2BRO2B by Kurt Vonnegut.

Readreviewtalk.com

About

सबकुछ एकदम बढिया चल रहा था

कोई जेल नही, ना झोपड़पट्टियाँ, ना पागलखाने, ना गरीबी और ना ही लड़ाई. सारी बीमारियाँ, बुढ़ापा सब खत्म हो गया था. मौल और दुर्घटनाए अब

सिर्फ उनके लिए बचे थे जिन्हें एडवेंचर का शौक था.

यूनाईटेड स्टेट्स की पोपुलेशन बस चालीस मिलियन तक सिमट कर रह गयी थी. ऐसी ही एक सुहानी सुबह शिकागो के एक होस्पिटल में एडवर्ड के, वेह्निंग जूनियर

नाम का आदमी अपनी वाइफ की डीलिवरी करवाने आया था. वो

अकेला वहां ऐसा था जो अपने बच्चे के जन्म इतंजार कर रहा था, क्योंकि एक दिन में एक से ज्यादा बच्चे पैदा होने का ट्रेंड खत्म हो चूका

वेडिंग वैसे तो छप्पन साल का है पर एक-सौ उन्नतीस साल एवरेज उम्र की पोपुलेशन के हिसाब उसे नौजवान बोल सकते है. एक्स-रे की चला है उसकी फर्स्ट बनने

कि

वाइफ को ट्रिपलेट्स होने वाले है, एडवर्ड

यंग वेटिंग दोनों हाथ सिर पर रखे एक चेयर पर बैठा था, एकदम शांत और बेरंग जैसे किसी को दिखाई ना दे. उसने खुद को

टाइम बाप

जा रहा था.

एस्ट्रेज़ और कुसियों को दीवारों के पास से हटा रखा था और फर्श पर दरियाँ बिछी थी, उस कमरे को रीडेकोरेट किया जा रहा था उस इन्सान की याद में जो अपनी मर्जी से मरने जा रहा है, वो बेचारा दो सौ साल

था.

रिपोर्ट्स से पता

परफेक्टली छुपा रखा था,

का बूढा. एक सीढ़ी पर बैठा

में प्रसंद दीवार पर वो पेंटिंग बना रहा है जो उसे पसंद नही थी, पहले जिन दिनों लोग बड़ी उয় में बूढ़े नजर आते है, तब उसकी उम्र पैंतीस के आस-पास रही

होगी. पर बढ़ती उस का ईलाज आने से पहले ही उस पर उम्र का असर हो चूका था, खूबसूरत गार्डन की म्यूरल पेंटिंग बना रहा था. पेंटिंग में सफेद कपड़ो में आदमी, औरते, डॉक्टर्स और नर्से एक बड़े से बगीचे में पौधे लगा रहे है।

वो एक और खाद-पानी डाल रहे है. बैंगनी रंग की यूनिफोर्स पहने कुछ आदमी औरते घास-फूस और सड़े-गले पौधे उखाड़ के साफ़ कर रहे थे और पेड़ो की अच्छा गार्डन नही बना होगा. हर पौधे को जरूरत सूखी पत्तियां बटोर कर ट्रेश कूड़ेदान में डालकर जला रहे थे. कभी नहीं-कभी नही-कभी नही ना ही मिडिवल होलैंड में और ना ही जापान में- इससे बढ़िया और साब स हवा, धूप, खाद और पानी दिया गया है.

होस्पिटल का एक वर्कर एक पोपुलर गाना गुनगुनाते हुए कोरिडोर में आया, इफ यू डोंट लाइक माई किसेस हनी.

हेयर इज़ व्हट आई विल ड्र आई विल गो गर्ल इन पर्पल, किस दिस सैड वर्ल्ड टूडल ओ ओ डोंट वांट माई लविंग

व्हाई शुड आई टेक अप आल दिस स्पेस? आई विल गेट ऑफ दिस ओल्ड प्लानेट लेट सम सम स्वीट बेबी हैव माई प्लेस वो वर्कर म्यूरल पेंटिंग और पेंटिंग बनाने वाले की तरफ देखकर बोला बिल्कुल असली लगता है, मुझे तो ऐसा लग रहा है जैसे मै सचमुच किसी गार्डन में खड़ा है”

तुम्हें कोई शक है क्या कि तुम सचमुच के गार्डन में नहीं खड़े हो ? पेंटर ने उसका मजाक उड़ाते हुए कहा, “वैसे भी ये हैप्पी गार्डन ऑफ़ लाइफ है”

ये वाला काफी अच्छा डॉक्टर हिट्ज़” वर्कर बोला, वोपैटिंग एक सफेद कपड़े पहने हुए आदमी की तरफ इशारा कर रहा था जो हॉस्पिटल के चीफ ओब्रटेट्रीशियन डॉक्टर बेंजामिन हिट्ज़ का ही पोट्रेट था. हिट्ज़ काफी हैंडसम आदमी था.

अभी और भी चेहरे बनाने है” वर्कर बोला. वो म्यूरिल्स के फिगर्स की तरफ इशारा कर रहा जिनके चेहरे अभी खाली थे. इन खाली चेहरों की जगह पर या तो इम्पोरटेंट लोगों के पोटेट बनेंगे या हॉस्पिटल स्टाफ की या फिर फेडरल ब्यूरो ऑफ टर्मीनेशन के शिकागों ऑफिस के स्टाफ की.

आपको अच्छा लगता होगा ना कि आप ऐसी तस्वीरें बनाते है” वर्कर बोला. तुम्हे क्या लगता है मुझे इस लीपा-पोती में मज़ा आता है? तुम्हे लगता है मैं जिंदगी को इसी नजर से देखता हूँ” पेंटर मुह बिवकाते हुए बोला.

“Phir tum life ko kis tareeke se dekhte ho usne poocha फिर उसने जमीन पर पड़े हुए एक बदबूदार चादर की तरफ इशारा किया और बोला” इसमें ज्यादा अच्छी तस्वीर है. इसे फ्रेम करो, ये इस पेंटिंग से ज्यादा ऑनेस्ट पिक्चर है”

तुम हमेशा दुखी रहते हो? है ना ओल्ड मेन? वर्कर बोला. ‘दुखी रहना क्राइम है क्या?’ पेंटर बोला.

वर्कर ने कंधे उचकाए” अगर आपको यहाँ अच्छा नहीं लगता ग्रैंडपा- वर्कर बोलते-बोलते रुक गया. वो मन ही मन एक ट्रिक फोन नंबर याद कर रहा था जिस पर वो लोग फोन करते थे जिनके मन में जीने की इच्छा मर चुकी हो. और फोन नंबर में जीरो को वो “नौट” प्रोनाउंस करता था. नंबर था”2 बी आर ओ टू बी” “2 B R 02B”

ये नंबर था एक ऐसे इस्टीटयूट का जिसके कई और भी फैंसी नाम थे, जैसे कि ऑटोमेट, बर्डलैंड, कैनेरी, कैटबॉक्स, डीलौसेर, ईज़ी गो, गुड बाई मदर, हैप्पी होली, किस मी क्विक, लकी फिअर, शीपडीप, वार्निंगब्लेंडर, वीप नो और व्हाई वरी?

टू बी ओर नोट टू बी” म्यूनिसिपल गैस चैम्बर्स ऑफ़ द फेडरल ब्यूरो ऑफ़ ट्मीनेशन का टेलीफोन नंबर है, वर्कर ने पेंटर से कहा. पेंटर ने वर्कर की बात हवा में उड़ाते हुए उसे उल्टा जवाब दिया ” जिस दिन मै डिसाइड कर लँगा,मै चला जाऊँगा पर शीपडीप में तो बिल्कुल भी नहीं जाऊँगा” पर जरा उनसे पूछो जिन्हें ये सारी गंदगी साफ करनी पडती है, ग्रांडपा. कभी उनके बारे में सोचा है जो लोगो

“ओह! खुद ही सब कुछ करने वाले हंहं ?’

के जाने के बाद क्लीन अप करते है?

पर पैंटर के चेहरे पर जो एक्सप्रेशन थे उससे तो यही लगता था कि उसे रत्ती भर भी लोगो की परवाह नही है.

‘मुझसे पूछी तो इस दुनिया में वैसे ही काफी गंदगी है, धोड़ी सी और हो जायेगी तो क्या फर्क पड़ेगा?’

पेंटर की बात पर वर्कर हंसते हुए वहां से चला गया.

वहीं दूसरी तरफ वेटिंग, जो बाप बनने के इंतज़ार में बैठा था, वैसे सिर झुकाए मन ही मन कुछ बुदबुदाते हुए बोला और फिर से खामोश हो गया,

तभी एक लंबी-चौड़ी, रौबदार चेहरे वाली औरत पॉइंटेड हील्स पहने वेटिंग रूम में आई. उसके जूते, जुराबे, टरेंच कोट, बैग से लेकर सिर की साइड कैप तक सबकुछ पर्पल कलर के थे. पर्पल कलर जिसे पेंटर” द कलर ऑफ ग्रेप्स ओन जजमेंट डे बुलाता था. उसके पर्पल बैंग में जो चेन वाली ब्रोच लगी थी उस पर फेडरल ब्यूरो ऑफ़ टर्मीनेशन के सर्विस डिवीज़न की सील बनी थी” एक घुमावदार बैठी एक ईगल” की तस्वीर,

गेट के ऊपर

औरत के चेहरे पर काफी फेसियल हेयर थे.-एक तरह से बोले तो उसकी मूंछे थी. इन गैस चैम्बर होस्टेसेस के साथ कुछ अजीब किस्सा था. ये चाहे शुरुवात में कितनी ही नाजुक और हसीन क्यों ना हो, पांच साल के अंदर ही सबकी मूंछे निकल आती थी.

यहाँ मेरी जरूरत है क्या ? उसने पेंटर से पुछा,

“ये डिपेंड करता है कि तुम किस काम से आई हो. पेंटर ने जवाब दिया. फिर पुछा” तुम्हे बच्चा तो नही होने वाला है ना? “मेरा नाम ले ओरा डंकन है और मै यहाँ कुछ पिक्चर्स के लिए पोज़ देने माई हूँ” उस औरत ने बताया,

*और तुम लोगो को डंक करती हो पेंटर बोला.

क्या मतलब कुछ नही, भूल जाओ पेंटर बौला,

र तो काफी सुंदर है” औरत ने पेंटिंग की तरफ देखते हुए कहा,

पिक्चर

“ऐसा लग रहा है जैसे जन्नत का नज़ारा हो.

“या कुछ और” पेंटर बोला. फिर उसने अपनी स्मोक पॉकेट से नामो की एक लिस्ट निकाली.

डंकन, डंकन, डंकन.. उसने लिस्ट को स्कैन करते हुए नाम पढ़े,

“हां-ये रहा तुम्हारा नाम, तुम अमर तो होने वाली हो. देख लो इनमे से कौन सी बॉडी में तुम्हारा फेस बनाना है? हमारे पास बस यही चॉइसेस बची है”

औरत ने म्यूरल पेंटिंग को बड़े ध्यान से देखा.

हा, ये सब तो एक जैसी लग रही है. मुझे आर्ट की ज्यादा नॉलेज नहीं है”

पर बॉडी तो बॉडी होती है? पेंटर झुंझलाते हुए बोला. फिर उसने औरत से कहा” चलो ठीक है, मास्टर ऑफ़ फाइन आर्ट होने के नाते में तुम्हें ये वाली बॉडी रेकमंड करता हूँ”. वो पेंटिंग में एक बिना चेहरे वाली औरत की तरफ इशारा कर रहा था जो अपने हाथो में टेश बर्नर में डालने के लिए सूखी टहनियां पकड़े हुए थी. “वेल, पर ये तो सफाई वाली लगती है, है ना! मेरा मतलब है कि मै तो सर्विस में हूँ मेरा काम ये साफ सफाई नहीं है पेंटर ने मज़ाक उड़ाने वाले अंदाज में ताली बजाई.

“ओह, तुम तो बोल रही थी कि आर्ट की नॉलेज नहीं है पर एक मिनट में ही तुमने प्ूव कर दिया कि तुम इस पेंटिंग के बारे में मुझसे ज्यादा हुँह! बेशक एक होस्टेस कचरा क्यों उठाएगी? तुम तो इससे बड़ी निशानेबाज हो-ये काम तुम्हे ज्यादा सुट करता है.

जानती हो,

फिर, वो कैसी रहेगी, एकदम तुम्हारे जैसी लगती है पेंटर ने एक पर्पल फिगर की तरफ ऊँगली से इशारा जो एक सेब के पेड़ से सुखी टहनी तोड़ रही थी”

उस औरत के गाल शर्म से लाल हो गए, वो बड़े नर्म अंदाज में बोली ” ओह गॉड, फिर तो मैं डॉक्टर हिट्ज़ के पास खड़ी हो जाउंगी

“तो ये बुरी बात है क्या?’ पेंटर ने पुछा.

“नो- नो बिल्कुल भी नही. ये तो बड़े ईज्जत की बात है” औरत फिर से शरमाते हुए बोली.

“आह.. पंसद करती हो ना उन्हें? उसने औरत को छेड़ा. उन्हें कौन नही पंसद करता? औरत हिट्ज़ के पोट्रेट को निहारते हुए बोली. पोट्रेट में हिट्ज़ एक टेन स्किन और सफेद बालो वाला दो सौ चालीस साल का (omnipotent Zeus) आदमी दिखाया गया था. उन्हें कौन प्यार नही करेगा? वो फिर से आहे भरते हुए बोली. वो ही तो थे जिन्होंने फर्स्ट टाइम शिकागो में गैस चैम्बर सेट किया था”. र मुझे बड़ी खुशी होगी, आपको उनके साथ हमेशा के लिए खड़ा करने में, पेड़ की टहनी काटते हुए-जोकि आप पर जंचता भी है. है ना? “और हाँ, मेरा काम कुछ ऐसा ही है वो बोली, उसे अपने काम को लेकर थोड़ी सी शर्मिंदगी महसूस हुई. दरअसल उसका काम ही ऐसा था, वो लोगो को मारते वक्त उन्हें तसल्ली देती थी.

लेओरा डकन जब अपनी पेंटिंग के लिए पोज़ दे रही थी, उस वक्त डॉक्टर हिटूज़ वेटिंग रूम में थे सात फुट लंबे डॉक्टर हिट्ज़ की लाइफ की अचीवमेंट्स और पोजीशन और जॉय ऑफ़ लिविंग की वजह से काफी डिमांड थी. ‘वेल, मिस डंकन! मिस डंकन ! उन्होंने आवाज़ लगाई फिर मजाक में बोले तुम यहाँ क्या कर रही हो?

“ये वो जगह नहीं है जहाँ से लोग जाते है, यहाँ तो लोग आते है! डॉक्टर बोला देखिए, यहाँ हम दोनों एक साथ नजर आएंगे” वो शरमाते हुए बोली,

“अच्छा! और ये कोई पेंटिंग तो नहीं है? डॉक्टर ने हंसते हुए कहा

“हाँ पेंटिंग ही है और आपके साथ एक ही पिक्चर में आना मेरे लिए ऑनर की बात होगी” मिस डंकन बोली,

वैसे आपको बता दूं कि आपके साथ मेरी पेंटिंग बनेगी तो ईज्जत मेरी ज्यादा बढ़ेगी, क्योंकि आप जैसी औरतों की वजह से ही हमारी ये खूबसूरत दुनिया कायम है” डॉक्टर हिट्ज़ ने मिस डंकन को सैल्यूट करते हुए कहा और उसे डिलीवरी रूम्स की तरफ खुलने वाले दरवाजे की तरफ लेकर बोला” जरा अंदाज़ा लगाओ, क्या हुआ होगा? हुए बो नहीं पता वो बोली.

“ट्रिपलेट्स। डॉक्टर हिट्ज़ ने कहा. जाते ट्रिपलेट्स!” वो हैरानी से चिल्लाते हुए बोली क्योंकि वो जानती थी कि ट्रिपलेट्स पैदा होने पर क्या लीगल इम्प्लीकेशंस होते है. कानून के हिसाब से किसी भी नए पैदा हुए बच्चे को तब तक जीने का हक नहीं मिलता जब तक कि उसके बदले कोई अपनी मर्जी से मरने को तैयार नहीं होता. और अगर सारे ट्रिपलेट्स को जिंदा रहना है तो उन्हें तीन बालंटियर्स चाहिए जो उनके लिए मरे.

“तो क्या पेरेंट्स को तीन वालंटियर्स मिल गए? लेओरा डंकन ने पुछा.

“अभी तक । है, उन्हें सिर्फ एक मिला है और बाकी के दो ढूंढ रहे हैं डॉक्टर हिट्ज़ ने कहा,

“मुझे नही लगता उन्हें बाकि के दो मिल पाएंगे, इंकन बोली, किसी ने भी हमारे साथ तीन अपोइन्टमेंट नही

शायद मेरे जाने के बाद किसी ने कॉल किया हो, वैसे नाम क्या है?’

ली है. आज सिर्फ सिंगल्स ही चल रहे है, पर

वार्निंग वेटिंग फादर ने उठने की कोशिश करता हुआ बोला. उसकी आँखें लाल थी और वो काफी थका हुआ लग

होने वाले फादर का नाम है”

उसने अपना दायाँ हाथ उठाया, दीवार पर एक स्पॉट की तरफ देखते हुए थोड़ी भारी सी आवाज़ में बोला” प्रजेंट”

“ओह, मिस्टर व्हेलिंग” डॉक्टर हिट्स बोला” मैंने आपको देखा नही. “इनविजिबल मेन” व्हेलिंग ने जवाब दिया.

मुझे अभी

फोन आया है कि आपके ट्रिपलेट्स हुए है. तीनो बच्चे ठीक है और माँ भी, मै उन्हें देखने ही जा रहा हूँ” डॉक्टर ने बताया.

हुरे, व्हेलिंग खुशी का दिखावा करते हुए चिल्लाया.

क्या बात है, आप उतने खुश नहीं लग रहे?’ डॉक्टर हिट्ज़ ने पुछा.

“मेरे जैसा इंसान खुश क्यों नहीं होगा. व्हेलिंग ने अपने कंधे उचकाते हुए कहा. “मुझे तो बस ये डिसाइड करना है कि

और अपने नाना जी को हैप्पी हलिगन लेकर जाना है और रिसीप्ट लेकर यहाँ लौटना है, बस इतना सा” डॉक्टर हिट्ज़ ने व्हेलिंग को थोडा तल्खी से देखते हुए उसके पास आकर कानों में कहा” क्या आप पोपुलेशन कण्ट्रोल

वहेलिंग?

मुझे लगता है कुछ ज्यादा ही करता हूँ वेटिंग दुखी अंदाज में बोला.

कौन से बच्चे को जिंदा रखना है

में बिलीव नहीं करते मिस्टर

तो क्या आप वापस पुराने टाइम में लौटना चाहते हो जब धरती की पोपुलेशन बीस बिलियन धी- और फिर बीस से चालीस, चालीस से अस्सी और अस्सी से एक सौ साठ बिलियन पहुँच जाती? आपको दृपेलेट के बारे में कुछ मालूम है, मिस्टर वेटिंग? हिट्ज़ ने पुछा.

“नहीं” वेटिंग उदासी से बोला.

मिस्टर व्हेलिंग पेलेट (Adrupelet.) उन्हें बोलते है जो ब्लैकबैरी के ऊपर छोटे-छोटे दाने होते है. और पोपुलेशन कण्ट्रोल के बिना धरती पर इंसानों

की आबादी बिल्कुल दृपेलेट्स जैसी हो जायेगी! ज़रा सोचो क्या हालत होगी तब हमारी दुनिया की! डॉक्टर बोला.

वेटिंग अभी तक दीवार के उसी स्पॉट को घूरे जा रहा था.

साल 2000 में जब तक साइंटिंस्ट्स ने इंटरफेयर नहीं किया और लों नही पास हुआ था, दुनिया में पीने लायक साफ़ पानी की किल्लत थी और खाने

के लिए वीड के सिवा कुछ बचा नहीं था—इसके बावजूद लोग जंगली खरगोशो

थे कि वो जब तक चाहे तब तक जिंदा रह सकते है.

मुझे वो बच्चे चाहिए, तीनो के तीनो ” वेटिंग ने डॉक्टर की बात काटते हुए बोला.

की तरह बच्चे पर बच्चे पैदा किए जा रहे थे और अपना हक समझते

“हाँ, हाँ बेशक आपको अपने तीनो बच्चे चाहिए. इंसान ऐसा ही है डॉक्टर हिट्ज़ ने जवाब

“और मैं ये भी नहीं चाहता कि मेरे नानाजी अपनी जान दे व्हेलिंग फिर से बोला,

दिया,

कोई नहीं चाहेगा कि उसके अपने कैट बॉक्स में जाए” डॉक्टर हिट्ज़ पूरी हमदर्दी से वेटिंग को समझाते हुए बोल रहे थे.

काश लोग इसे नाम से ना बुलाये” ले ओरा डंकन बोली,

क्या? डॉक्टर हिट्ज़ ने पुछा.

मेरा मतलब है कि कितना अच्छा होगा अगर लोग इसे कैटबॉक्स ना बोले. इससे बुरा इम्प्रेशन पड़ता है” वो बोली,। तुम एकदम ठीक बोल रही हो, मुझे माफ़ करना. डॉक्टर हिट्ज़ अपनी गलती मानते हुए बोले. उन्होंने ही म्युनिसिपल गैस चैम्बर्स को उसका ऑफिशियल टाइटल दिया था, एक ऐसा नाम जो कोई भी अपनी जुबान पर लाना पसंद नही करता था. “बल्कि मुझे इसे बुलाना चाहिए” एथिकल सुसाइड स्टूडियोज़” उन्होंने कहा.

हाँ, ये बेटर लगता है” लेओरा डकन बोली.

मिस्टर वेहिंग आपका ये बच्चा-तीनों में से जिसे भी आप रखना चाहे, वो इस खुबसूरत, साफ-सुथरे और रिच प्लानेट में एक खुशहाल लाइफ जियेगा या जियेगी, बिल्कुल दिवार पे बनी उस पेंटिंग जैसी खूबसूरत दुनिया में. भला हो पोपुलेशन कण्ट्रोल लॉ का. डॉक्टर हिट्ज़ ने अपना सिर हिलाते हुए कहा. “दो सेंचुरी पहले जब मै जवान था, हालात इतने खराब थे कि धरती पर 20 साल काटने भी मुश्किल लग रहे थे. अब देखो, आने वाले कई हज़ार सेंचुरी

तक धरती पर यूं ही खुशहाली और शान्ति बनी रहेगी”

ये सब बताते हुए डॉक्टर हिट्ज़ के चेहरे पर खुशी की चमक फ़ैल गयी. वो अपनी कल्पना पर मुस्कुरा रहे थे कि तभी उनकी मुस्कुराहट गायब हो गयी जब उन्होंने अचानक वेडिंग को रिवाल्वर निकालते देखा.

और पलट झपकते ही देहिंग ने डॉक्टर हिट्ज़ को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया. अब एक जगह और खाली बच गयी है और वो भी काफी बड़ी” वेह्निंग बोला, उसके बाद उसने लेओरा डकन को गोली मारी, गोली लगते ही वो नीचे गिर पड़ी.

र्क मौत ही तो है” इसे लेकर के पास जाकर कहा,” अब दो की जगह बन गई!” सिर्फ: और उसके बाद उसने बाद उसने खुद को भी गोली मार दी ताकि अब उसके तीनो बच्चे जी सके. भी गली मार कोई भी भागता हुआ नहीं आया, कोई भी नहीं, लगता था जैसे किसी ने गोलियों की आवाज़ नही सुनी थी. जितने भी जवाब उसके दिमाग में आ रहे थे, वो सिर्फ दुखों से भरे थे, कैटबॉक्स, हैप्पी हुलीगन या ईजीगो से भी ज्यादा दुःखी जवाब, उसके दिमाग में

पेंटर अभी भी सीढ़ियों पर बैठा चुपचाप नीचे का तमाशा देख रहा था.

वो हैरानी से सोच रहा था कि जिंदगी कितनी अजीब है, पैदा होने के लिए इतना स्टूरगल, पैदा हुए तो जिंदा रहने के लिए स्ट्रगल .फिर खुद के बच्चे पैदा में करने के लिए और सालो -साल जिंदा रहने का स्ट्रगल और ये सब कुछ एक छोटी सी इस धरती पर जो खुद ना जाने कब खत्म हो जायेगी,

लड़ाई आ रही थी, उसके दिमाग में प्लेग जैसी बीमारियाँ आ रही थी, उसके दिमाग में भुखमरी आ रही थी.

वो जानता था कि अब तो कभी दुबारा पेंटिंग नहीं बना पायेगा. उसके हाथो से पेंटब्रश छूट कर नीचे बिछी चादर पर गिर गया था. और अचानक उसे लगा बहुत साल जी लिया है, इस हैप्पी गार्डन ऑफ़ लाइफ में उसने काफी टाइम गुज़ार लिया. वो धीरे से सीढ़ी से उतर कर नीचे आ गया. जैसे वो

उसने वेटिंग की रिवाल्वर उठा ली. वो खुद को गोली मारना चाहता था. पर उसमें इतनी हिम्मत नही थी. और तभी उसे कमरे के कोने में एक टेलीफोन बूथ नजर आया. वो पास गया और वो नंबर डायल किया जो उसे अब तक रट चूका था 2

at “2BRO2B.”

फेडरल ब्यूरो ऑफ़ टर्मीनेशन” उधर से एक होस्टेस की मधुर आवाज़ सुनाई दी.

बी आर ओ 2

“मुझे कितनी जल्दी अपोइन्टमेंट मिल सकता है? पेंटर ने बड़े केयरफूल ढंग से पुछा. हम शायद आपको लेट आफ्टरनून में एडजस्ट कर सकते है, सर, वो बोली, अगर कोई कॅसिलेंसन हुआ तो शायद इससे भी जल्दी जाएगा” होस्टेस बोली.

तो ठीक है, जब आपको सही लगे मुझे एडजस्ट कर लीजिए ” पेंटर ने जवाब दिया और होस्टेस को अपना नाम स्पेलिंग के साथ बताया,

थैंक यू सर, आपका शहर, आपका देश और ये प्लानेट आपका शुक्रिया अदा करता है. र सबसे ज्यादा शुक्रिया आपको आने वाली जेनरेशन करेगी. हमेशा-हमेशा के लिए”

CONCLUSION

ये कहानी आने वाले कल को ध्यान में रखकर लिखी गयी है. आज इन्सान जिस तरह से धरती पर नेचूरल रीसोर्सेस का अंधाधुंध इस्तेमाल कर रहा है उसका खामियाजा हमारी आने वाली पीढ़ीयों को भुगतना पड़ सकता है. ऑथर अपनी इस स्टोरी में पोपुलेशन को ह्यूमन रेस के लिए एक बहुत बड़ा ग्रेट मानते हुए रीडर्स को एक ऐसी फ्यूचरिस्टिक दुनिया में लेकर जाता है जहाँ सर्वाइवल ऑफ द फिटेस्ट का रुल होगा और न्यू जेनरेशन को तभी जिंदा रहने का हक मिलेगा जब ओल्ड जेनरेशन दुनिया से जायेगी ताकि सबको साफ़ हवा-पानी मिल सके और हर एक इन्सान की बेसिक नीड्स पूरी की जा सके.

इस धरती पर जिस तरह से पोपुलेशन का बोझ बढ़ता जा रहा है, उसी हिसाब से लोगो की जरूरत पूरी करने के लिए हम मदर अर्थ को बुरी तरह एक्स्प्लोईट करते जा रहे है. पर इससे पहले कि इन्सान सब कुछ तबाह कर दे, उसे संभल जाना चाहिए और सबको मिलकर कोशिश करनी चाहिए कि हम दुनिया को एक ऐसी जगह बनाये जहाँ सबको बराबरी का हक मिले और सबकी बेसिक जरूरते पूरी हो सके.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *