About Book
अगर आपको लगता है कि आप अभी बॉटम में हैं, तो ज़िग ज़िगलर का कहना है कि आपको टॉप पर पहुँचने के लिए सिर्फ छह स्टेप्स को सीखने की ज़रुरत है. वो हैं सेल्फ इमेज, रिलेशनशिप, गोल्स, आपकी सोच, वर्क और इच्छा. इन स्टेप्स
को अपनाइये और मौका, खुशियां, पैसा और अच्छे हेल्थ के दरवाज़े आपके लिए खुल जाएंगे. कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन हैं या आप कहां से आए हैं, आपके पास सारी क्वालिटीज़ हैं. अगर आप अपने लाइफ को और बेहतर बनाना चाहते हैं और आगे बढ़ना चाहते हैं, तो ये बुक आपके लिए है.
यह बुक किसे पढनी चाहिए
रेगुलर, एम्प्लॉईज़, पेरेंट्स, टीचर्स, मैनेजर्स, एथलीट्स, कोई भी जो ज़्यादा दे कर ज़्यादा अचीव करना चाहता है
ऑथर के बारे में
ज़िग ज़िगलर एक मोटिवेशनल स्पीकर, ऑथर और सेल्समैन हैं. उन्होंने 30 से भी ज़्यादा बुक्स लिखी हैं. उन्होंने लम्बे समय तक एक मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में काम किया. जिग जिगलर एक एक्सपर्ट सेल्समेन हैं. उन्होंने पूरे अमेरिका में
सेल्सपर्सन के लिए कई लेक्चर और सेमिनार दिए हैं.
इंट्रोडक्शन (Introduction)
राल्फ वाल्डो एमर्सन (Ralph Waldo Emerson) ने एक बार कहा था बीता हुआ कल और आने वाला कल उतना इम्पोरटेंट नहीं है जितना कि अभी जो हमारे अंदर चल रहा है वो इम्पोर्टेट है”. तो आप अभी अपनी लाइफ में कहाँ पर है? क्या आपको लगता है कि आपने अपनी सारी एबिलिटीज यूज़ कर ली है? क्या आपने अब तक अपना बेस्ट किया है? या शायद आपको लगता है कि अभी तक आपने अपनी लाइफ में कुछ भी अचीव नहीं े है? किया जो आप डिजर्व करते हो. अगर ऐसी बात है तो ये बुक summary आपके हिसाब से एकदम परफेक्ट चॉइस है.
कई बार हम लोगों को देखते है और खुद से पूछते है” क्या मै भी कभी ऐसा बन पाउँगा…अगर मेरे पास ये होता या वो होता तो मै भी सक्सेसफुल होता. प्रास वो लेकिन ये बड़ी नेगेटिव थिंकिंग है, अभी इसी टाइम, इसी मोमेंट आपके पास वो सब कुछ है जो आपको सक्सेसफुल होने के लिए चाहिए. क्योंकि आपके पास आप खुद हो और वो सब कुछ है जो आापको टॉप पे ले जा सकता है. एक बड़ी पोपुलर स्टोरी है एक आखिरी पलो में उस आदमी को पता चला कि जिस घर में वो इतने साली के रके रह या, उसके नीतेकी औील्ड मेन के बारे में जो मरने वाला था. अपने अमीर है और इस बात से उसे कभी पता ही नहीं चला कि वो एक्चुअल में इतना अनजान उस ओल्ड मेन ने अपनी पूरी लाइफ उस घर में गुज़ार दी थी. मत बनो, इस असल में सोने की खान है। अपना लेकिन आप उस ओल्ड मेन की तरह मत बनो. बुक SuImmary का गोल आपके अंदर छुपी पोटेंशियल को बाहर निकालना है, ये आपको एक्शन को लेने में हेल्प करेगी, ये आपको अपनी एबिलिटीज को मैक्सीमाइज़ करने के लिए इंस्पायर करेगी ताकि आप और आपके आस-पास के लोग एक बैटर लाइफ जी सके, मान लो आप सबसे नीचे वाली सीढ़ी में खड़े हो और टॉप पर पहुंचना चाहते हो. और टॉप पर एक दरवाज़ा है जो आने वाले कल का है. और इस दरवाजे के पीछे हैप्पीनेस, पीस, वेल्थ, सिक्योरिटी, गुड हेल्थ और ढेर सारे मौके हैं. बेशक आप भी इस दरवाज़े तक पहुंचना चाहते हो लेकिन यहाँ तक पहुँचने के लिए कोई लिफ्ट नहीं है और कोई और शोर्ट कट भी नहीं है. बल्कि आपको सारे स्टेप्स है तब जाकर आप वहां पहुँच सकते इसलिए आपको एक-एक स्टेप लेना सीखना होगा. फर्स्ट स्टेप सेल्फ इमेज की है. सेकंड स्टेप है दूसरों के साथ आपके रिलेशनशिप, थर्ड स्टेप है गोल्स. फोर्थ स्टेप हे एटेलाड. फिफ्थ स्टेप है वर्क और फाइनली सिक्स्थ स्टेप डिजायर है, तो अब अपना फर्स्ट स्टेप लेने का टाइम आ गया है, टॉप तक जाने की आपकी जान आज से स्टार्ट होती है, बेकार की नेगेटिव थिकिंग को डम्प कर दो, आपके अंदर ही एक गोल्ड माइन मौजूद है, एक काइंड, टेलेंटेड और सक्सेसफुल इंसान आपके अंदर छुपा बैठा है लेकिन आप टॉप पर क्यों नहींपहुँच पा रहे?
इसका एक रीजन शायद ये हैं कि आपने अब तक नेगेटिव थिंकिंग छोड़ी नहीं है. एक कहावत है” आप जहाँ हो वहां इसलिए हो क्योंकि आप एक्जेक्टली वही पर होना चाहते हो. भी सकता है जीविका किल ह कक क रे सया सडी आपकी एक्सपेक्टेशन है? आप मानो या ना मानों इसके दिल टूटा हो, हो सकता रिश्तेदारों से आपकी अनबन चल रही हो. तो क्या आप लाइफ पीछे रीजन आपकी गारबेज है. থিकिंग या नेगेटिव धिंकिंग आप लाइफ में बहुत कम्प्रोमाइज कर रहे हो. या शायद दोस्तों और
बचपन से ही हमे अपनी लाइफ को लेकर नेगेटिव आईडियाज और कमेंट्स मिलने शुरू हो जाते है. वो आपके कुछ यूं बोलते है” तुम तो बस यही कर सकते हो” याबस यही बन सकते हो” लेकिन वर्चुअल में ऐसा नहीं है. लोग चाहे आपको कितना भी हिसकरेज कर ले आप उन पर बीलिव मत बैक ग्राउंड चाहे जो भी हो वो मैटर नहीं करता, मैटर करता है आपकी लाइफ का एम् क्या है और उस एम् को पूरा करने के लिए आप क्या करो. आपका बैकग्राउंड से लोग अपनी प्रोब्लम्स के लिए पेरेंट्स को ब्लेम करते है या फिर अपने रिलेटिव्स, बॉस या कम्युनिटी को कोसते रहते है. कर रहे हो, बहुत सेल र के अंदर एक बड़ा सा गारबेज डम्प था. 100 सालो तक लोग वहां पर अपना सारा कचरा डालते रहे, साल दर साल कचरा जमा होता शहर एक बार एक रहा. और फिर एक दिन कुछ प्रोग्रेसिव लोगों को उस गार्बेज डम्प में कुछ डिफरेंट नज़र आया. व्यू पॉइंट चेंज हुआ तो लोगो को वहां पर कचरे की जगह एक बड़ा सा शोपिंग सेंटर नज़र आने लगा, और बस फिर क्या था, लोगों ने वहां कचरा डालना बंद कर दिया और उस जगह को अच्छी मिटटी से भरना शुरू कर दिया, वो तब तक मिटटी भरते रहे जब तक कि वहां पर एक बढ़िया सी फाउंडेशन नहीं बन गयी. और कुछ सालों में ही उस गार्बेज डंप की जगह शहर का सबसे बड़ा और मैग्नीफीशियेंट शोपिंग कॉम्प्लेक्स खुल गया जिसमें बड़ी-बड़ी चमक दमक वाली शॉप्स थी और वहां हर तरह के प्रोडक्ट्स मिलते थे. जिस जगह पर लोग नाक बंद करके निकलते थे अब चो शहर की सबसे खूबसूरत जगह थी. और ये सब इसलिए हुआ क्योंकि लोगो ने अपनी ओल्ड थिंकिंग छोड़ कर एक न्यू वे ऑफ़ थिंकिंग अप्लाई की, तो आप भी इस वक्त अपने पास्ट का गार्बेज लेकर घूम रहे हो, लेकिन इसका कोई बेनिफिट नहीं है, इसलिए आज के दिन से ही आप अपनी लाइफ का फर्स्ट डे लेकर चलो.
द ब्लैक बलून (The Black Balloon)
जैसा हमने पहले भी कहा है, आपके पास वो सब है जो आपको सक्सेसफुल होने के लिए चाहिए. आप सक्सेसफुल होने के लिए ही बने है. आपकी सक्सेस और ड्रीम लाइफ आपके साथ स्टार्ट होती है. खुद पर डाउट मत करो और ना ही कोई एकसक्यूजेस दो. ये वेट मत करो कि एक दिन लाइफ में बिग ब्रेक मिलेगा, अपनी एबिलिटीज पर बिलीव करके तो देखो, आपकी ड्रीम लाइफ आपके हाथो में होगी. एक बार एक आदमी था जो न्यू यॉर्क सिटी में गुब्बारे बेचता था.
जब उसके गुब्बारे नहीं बिकते थे तो वो कस्टमर्स को अट्रेक्ट करने के लिए एक बलून हवा में उड़ा देता था. और लोग हवा में उड़ता बलून देखकर उसके पास बलून लेने आ जाते थे. और वो आदमी हर टाइम एक डिफरेंट कलर का बलून उड़ाता था, कभी व्हाइट, रेड या कभी येलो. एक दिन एक छोटा नीग्रो लड़का उसके पास आया. उसने अपनी स्लीव्स ऊपर चढ़ाई हुई थी, उसके बलून वाले से पुछा” अगर आपतुम black बलून को छोड़ दोगे तो क्या वो भीऊपर उड जायेगा? बेटा, बलून के अंदर जो हवा है वो उसे ऊपर ले जाती है” बलून वाले ने जवाब दिया.आप आज लाइफ में जो भी है जहाँ भी है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता और आप ये बात जान ले तो अच्छा होगा. फर्क पड़ता है तो इस बात से कि आपके अंदर वो क्या चीज़ है जो आपको लाइफ में ऊपर तक लेके जाएगी.
द फर्स्ट स्टेप: सेल्फ इमेज (The First Step: Self-Image)
टॉप तक पहुँचने की जर्नी आपके अंदर से ही स्टार्ट होती है. ये उतना ईजी नहीं है लेकिन ये बात सच है, अगर आप ही खुद पे बिलीव नहीं करोगे तो दुसरो से आप कैसे एक्स्पेक्ट कर सकते हो की वो आप पर ट्रस्ट करे? सबसे पहले तो आपको अपनी नेगेटिव सेल्फ इमेज से छुटकारा पाकर एक पोजिटिव सेल्फ इमेज बिल्ड करनी होगी. खुद को अलग नजरिये से देखो. इमेजिन करो कि आपके फ्रेंड्स आपसे कुछ ऐसे बोल रहे है “दोस्त, मैं तुम्हे डिस्टर्ब नहीं करता चाहता, और मैंने पैसो या किसी और फेवर के लिए भी कॉल नहीं किया, मैं तो तुम्हे बस इतना बोलना चाहता हूँ कि तुम एक अमेजिंग पर्सन हो और अपने करियर और लोगो के लिए काफी कुछ कर रहे हो.
मुझे तुम्हारी फ्रेंड्सशिप पसंद है क्योंकि तुम मुझे इंस्पायर और मोटिवेट करते हो कि मैं जो भी कर अपना बेस्ट करं. तुम एक ग्रेट फ्रेंड होजिसके साथ रहकर इंक्रीमेंट मिलती है. बस मैं यही कहना चाहता हूँ और उम्मीद करता हूँ हम जल्द मिलेंगे”, अब इन वर्डस को सुनने के बाद भला किसे अच्छा नहीं लगेगा? और उम्मीद आपको पता चलेगा कि आपके फ्रेंड्स आपके अंदर क्या पॉजिटिविटी देखते है. अचानक से आपका कांफिडेंस बड जायेगा. आपको लगेगा कि आप तो बहुत कुछ कर सकते हो, और एक बार जब आपकी इमेज इम्पूरूव होगी तो परफोर्मेस भी अपने आप इम्प्रव हो जायेगी,
लेकिन कभी ऐसा भी होता है कि आप ज़रा भी मोटिवेटेड फील नहीं कर पाते. आपको लगता है कि बस मैं इतना ही अचीब कर सकता हूँ इससे ज्यादा कल नहीं कर पात. नहीं. मेरी लिमिट बस इतनी ही जब भी आप ऐसा सोचते है, असल में खुद से ही नजरे चुरा रहे होते है. एक बार इम्मानुएल निन्गेर (Emmanuel बसे इतना ही है. Ninger) नाम का एक टेलेंटेड पेंटर था, 1880 में वो बड़ा पोर पॉपुलर हुआ करता था, अपने बनाये (portraits) पोटेट्स के लिए नहीं बल्कि नकली डॉलर नोट के लिए. एक बार इम्मानुएल (Ernmanuel) एक लोकल ग्रोसरी स्टोर से टर्निप ले रहा था. उसने कैशियर को 20 डॉलर का नोट दिया. रहा । कैशियर ने देखा कि पैसे लेते वक्त उसकी फिंगर्स में इंक लग गया है. लेकिन उसने ज्यादा ध्यान नहीं दिया और पैसे ले लिए.
बेशक इम्मानुएल (Emmanuel) कुछ अलग टाइप का आर्टिस्ट था लेकिन थो फ्रॉड नहीं हो सकता था. उस कैशियर ने नोट के पैसे काट कर बाकी चेंज इम्मानुएल को वापस कर दिया. लेकिन बाद में जब उसने वो नोट चेक किया तो उसे असलियत पता चल गयी. उसने तुरंत पोलिस को कॉल किया. 20 डॉलर उन दिनों बड़ी रकम हुआ करती थी, एक पोलिसवाले को वो नौट असली लग रहा था लेकिन दूसरा कन्पयूज़ था क्योंकि नोट में से इंक छूट पाक करता था. एक पाल लग रहा था। रही थी. उन्होंने सर्च वारंट इश्यू किया और इम्मानुएल के घर पहुँच गए. वहाँ जाकर उन्होंने जो कुछ देखा उससे पोलिसवाले हैरान रह गए. उन्हें एक छत के अंदर र इम्मानुएल (Emmanuel) का = काम करने कमरा मिला जहाँ पर उसने 20 डॉलर के कई सारे फेक नोट्स बनाकर रखे हुए थे.
उन्होंने एक वन डॉलर का बिल भी देखा जिसे इम्मानुएल ने सूखने के लिए डाला हुआ था. इम्मानुएल एक स्किलड आर्टिस्ट था, वो इतना एक्सपर्ट था
कि उसने 20 डॉलर एकदम असली दिखने वाले फेक नोट बनाये थे जिन्हें देखकर कोई भी धोखा खा सकता था. और उसी दिन इम्मानुएल को अरेस्ट
कर लिया गया. इस कन्ट्रोवर्सी की वजह से उसके हर एक आर्टवर्क का रेट 55,000 से बढ़कर S16,000 तक पहुच गया. लेकिन अगर इम्मानुएल ने इतना टाइम और आर्ट्स और ज्यादा पट्टी बनाने में लगाया होता तो वो काफी पैसा कमा सकता ड कामो के लिए यूज़ किया. शायद आपकी था. एक्स्ट्राओर्डनरी टेलेंट को क्या पता तब वो और ज्यादा सक्सेसफुल होता. लेकिन इम्मानुएल ने लाइफ में भी कभी ऐसा टाइम आया होगा जब आपको अनप्रोडक्टिव होने की फिलिंग आई हो. ये हम सबके साथ होता हैकि जब हमारी बुरी हैबिट्स और नेगेटिव थोट्स पर हावी होने लगते हैं, ऐसे में हम खुद को एवरेज सा फील करते है. लेकिन इन फीलिंग्स को चेंज आपके हाथ में है.
क्योंकि आप चोर बनो या जीनियस, ये सिर्फ आपकी चॉइस पे डिपेंड है. लेकिन इसके उलट जब आप खुद को एक ऐसा इंसान समझते हो जो कुछ भी अमेजिंग कर सकता है तो ऑटोमेटिकली आपकी परफोर्मेंस इम्प्रूव होने लगती है. चाहो तो आप ट्राई करके देख लो. जब आप खुद के लिए अच्छा फील करोगे तो आपके साथ-साथ ओरो की लाइफ भी improve होने लगेगी.
द सेकंड स्टेप: योर रिलेशनशिप विथ अदर्स दूसरो के साथ आपका रिलेशनशिप (The Second Step: Your Relationship with Others)
पोजिटिव सेल्फ इमेज आप जितनी जल्दी लाइफ में अप्लाई करोगे उतना आपका कांफिडेंस बढेगा और परफोर्मेस बैटर होगी. और लोगों को देखने का आपका जो नजरिया है उस पर भी यही सेम चीज़ अप्लाई होती है. वयोंकि जब आप लोगो की अच्छाई पर फोकस करेंगे तो उन्हें बैटर ट्रीट करने लगेंगे, और फिर बदले में वो । आपको बैटर रिस्पोंस देंगे जोकि लोगो के साथ आपकी रिलेशनशिप इम्प्रूव करेगा. चाहे आपका बच्चा हो, या पडोसी, या फिर कलीग, आप सबके साथ एक बेटर रिलेशनशिप एन्जॉय कर पाएंगे बस आप अपना नजरिया चेंज करके देखो. कई बार किसी इंसान के साथ हम रिश्ता
उतना कम्फर्टेबल नहीं होता, लेकिन आप फिर भी उनमे कोई ना कोई पोजिटिव बात देखने की कोशिश करों. फिर धीरे-धीरे सिचुएशन बैटर होने लगेगी. एक बार एक बिजनेसमेन बड़ी जल्दी में सब-वे की तरफ जा रहा। था. रास्ते में उसने पेंसिल्स बेचने वाले एक आदमी के कप में एक डॉलर डाल दिया, वो आदमी ट्रेन में चढ़ा ही धा कि उसे कुछ याद आया. वो उतरा और साइडवाक पे जाकर उस पेंसिल बेचने वाले से कुछ पेंसिल्स ले ली. उसने उस आदमी से माफी मांगते हुए कहा कि “सोरी, जल्दबाज़ी में मैं पेंसिल्स लेना भूल गया था, आई होप कि आपको बुरा नहीं लगा होगा. आफ्टर आल आप भी मेरी तरह एक बिजनेसमेन है और आप सही रेट में अपना प्रोडक्ट बेच रहे है”
कुछ मंथ्स बाद वो बिजनेसमैन एक सोशल गेदरिंग में गया. एक नीट सा स्मार्ट सेल्समेन उसके पास आया और बोला “शायद आपने मुझे पहचाना नहीं आई स्मार्ट सल्समन उसके पास और मुझे भी आपका नाम नहीं पता, लेकिन मैं आपको कभी नहीं भूल सकता. आप ही वो है जिसने मुझे मेरी सेल्फ-रिस्पेक्ट याद दिलाई, मै पहले भिखारीथा और पेंसिल्स बेचता था लेकिन आप वो इंसान है जिसने पहली बार मुझे बिजनेसमेन बोला.. तो एक सिंगल मुलाकात ने उस मेन की लाइफ चेंज कर दी. उस बिजनेसमेन की तरह आप भी दूसरो की लाइफ को बड़े सिंपल वे में टच कर सकते हो. हो सकता है आप किसी को जानते हो जो मुश्किल में हो, कोई बच्चा, या कोई पड़ोसी या आपका कोई कलीग, या फिर कोई ऐसा जिसके
साथ आप गुड टर्स में नहीं है. फिर भी आप ट्राई करो, उनके अंदर कोई न कोई तो अच्छाई होगी. हो सकता है कि दो प्यार के भूखे हो, आप उन्हें उनकी
वैल्यू फील कराओ, उन्हें पोजिटिव धौट दो. उन्हें अपने अंदर की गुडनेस देखने में हेल्प करो, क्योंकि दुनिया में हर कोई एक बैटर ट्रीटमेंट डिजर्व करता
है और आपके सिंपल जेस्चर से आप उनकी लाइफ में इम्यूवमेंट ला सकते है बेशक छोटी सी, जिस नजरिये से आप उन्हें देखते है, उसी तरह ट्रीट करते है और जिस तरह आप उन्हें ट्रीट करते है अक्सर वो वही बन जाते है तो आप अपने बच्चो को कैसे ट्रीट करते है? आपके कलीग्स आपके साथ कैसे है? अगर आप टीचर है तो आपको कैसे स्टूडेंट्स मिले है? ये सब कुछ आपके पर्सपक्टिव पर डिपेंड करता है कि आप लोगों के साथ कैसा बिहेव करते है. आप बस अपना नजरिया बदलो, बाकी अपने आप चेंज हो जायेगा.
द थर्ड स्टेप: गोल्स (The Third Step: Goals)
इस पॉइंट पे आके आपने एक अच्छी सेल्फ इमेज क्रियेट की है और लोगो के साथ आपके रिलेशनशिप्स भी अच्छे है. आप मेहनत करते है, खुद को बिज़ी रखते है लेकिन किसके लिए? ऐसा क्या है जो आप अचीव करना चाहते है? लाइफ में गोल्स बहुत इम्पोटेंट है. उनके बिना आप लॉस्ट हो जायेंगे. क्योंकि कोई डायरेक्शन नहीं होगी तो आप कभी भी अपनी मंजिल नहीं पा सकते. एक बायोलोजिस्ट ने एक बार “कैटरपिलर्स(caterpillars)यानी
तितली के बच्चे के साथ एक एक्सपेरीमेंट किया. ये सारे कैटरपिलर्स अंधे थे और अपने आगे वाले कैटरपिलर को फोलो करते थे. बायोलोजिस्ट ने उन्हें एक फ्लावर पॉट के किनारे पर एक के पीछे एक ऐसे रखा कि लास्ट वाला फर्स्ट वाले की टच कर रहा था. उस फ्लावर पॉट के अंदर उसने पाइन नीडल्स प्लांट किये थे जोकि कैटरपिलर्स का फेवरेट खाना था. लेकिन उनमें से भी कैटरपिलर पाइन नीडल के पास नहीं गया, के पीछे गोल-गोल चक्कर काट सब एक के पार ३. इस तरह कई मिनट, घंटे और दिन गुजर गए. कैटरपिलर यूं ही सर्कल में घुमते रहे और सात दिन बाद भूख और थकानकी वजह से सारे कैटरपिलर्स मर गए. उन्हें इतना भी पता नहीं चला कि उनका फेवरेट फूड पाइन नीडल उनके इतने पास था. कई बार हम भी कैटरपिलर्स की तरह बिहेव करते है. हम इतने बिज़ी हो जाते है और अपने आस-पास के लोगों को फोलो करते रहते है. हम ऐसा है, इसका कोई स्पेशिफिक रीजन नहीं है, बस हम जाने-अनजाने दूसरो को फोलो करने लगते है. लेकिन ये बड़ा गलत तरीका है जो आपको क्यों करते है, टॉप पर तो बिलकुल भी नहीं ले जायेगा. . सी. पेनी ने एक बार कहा था” तुम मुझे एक आमआदमी दो जिसका कोई गोल हो और मैं तुम्हे एक ऐसा
आदमी दूंगा जो इतिहास बना देगा. और अगर मुझे बिना गोल का कोई आदमी दोगे तो दो बस एक आगआदमी बन के रह जाएगा तो इसलिए आप जो भी है या जो कुछ भी कर रहे हो, लाइफ में गौल रख के चलिए. जिसके पास कोई गोल नहीं है, वो उस फुटबॉल प्लेयर की तरह है जो बिना वजह फील्ड के चक्कर लगाता रहता है. आपके पास कोई गोल होगा तो आप उसी डायरेक्शन में आगे बढ़ेंगे. आपके हर काम में एक पर्पज और मीनिंग होना ज़रूरी है.
लाइफ में गोल्स होंगे तो आप अपना हर एक मिनट सोच समझ कर स्पेंड करेंगे. आपकी विल पॉवर इनक्रीज होगी. फेमस एथलीट्स की रेपूटेशन
इसीलिए बनती है क्योंकि वो हमेशा एक गोल सेट करते है. सबसे इम्पोर्टंट बात ये कि वो खुद को ही चेलेंज करते है जिससे उनकी परफोर्मेस हर बार
बैटर होती जाती है. रोजर बैनीस्टर (Roger Bannister) एक प्रोफेशनल रनर था, एक दिन उसने एक गोल सेट किया “मैं चार मिनट में एक मील तक दौड़ने की कोशिश करूगा. उसके कोच ने बोला कि उसका अब तक बेस्ट रिकोर्ड चार मिनट और सिक्स सेकंड्स है. “मैंने साइंटिफिकली पत्ता लगाया है कि इससे कम टाइम में रेस पूरी करना नामुमकिन है कोच ने कहा, और डॉक्टर ने कहा ” तुम चार मिनट में एक मील दौड़ना चाहते हो? मगर क्यों, तुम्हारा हार्ट तुम्हारे सीने से निकल आएगा. तुम ये कर ही नहीं पाओगे”,
सबको लगता था कि चार मिनट पर मील की रेस ह्यूमन कैपिसिटी के बस में नहीं है. लेकिन रोजर डिसकरेज नहीं हुआ. उसने पूरा फोकस अपने गोल
पर लगाया और लास्ट में इम्पोसिबल को पॉसिबल करके दिखा दिया. रोजर पहला रनर था जिसने चार मिनट पर एकमील की रेस पूरी की थी.
द फोर्थ स्टेप: एटीट्यूड (The Fourth Step:Attitude)
अच्छी इनकम, एक फुलफिलिंग करियर, लविंग फेमिली, गुड हेल्थ और लोगो की रिस्पेक्ट, ये सब आपको मिल भी सकता है अगर आप एक राईट एटीट्यूड लेकर चले तो. सिचुएशन चाहे जो भी हो, पोजिटिव या नेगेटिव रिएक्ट करना आपके हाथ में है. ये आपकी चॉइस है कि आप कोई काम एक्स्लेंट वे में करते है या मीडियोक्रिटी से. आपकी चॉइस है कि आप ऑप्टीमिस्टि बनो या पेस्सिमिस्टयानीपॉजिटिवर्थिकरबनीयानेगेटिवर्थिकर” वैसे तो एटीयूड सुनने में एक छोटा सा वर्ड है लेकिन ये काफी मैटर करता है” ये उस 5 मिनट के डिफ़रेंस की तरह है जो फर्स्ट और सेकंड रनर के बीच होता
वाल क्लोक के 5 मिनट डिले की है, बेसिकली विनर और लूजर के बीच एटीट्यूड का हीं डिफरेंस है. एक एवरेज स्टूडेंट सिर्फ गुड ग्रेड्स का ये एम् रखेगा लेकिन एक एक्सीलेंट स्टूडेंट हमेशा नॉलेज के पीछे भागेगा. एक एवरेज सेल्समेन बस कोटा पूरा करने की सोचेगा जबकि एक एक्सीलेंट
सेल्समेन बैटर सर्विस को अपना गोल बनाएगा, गर्मी की एक दोपहर में कुछ लोगों का ग्रुप रेल बोर्ड पर काम
तभी एक ट्रेन स्लोली वहां से गुजरती है. ट्रेन के लास्ट एयर कंडिशंड डब्बे पर सब लोगों की नजर पड़ती है. जब तो लास्ट डब्या उनके सामने आता है तो अचानक विंडो खुलती है और एक पैसेंजर बाहर झांकता है और पूछता है” डेव, क्या ये तुम हो” वो आदमी दरअसल उस ग्रुप के लीडर डेव एंडरसन को देख कर पूछ रहा होता है, “बिलकुल मै ही हूँ जिम तुम्हे देखकर अच्छा लगा” “डेव रिप्लाई करता है. दोनों फ्रेंड् एक दुसरे का हाल-चाल पूछते है, फिर जिम डेव को अपने धर आने के लिए इनवाईट करता है. जिम मर्फी Jim Murphy) एक्चुअल में रेलबोर्ड कंपनी का प्रेजिडेंट था, ग्रुप के लोग हैरान थे कि डेविड उसे पर्सनली जानता है. जब जिम की ट्रेन गुजर जाती है तो डेव उन्हें बताता है कि बिग बॉस जिम उसका इतना अच्छा फ्रेंड कैसे बना. 20 साल पहले डेव और जिम सेम क्रू में काम करते । दोनों लबोर्ड में साथ में जॉब करते थे, और दोनों की फ्रेंडशिप भी काम के दीरान ही हुई लेकिन विम रेल बोर्ड वही जिम ामे रलवाड की इम्पूवमेट के लिए पूरी तरह कमिटेड था. एक जहाँ 51.75 हर घंटे के हिसाब से काम करता था लीड करने का मौका मिला जबकि दुसरे को पूरी कंपनी, कर रहा था.
डेव एवरेज तक सेटिस्फाई था जबकि जिम का गोल था एक्सीलेंस अचीव करना. और इस तरह एक राईट एटीट्यूड की वजह से जिम को उसका रीवार्ड मिला. Negative लोग हमेशा यही बोलते है” मै तभी बिलीव करेगा जब मै खुद देखूंगा” लेकिन ऑप्टीमिस्ट बोलता है जब मै बिलीव करगा तभी तो देखूगा”. पेसिमिस्ट लोग बहाने बनाते हैं जबकि ऑप्टिमिस्ट लोग सोल्यूशन लाते है. पेसिमिस्ट के लिए ग्लास हाफ एमटी है क्योंकि आधा पानी उसने निकाल लिया, लेकिन ऑटो निकट बोलेगा कि ग्लास हाफ पुलल है क्योंकि उसने उसमे पानी डाला है.
लाइफ में सक्सेस और Failure के बीच अक्सर एक या दो इंच का डिफ़रेंस होता है” बार दो रिएल्टी एजेंट्स थे जो एक पार्टी अटेंड करने गए, उस टाइम (Ceneral Motors) जेर्नल मोटर्स स्ट्राइक पर थी. और इकोनोमी पर ये सेलिंग का का वर्स्ट टाइम चल रहा था. लोग फूड, । काफी बड़ा इम्पेक्ट पड़ रहा था. पेसिमिस्ट आदमी के लिए तो पर इसका क्लोथ्स, शूज तक नहीं खरीद पा रहे थे. तो ज़ाहिर है ऐसे में कोई घर खरीदने के लिए तो बिलकुल भी इंटरेस्टेड नहीं होगा. ” मैंने कब से कोई घर नहीं बेचा, ऐसा ही चलता रह तो जल्दी ही में बैंकरप्ट हो जाऊंगा” पेसिमिस्ट एजेंट ने कहा. उसके नेगेटिव थोट्स उसे मिजरेबल फील करा रहे थे. लेकिन तभी पार्टी में एक नएइंसान के आने से मूड चेंज हो गया, वो लेडी भी एक रियेलेटर ही थीं, उसने बताया कि बहुत सारे बायर्स उसे फोन कर रहे है वयोंकि प्रोपर्टी इतनी सस्ती जो हो गयी थी. जैर्नल मोटर्स की स्ट्राइक की वजह से रेट डाउन हो गए थे, वो लेडी अपने कस्टमर्स को उनका ड्रीम हॉउस लेने में हेल्प कर रही थी, “अगर ये स्ट्राइक आगे सिक्स वीक्स और चली तो, मेरे पास काफी पैसे आयेंगे” उस ऑप्टीमिस्ट लेडी ने कहा,
दोनों रियेलेटर्स की सेम सिचुएशन थी लेकिन वो लेडी इसे स्माइल के साथ फेस कर रही थी वहीं पेसिमिस्ट एजेंट को इसमें नेगेटीविटी दिख रही थी. अपने पोजिटिव एटीट्यूड की वजह से उस लेडी को अपने सामने अपोच्यूनिटीज नज़र आ रही थी जिसका उसने खूब बेनिफिट लिया और सक्सीड हुई.
द फिफ्थ स्टेप: वर्क (The Fifth Step:Work)
एक एम्प्लोयी से पुछा गया” आप कब से यहाँ काम कर रहे हो तो उस यंग मेन ने जवाब दिया “जब से उन लोगो ने मुझे जॉब से निकालने की धमकी दी है” इसी बीच एक एम्प्लायर से भी पुछा गया “कितने लोग आपके लिए काम करते है? तो उसका जवाब था” अबाउट हाफ ऑफ़ देमयानीमेरेपासजितनेएम्प्लोयीहै उनमें से आधे, कितनी अजीब बात है कि लोग जॉब स्टार्ट करते है छोड़ने की बात करते है. ज्यादातर लोगों को मंडे ज़रा भी पसंद नहीं है, कई सारे लोग ऐसे है जो अपने काम पर जाने के लिए ज़रा भी मोटीबेटेड फील नहीं करते. लेकिन इस फ्रेम ऑफ़ माइंड के साथ आप कभी भी टॉप पर नहीं पहुँच सकते.
अपनी जॉब से प्यार करना सीखो. एक्स्ट्रा एफर्ट दो, एक्स्ट्रा लोयेलिटी के साथ काम करो आपको लगता होगा कि एक अंडरपेड जॉब और टेरिबल बॉस के साथ कोई काम को कैसे एन्जॉय कर सकता है. लेकिन लगे रहो, बेशक अभी आपको इसका रीवार्ड ना मिले मगर आपको कई और अच्छे रिजल्ट्स मिलेंगे, . चार्ल्स नाम का एक ऑफिस बॉय था, अपने काम की वजह से वो हमेशा दौड़ता भागता रहता था, उसे सेलरी इन्क्रीमेंट चाहिए थे और अगर
उसका करंट एम्प्लोयर उसके पैसे नहीं बढ़ेगा तो वो किसी और कंपनी में जॉब ढूंढ लेगा. और कई दुसरे लोग उसे जॉब पर रख भी लेंगे क्योंकि उसके जैसा हार्डवरकिंग एम्प्लोयीज़ भला कौन नहीं चाहेगा? आप जो भी जॉब कर रहे हो, पूरे दिल से करो और टाइम पे ऑफिस पहुँच. जिस चीज़ की आपसे उम्मीद की जाती है कोशिश करी कि उस पर खरा उतरो. इन फेक्ट, उससे कुछ ज्यादा ही करो. अगर आप ज्यादा नहीं करोगे तो ज्यादा सेलरी की उम्मीद कैसे रख सकते हो? आपका बॉस शायद फिर आपसे यही बोलेगा” तुम जो डिजर्व करते हो मै तुम्हे वो इन्क्रीमेंट दूंगा. जब तुम इफेक्टिव होंगे तो तुम्हे रीवाई भी इफेक्टिव मिलेगा” सक्सेसफुल लोग असल में अपने काम को काम ही नहीं
मानते, बल्कि वे इसे एन्जॉय करते है. जो भी वो करते है पुरी तरह इन्वोल्व हो जाते है और अपनी प्रोग्रेस पर उन्हें प्राउड फील होता है. जॉन नेविन (John Nevin) एनसाइक्लोपीडीया (encyclopaedias.) बेचने का काम करता था, उसने खुद को इस काम में पूरी तरह डेडीकेट कर दिया था. उसे ये काम, अपनी जॉब और अपनी फैमिली पसंद थी. अपने इस राईट एटीट्यूड की वजह से ही उसे सक्सेस मिली. जॉन खुद को लकी समझता था
अपना कि उसे ये जॉब मिली लेकिन उसका डेडीकेशन ऐसा था कि अपने जॉब के लिए वो लकी बन गया. पहले वो एक पार्ट टाइम सेल्समेन था, और आज वो मैनेजिंग डायरेक्टर बन गया था, क्या आपको लगता है कि जॉन इतना आगे बढ़ पाता अगर वो मोटीवेट नहीं होता तो? सेक्रेट्री बॉस से ये नहीं बोल सकती कि पहले मेरी सेलरी बढाओ फिर मैं अच्छा काम करुंगी” या सेल्समेन ये नहीं बोलेगा कि मुझे सेल्समैनेजर चनाओ फिर देखो मैं क्या करता हूँ” क्योंकि रिकॉर्ड कभी भी काम के पहले नहीं मिलते. लाइफ का यही फंडा है, इसलिए आज ही से अपनी जॉब में एक्स्ट्रा एफर्ट डालो और फिर देखो आपका रीवार्डस भी एक्स्ट्रा मिलेगा.
द सिक्स्थ स्टेप: (The Sixth Step: Desire)
आपने अपनी जर्नी एक पोजिटिव सेल्फ इमेज से स्टार्ट की. तो आपको लोगो में गुडनेस भी नजर आने लगेगी. पहले अपने लिए क्लियर गोल्स सेट करो फिर राइट एटीट्यूड के साथ आगे बढ़ो. खुद को काम के लिए कमिटेड कर दो. इस पॉइंट पे आके, टॉप तक पहुँचने के लिए आपको अब सिर्फ एक चीज़ की ज़रूरत है और वो है डिजायर. डिजायर ही आपको हाईएस्ट लेवल की परफोर्मेंस देने के लिए मोटीवेट करती है. जिससे आप पूरी फुल स्पीड से अपनी मंजिल की तरफ बढोगे, हो सकता है कि आपके रास्ते में बहुत मुश्किलें खड़ी हो, हो सकता है कि आपके सामने कई सारे चेलेंजेस हो, लेकिन डिजायर है तो कुछ भी इम्पोसिबल नहीं. तो । अपना 100% दो. जो भी करो हाई परफोर्मेंस के साथ करो. आपका सबसे अब्दा कॉम्पटीशन आप खुद हो. इसलिए अपने लिए कोई लिमिट डिसाइड मत करो. डिजायर्स इतनी पॉवरफुल होती है कि ये किसी भी फिजिकल बेरियर को तोड़ने का दम रखती है. आप डिजायर के इस इंजिन पर सवार होकर टॉप पर पहुँच सकते है. एक बार बिली मिसके (Billy Miske) नाम का एक बॉक्सर था. उसने बॉक्सिंग कई स्ट्रोग अपोनेंट्स को हराया था. उसने वर्ल्ड हैवीवेट चैपियनशिप भी खेला था, लेकिन बिली जब 25 साल का हुआ तो उसे एक सिरियस बीमारी हो गयी थी, डॉक्टर्स ने उसे बॉक्सिंग छोड़ने को कहा. लेकिन बिली नहीं माना. उसके पास पैसे कमाने का सिर्फ यही एक तरीका था, उपर से उसकी फैमिली भी उस । उस पर पूरी तरह डिपेंडेंट थी.
बिली 29 साल की एज तक बॉक्सिंग करता रहा. इस टाइम तक आते-आते उसकी किडनीज फेल हो चुकी थी. उसकी हेल्थ खराब होती जा रही थी. बिली इतना वीक हो चूका था कि ना तो वो जिम में ट्रेनर की जॉब कर सकता था और ना ही कहीं और अब उसके पास घर पर बैठने के अलावा कोई और चॉइस नहीं बची थी. वो अपनी बीमारी से दुखी था लेकिन अपनी फेमिली को गरीबी में स्ट्रगल करते देखना उससे भी बड़ा दुःख था उसके लिए. क्रिसमस आने ही वाला था और चाहता था कि अपनी फेमिली को क्रिसमस पर कुछ गिफ्ट करे. उसने सोचा आखिर इतना तो मै कर अपने मैनेजर जैक के पास गया और उससे अपने । लिए एक फाइट अरेंज करनी की रिक्वेस्ट की, सकता मैनेजर ने ऐसा करने से साफ़ मना कर दिया, लेकिन बिली जिद पे अड़ गया. लास्ट क्रिसमस हो अपनी फैमिली के सामने जानता था अब उसकी लाइफ थोड़ी सी बची है और शायद ये उसका साथ इसलिए वो इस क्रिसमस पे उन्हें कुछ स्पेशल देना चाहता था, जैक ने बिली को वापस शेप में आने को बोला. लेकिन बिली अपनी पूरी ताकत बचाकर रखना चाहता था, उसने जैक से प्रोमिस किया कि वो जी-जान लगाकर ये फाईट लडेगा, उसके बैटर जजमेंट के उलट मैनेजर ने बिली के लिए एक अच्छा अपोनेंट भी टूढ लिया था. बॉक्सिंग मैच नेसका में होना डिसाइड हुआ. बिली को जॉन ब्रेनन से फाइट करनी थी जो उसी की तरह एक स्टरोग फाइटर था, कई मध्स के बाद बिली वापस रिंग में उतरने जा रहा था. उसकी बॉडी वीक थी लेकिन उसके इरादे बहुत मज़बूत थे. और उस दिन दो $2.400, के साथ घर लौटा. बिली ने अपनी पुरी प्राइज़ मनी स्पेंड करके अपनी फेमिली के साथ अब तक का सबसे बेस्ट क्रिसमस सेलिब्रेट किया. लेकिन 26 दिसम्बर को उसकी फेमिली उसे लेकर हॉस्पिटल भागी, न्यू इयर के ठीक एक दिन पहले बिली की डेथ हो गयी. उसके फ्रेंड्स बिलीव नहीं कर पा रहे थे, सिर्फ सिक्स दीक पहले ही तो उसने अपने अपोनेंट को राउंड फॉर में नॉक आउट किया था. ये थी डिजायर की पॉवर, जो बिली लास्ट पंच के पीछे थी.
कनक्ल्यू जन
आपने टॉप तक पहुचने के सिक्स स्टेप्स के बारे में सीखा जो है सेल्फ इमेज, रिलेशनशिप विद अदर्स, गोल्स, एटीट्यूड, वर्क एड डिजायर, कोई भी चाहे तो टॉप पर पहुँच सकता है. इसके लिए कोई एज, जेंडर, एजुकेशन या वर्क एक्स्पिरिएंश की लिमिट नहीं है. आपको बस इन स्टेप्स को फोलो करना है जो आपको टॉप तक जाने में हेल्प करेंगे, जहाँ आपके लिए हैप्पीनेस, लव, रिचेस, गुड हेल्थ और डेर सारी अपोरच्यूनिटी के दरवाजे खुले है,