकें तो आपके पास पैसों का होना जरुरी है और अगर आपको पैसे कमाने हैं तो आपको अपनी सोच बदलनी होगी।
पैसा अच्छा या बुरा नहीं होता, लोग उसे पाने के लिए अच्छे या बुरे काम किया करते हैं।
पहले के वक्त में जब पैसा नहीं हुआ करता था तो लोगों को व्यापार करने में बहुत परेशानी होती थी। उस समय बार्टर सिस्टम हुआ करता था। पैसे की महमियत को हम दिए गए एकाम्पल से समझा सकते है।मान लीजिए आप एक किसान हैं जिसके पास बहुत सारा गेहूँ है और आपको गेहूँ के बदले जूते चाहिए। आपका एक दोस्त जूते बनाता है लेकिन उसे जूते के बदले कपड़े चाहिए। ऐसे हालात में व्यापार करना बहुत मुश्किल हो जाता है। इस सिस्टम में व्यापार करने के लिए सबसे पहले आपको एक ऐसा व्यक्ति हूँडना होगा जो वही खरीदना चाहता है जो आप बेचना चाहते है और वो वही बेचना चाहता है जो आप खरीदना चाहते हैं। पैसों के आ जाने से व्यापार करना बहुत आसान हो गया क्योंकि हम इसके बदले कुछ भी खरीद सकते हैं।
पैसों के आ जाने से हमारी जिन्दगी आसान हो जाती है। लेकिन फिर भी लोगों का मानना है कि बहुत से लोग इसके लालच में आ कर गलत काम कर बैठते हैं। हमें इस बात को समझना होगा कि गलत काम लोग करते हैं पैसा नहीं। इसलिए अगर आपको नफरत करनी है तो उन गलत लोगों के गलत कामों से कीजिए। अगर आप पैसे कमाने के लिए अच्छे से काम कर रहे हैं और ज्यादा पैसा आने पर दूसरों का भला कर रहे है तो यहाँ पर भी आप अच्छा काम कर रहे हैं ना कि पैसा।
पैसों की अच्छाई को समझने के लिए आप उसकी एक अच्छी बात लिखिए और एक बुरी बात लिखिए। फिर उस लिखी गई बात को इस तरह से पहिए जैसे कि पैसा कोई व्यक्ति हो और आप उसे उसकी अच्छी और बुरी बाते बता रहे हों। ऐसा करने पर आप देखेंगे कि अच्छी बात आपको वाकई अच्छी लगेगी लेकिन बुरी बात का कुछ मतलब नहीं निकलेगा।
पॉजिटिव सोच की मदद से हम अपने हालात बदल सकते हैं।
इस दुनिया में हम सभी कि खुद की एक दुनिया होती है। हम अपने दिमाग से हर वक्त कुछ ना कुछ कहते रहते हैं जिससे हमारा दिमाग अलग अलग कहानियाँ बना लेता है और समय के साथ हमारा व्यवहार उन्ही कहानियों जैसा हो जाता है।
एक्साम्पल के लिए अगर आप हर वक्त खुद से कहते रहेंगे कि आप अपनी जिन्दगी गरीबी में ही बिता देंगे और कभी अमीर नहीं बन पाएंगे तो आप जाने अनजाने में ऐसे काम करने लगेंगे जिनसे आप वाकई कभी अमीर नहीं बन पाएंगे। दूसरी तरफ अगर आप खुद से अच्छी बातें कहेंगे और पॉजिटिव बातें सोचेंगे तो आपका दिमाग सोचने लगेगा कि आप वह काम कर सकते हैं और फिर आप अपने आप ही वैसे काम करने लगेंगे जिससे आप अमीर बन जाएंगे।
हम अक्सर चीजों को देखते ही या उनके बारे में सुनते ही उन पर अच्छे या बुरे का लेबल लगा देते है। सबसे हैरानी की बात यह है कि हम अपने दिमाग से जो बातें लगातार कहते रहते हैं हमारा दिमाग उसे सच मान लेता है। तो क्यों ना हम इससे हमेशा यह कहते रहें कि एक दिन हमारे पास बहुत पैसा होगा जिससे हम सारी दुनिया घूम सकेंगे। इस तरह से यह इस बात को सब मान लेगा और हम उसी के हिसाब काम करने लगेंगे।
विल्मा रुडोल्फ को 7 साल की उम्र में स्कार्लेट फीवर हुआ था जिसके बाद वो पोलियो की शिकार हो गई। उनके डाक्टर ने कहा कि वो कभी नहीं चल सकेंगी। लेकिन उनकी माँ ने उनका हौसला बढ़ाया। समय से साथ विल्मा ने खुद से कहना शुरू कर दिया कि एक दिन वे दुनिया की सबसे तेज़ महिला बन कर दिखाएंगी। वे हर रोज़ खुद से ऐसी बातें करने लगी। फिर 1976 में भलम्पिक रेस में उन्होंते तीन गोल्ड मेडल जीते।
इस तरह से खुद से पाजिटिव बातें करने से आप खुद को अपनी हदों से आगे लेकर जा सकते हैं।
पैसों से आपकी जिन्दगी में खुशियाँ और गम दोनों आ सकते हैं इसलिए इसका इस्तेमाल सोच समझ कर करें।
हम जो भी काम करते हैं उसका एक नतीजा होता है। उस काम का असर सिर्फ एक जगह नहीं होता बल्कि कहीं न कहीं पर उसका अच्छा या बुरा असर पड़ता है। ठीक उसी
तरह हम जिस तरह से पैसों का इस्तेमाल करते हैं उससे भी हमारी जिन्दगी में कही न कहीं पर अच्छा या बुरा असर पड़ सकता है। एक्साम्पल के लिए अगर आप ने मुसीबत में अपने किसी दोस्त को पैसे देकर उसकी मदद की तो आप एक अच्छा काम कर रहे हैं और इसका असर भी अच्छा ही होगा।
आपका आपके दोस्त के साथ रिश्ता मजबूत हो जाएगा और अगर कभी आप पर मुसीबत आती है तो वह भी आपकी मदद के लिए तैयार रहेगा।
लेकिन अगर आप अपने किसी दोस्त से झूठा नाटक कर ये उसका पैसा ले लें तो ना लौटाएँ तो आप उसका भरोसा तोड़ रहे हैं जिसकी वजह से वह भी आपके साथ वैसा कर सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि आप पैसों को सही ढंग से कमाएँ और सही ढंग से उसे खर्च करें।
आप किसी एक काम के भरोसे मत रहिए। सिर्फ एक काम पीछे भागने से आप उस पर इस तरह से निर्भर हो जाते हैं कि उसमें नाकाम हो जाने के बाद आप पूरी तरह से
निराश हो जाते हैं। आपको लगने लगता है कि अब इस दुनिया में आपके करने के लिए कुछ भी नहीं है क्योंकि आप उसी काम को या उसी चीज़ को अपना सब कुछ मान चुके
होते हैं।
इसलिए कभी भी एक चीज़ को लेकर मत भागिए। इससे आप खुद को दूसरी भच्छी और बेहतर चीज़ों से दूर हटा लेते हैं। जब आप किसी एक चीज से जुड़े नहीं रहेंगे तब आप पाएंगे कि इस दुनिया में और भी बहुत सी ऐसी चीजें है जो आपके लिए ज्यादा सही है।
खुद को अपने खौफ से आजाद करने के और भी बहुत से रास्ते हैं।
बहुत बार ऐसा होता है कि हमारा इर और हमारी शकार हमारे अदर कुछ इस तरह से बसी रहती है कि उन्हें निकाल पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। यह शकाए हमारे अदर सालों से मौजूद है और बार बार इन बातों को खुद से कहते रहने की वजह से हमारा दिमाग इसे पूरी तरह से सच मान चुका है। इसलिए यह इर इतनी आसानी से नहीं जा सकता। लेकिन निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि हमारे पास इसका इलाज है।
इस परेशानी से निकलने के लिए आपको कुछ मुश्किल कदम उठाने होंगे। इसके लिए आपको वो करना होगा जिसे करने से आप अब तक इरते आए हैं।
एक्जाम्पल के लिए आप लेखिका को ले लीजिए। उनका ख्वाब था कि वे एक कामयाब लाइफ कोच बन सकें। इसके लिए उनके पास दो आप्शन थे- 150005 में एक ग्रुप क्लास करना या फिर 850005 में एक एक्सपर्ट कोच के साथ अकेले में क्लास करना। वे जानती थी कि अगर वे अकेले क्लास करेंगी तो इसका फायदा ग्रुप में क्लास करने से ज्यादा होगा, लेकिन उनके पास ज्यादा उतने पैसे नहीं थे। फिर भी उन्होंने मुश्किल फेसला किया और खुद से कहना शुरू किया कि वे इसका कोई न कोई हल निकाल ही लेंगी।
कोचिंग लेसन के लिए फार्म भरते वक्त उनके अंदर बहुत से सवाल थे उन्हें लग रहा था कि वे गलत फैसला कर रही हैं और उनके पिता इससे निराश होंगे। लेकिन उन्होंने खुद को कहानियाँ सुनाना शुरू किया। उन्होंने सोचना शुरू किया कि हस क्लास के बाद वे बहुत कामयाब हो जाएगी जिससे उनके पिता को उन पर फन होगा। इस तरह की बातों से उन्हें होसला मिला और उन्होंने फार्म भर दिया।
कुछ इस तरह से आप भी अपने डर से आजादी पा सकते हैं। आप बस यो काम करते जाइए जिससे आपको घर लगता हो और एक दिन आप खुद के ऊपर जीत हासिल कर लेगे।
अपने ख्वाबों को हकीकत में बदलने के लिए आप यह तय कीजिए कि आपको कहाँ जाना है।
अगर आप कभी किसी लम्बे सफर पर जा रहे होते हैं तो आप सबसे पहले ट्रेन की टिकट बुक करते हैं। आपको पहले से सब कुछ पता होता है कि आपको किस ट्रेन से जाना है, वो कब और कितने बजे स्टेशन पर आएगी, उसमें आपको किस सीट पर बैठना है, रास्ते में मनोरंजन के लिए कोन सी किताबें या विडियो गेम्स साथ लेकर जाने है। आप सिर्फ कुछ मील की यात्रा के लिए इतनी गहराई से एक एक चीज पर ध्यान देते हैं। तो फिर जिन्दगी के इस सफर की प्लेनिंग करने में आप पीछे क्यों हट रहे है? आप जब तक खुद अमीर नहीं बनना चाहेंगे तब तक आप कभी अमीर नहीं बन सकते। अमीर बनने के लिए आपको खुद को चुनौती देनी होगी और खुद के लिए गोल सेट
करने होंगे। तभी आपके पास काम करने की वजह होगी और आप उसे हासिल करने के लिए कदम उठा सकेंगे। बस ख्वाहिश कर लेने से सपने पूरे नहीं हो जाते।
जिस तरह सफर पर जाने से पहले आपको पता होता है कि आप कहाँ और क्यों जा रहे हैं उसी तरह पैसे कमाने के लिए सबसे पहले आपको यह मालूम होना चाहिए कि आपको कितना पैसा चाहिए और क्यों चाहिए।
इस दुनिया में आपके लिए बहुत सारी चीजें पहले से रखी हुई है। आप हर वक्त मौके की तलाश करते रहिए और किसी भी गोके को हाथ से मत जाने दीजिए। अगर आप गलती से किसी मौके को गवाँ देते हैं तो कोई बात नहीं। उसका अफसोस मनाने के लिए मत रुकिंए क्योंकि इस दुनिया में बहुत से मौके अब भी मौजूद हैं।