2BRO2B by Kurt Vonnegut.

About सबकुछ एकदम बढिया चल रहा था कोई जेल नही, ना झोपड़पट्टियाँ, ना पागलखाने, ना गरीबी और ना ही लड़ाई. सारी बीमारियाँ, बुढ़ापा सब खत्म हो गया था. मौल और दुर्घटनाए …

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