TOOL OF TITANS by Tim ferriss.

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About Book

इस बुक में कई सक्सेसफुल लोगों की सच्ची कहानियों बताई गई हैं कि वो कैसे healthy, अमीर और समझदार बनें. टिम फ़ेरिस ने अलग-अलग फील्ड के प्रभावशाली लोगों का इंटरव्यू लिया और उनसे healthy बॉडी, अपार दौलत और शार्प माइंड के रहस्यों के बारे में पूछा. उन्होंने उनसे सीखे हुए सभी टिप्स के बारे में इस बुक में बताया है. आपको भी इनमें ऐसी कोई ना कोई technique मिल सकती है जिन्हें आप अपनी लाइफ में अप्लाई कर उसे बेहतर बना सकते हैं.

यह समरी किसे पढ़नी चाहिए? सभी लोगों को

जिसे भी इंस्पिरेशन और मोटिवेशन की ज़रुरत है

ऑथर के बारे में

टिम फ़ेरिस एक बिजनेसमैन और स्टार्ट अप इंवेस्टर हैं. वो टीवी शो Tim Ferris Experiment और Fearless with Tim Ferris के होस्ट भी हैं. इस बुक के अलावा, टिम ने “The Four-Hour Workweek” भी लिखी है जो न्यू यॉर्क टाइम्स के बेस्ट सेलर लिस्ट में शामिल था.

इंट्रोडक्शन

क्या आपने लाइफ में कुछ अचीव करने की कोशिश की है लेकिन कहीं ना कहीं रास्ते में हार मान ली? क्या वो रास्ता आपके लिए इतना challenging था कि आप आगे बढ़ने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाए? क्या आपको ये देखकर आश्चर्य होता है कि दूसरों ने सक्सेसफुल होने के लिए

ऐसा क्या खास किया जो आप नहीं कर पा रहे हैं?

अगर आपका जवाब हाँ है तो आप घबराइए मत, आप अकेले नहीं हैं. आपके रोल मॉडल सहित सभी सक्सेसफुल और जाने माने लोग कभी ना

कभी

अपनी जिंदगी के ऐसे मोड़ पर खड़े थे जहां वो थक कर हार मानने वाले थे लेकिन फिर भी वो रुके नहीं क्योंकि वो जानते थे कि उन्हें क्या अचीव करना है और उन्होंने मुश्किलों को खुद को रोकने नहीं दिया, तो क्या आप जानते हैं कि आप असल में क्या चाहते हैं?

इस बुक में आप जानेंगे कि दुनिया के सक्सेसफुल लोगों ने अपना मुक़ाम कैसे हासिल किया. उनके पास ऐसा कौन सा सीक्रेट मंत्र है जिसकी माला जप कर वो अपनी एनर्जी को रिचार्ज कर लेते हैं ? इसके साथ-साथ आप ये भी जानेंगे कि उन्होंने मुश्किलों और उनकी बुराई करने वालों का सामना केसे लेते। किया, कैसे उन्होंने तब शुरुआत करने की हिम्मत दिखाई जब उनके पास कुछ भी नहीं था और कैसे उन्होंने आसमान की ऊँचाइयों को छूने के लिए अपनी बुद्धि का इस्तेमाल किया.

आपको हमारी generation के कई हीरोज के बारे में पता चलेगा और आप देखेंगे कि आप उनसे अलग नहीं है. बस एक फ़र्क है, वो जिस तरीके से काम करते हैं वो उन्हें खास बनाती है. इसके साथ ही उन्होंने कुछ ऐसी आदतें अपनाई हैं जो उन्हें भीड़ से बिलकुल अलग बना देती है. तो क्या आप वो बनने के लिए तैयार हैं जो आप हमेशा से बनना चाहते थे? क्या आप विश्वास की छलांग लगाने का ज़ज्बा रखते हैं? ये बुक आपको बिलकुल ही करने में मदद करेगी कोई भी इंसान जिंदगी का सफ़र अकेले तय नहीं कर सकता. इसलिए अगर हम मदद मांग रहे हैं तो सबसे बेस्ट से क्यों ना मार्ग,

एक्सपर्ट्स की सलाह को गौर से सुनें क्योंकि उनमें आपको गलतियां करने से बचाने की ताकत होती है,

Part 1: Healthy

DOMINIC D’AGOSTINO

डॉ. डोमिनिक साउथ फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं. उन्होंने कीटोजेनिक डाइट और कीटो सप्लीमेंट को डेवलप करने में अपना करियर समर्पित कर दिया. कीटोजेनिक डाइट फ़ास्टिंग से मिलता जुलता होता है. हमारी बॉडी आमतौर पर एनर्जी बनाने के लिए ब्लड शुगर का इस्तेमाल करती है. कीटोजेनिक डाइट उसे कहते हैं जब हम बॉडी में स्टोर हुए फैट से अपनी एनर्जी हासिल करते हैं. कीटोजेनिक डाइट वज़न कम करने में, कैंसर को रोकने में, बॉडी की ताकत बढ़ाने में और lyme डिजीज को खत्म करने में मदद करती है. डॉ. डोमिनिक का कहना है है कि कीटोजेनिक फ़ास्टिंग आपकी बॉडी को कैंसर सेल्स से तीन से चार गुना ज्यादा असरदार तरीके से लड़ने में मदद कर

सकता है, ये खासकर कैंसर पेशेंट्स के लिए बहुत फायदेमंद है. कीटो डाइट आपकी बॉडी को ज़्यादा सेल्स पैदा करने में मदद करता है जो उसे एक नई शुरुआत करने का मौका देता है.

डॉ. डोमिनिक ने खुद लगभग सात दिनों तक फ़ास्ट किया है. फ़ास्टिंग के आखरी दिन उन्होंने यूनिवर्सिटी में लेक्चर दिया और वहाँ से जिम चले गए. उन्हें ऐसा करने की इंस्पिरेशन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में किए गए एक रिसर्च से मिली जहां लोगों ने 40 दिनों तक फ़ास्ट किया था. फ़ास्ट करना हमारे शरीर उन्हें एसी को कमज़ोर नहीं बनाता है बल्कि आपको जानकार हैरानी होगी कि ये उसे मज़बूत बनाता है.

कोई भी आदमी कीटोजेनिक डाइट को फास्ट किए बिना भी अपना सकता है. आप जैसा खाना खाते हैं वो तय करेगा कि आप कीटो डाइट को फॉलो करना चाहते हैं या नहीं. लिए अमीनो एसिड मारी बॉडी को एनर्जी हासिल करने के लिए फैट की ज़रूरत होती है. अगर आपकी बॉडी में फैट नहीं होगा तो वो एनर्जी के डॉ. डोमिनिक को ग्लूकोस में बदलने के लिए मजबूर हो जाएगा. इसलिए कीटोजेनिक डाइट में फैट ज़्यादा खाने की ज़रूरत होती है. टिपिकल नाश्ता करते हैं जिसमें चार अंडे, ओलिव आयल में बनी सारडाइन मछली, oyster और एक सब्जी शामिल होती है. वो डॉ. डोमिनिक कहते हैं कि फ़ास्टिंग के दौरान, हमारी बॉडी सेल्स के बढ़ने और घटने की रेट को धीमा कर देती है, इस वजह से कैंसर सेल्स कीमोथेरेपी

लंच के बदले दिन भर में लिए गए Medium-chain Triglycerice oil यानी MCT oil लेते हैं. वो डिनर में हरी सब्जियां, चीज़, अवोकेडो, में लिए मीट (ये चिकन, मछली या कोई भी मीट हो सकता है) में बहुत सारे और वर्जिन कोकोनट आयल लेते हैं.

के प्रति ठीक से respond करने लगते हैं. कई डॉक्टरों ने ब्रेन कैंसर वाले चूहों पर रिसर्च किया. उन चूहों को कीटोजेनिक डाइट दी गई और इसके

साथ ही उन्हें फ़ास्ट भी कराया गया और स्टडी करने पर ये पता चला कि उनकी लाइफ 33 से 55 दिन बढ़ गई थी. इस डाइट ने कैंसर पेशेंट्स को सक्सेसफुल कीमोथेरेपी के ज़रिए लंबे समय तक जिंदा रहने में मदद की है. ये डाइट हमारी बॉडी को स्ट्रोंग बनाती है. अगर आप healthy होना चाहते हैं तो कीटोजेनिक डाइट से शुरुआत करना सबसे अच्छा होता है. आप इसे लबे समय तक करना चाहते हैं तो आपको अपने डाइट में फैट ज़्यादा लेना होगा. जब आप फ़ास्ट करेंगे तब आपकी बॉडी इस फैट का इस्तेमाल एनर्जी बनाने के लिए करेगी.

5 TOOLS FOR FASTER AND BETTER SLEEP

नींद ना आने की प्रॉब्लम जिसे insomnia कहते हैं आजकल मानो आम हो गई है. हम सब ने इसे कभी ना कभी ज़रूर एक्सपीरियंस किया है, कई बार ऐसा भी होता है जब हमें अपने आप ही नींद आ जाती है. तो एक अच्छी नींद का राज़ क्या है? अगर आप पूरी नींद सोना चाहते हैं तो उसके लिए क्या कर सकते हैं? तो इस बुक में वो पांच स्टेप्स बताए गए हैं जिन्हें सोने से पहले अपनाना चाहिए. इन टिप्स का असर किसी जादू से कम नहीं है. आइए

इन्हें एक एक समझते हैं.

कर

इमेजिन कीजिए कि एक कपल जो है जो पूरा दिन काम करने के बाद चैन की नींद सोना चाहते हैं, अब यहाँ लड़की की बॉडी का टेम्परेचर ज़्यादा था. लड़के की बॉडी का टेम्परेचर नार्मल था लेकिन क्योंकि वो दोनों सेम बेड पर सो रहे थे तो कुछ समय बाद लड़के को भी गर्मी लगने लगेगी और वो पसीने से तर बतर हो जाएगा. वो गर्मी कम करने के लिए कुछ देर के लिए अपना चादर हटा देगा जिससे उसकी बॉडी का टेम्परेचर नीचे आ जाएगा फ़िर वी दोबारा चादर ओढ़ लेगा. वो पूरी रात बीच-बीच में ऐसा ही करता रहेगा जिस वजह से उस लड़की की भी नींद खराब हो जाएगी. यहाँ टेम्परेचर उनकी नींद खराब कर रहा है जिस वजह से दोनों ही गहरी नींद नहीं सो पाते हैं. अगर ये लंबे समय तक चला तो उन उन्हें इनसोम्निया भी हो सकता है. का मतलब ये है कि आप जिस टेम्परेचर में सोते हैं वो बहुत इम्पोर्टेन्ट होता है. हर इंसान के लिए ये टेम्परेचर अलग-अलग हो सकता है, Chill pad वो डिवाइस है जो आपकी पसंद के टेम्परेचर को सेट कर आपको चैन से सोने में मदद करता है, इसकी तासियत ये है कि इसमें दो ज़ोन हैं यानी

आप और आपका पार्टनर बिना एक दूसरे पर कोई असर डाले अपने लिए अलग-अलग टेम्परेचर सेट कर सकते हैं. कई लोगों ने इस बात को स्वीकार किया है कि चिली pad की वजह से उनकी नींद बहुत अच्छी हों गई है. हों।

एक और कमाल की टिप है visual overwriting ये आपको किसी भी नेगेटिव थॉट से छुटकारा में मदद करता है, ये इसलिए ज़रूरी है। आप वीडियो देखकर ऐसा कर सकते हैं. जेन निगल सोने से पहले Tetris

क्योंकि नेगेटिव विचार हमें बेचैन बनाए रखते हैं और सोने नहीं गेम खेलने की सलाह

वेट लिफ्टिंग में वर्ल्ड चैंपियन जेरज़ी ग्रेगोर्क (Jerzy Gregorek) का कहना है कि स्पाइन से दबाव हटाना भी इनसोम्निया दूर करने में मदद करता इसे decompressing कहा जाता है. इसमें एक एक्सरसाइज है उल्टा लटकना, ये आपके स्पाइन पर दबाव कम करता है. दूसरी एक्सरसाइज

है, थोड़ा चेट उठाकर उठक बैठक (sit-ups) करना. आप लिनेक्स पोर्टेबल बैक स्ट्रेचर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जो आपकी एड़ियों को लॉक कर हतार और पीठ के निचले हिस्से में जकड़न से राहत देता है.

एक्सपर्ट्स tranquilizer जैसे apple साइडर विनेगर या शहद का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं. अगर आपको बहुत ज्यादा चीनी पसंद नहीं है तो आप सोते समय caramel चाय भी ले सकते हैं. ये आपके मन को शांत करेगा और आपको तेज़ी से अच्छी नींद भी आएगी, एक और प्रोडक्ट है जिसका आप इस्तेमाल कर सकते हैं, वो है स्लीप मास्टर मास्क, इस मास्क को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि ये आपके कान

को कोई तकलीफ़ नहीं देता. Marpac Domes white noise मशीन भी आपके काम आ सकती है. ये मशीन आपके सोने के लिए हर तरह रखती है.

केशोर फिल्टर कर एक शांत माहोल बना हर चीज़ एक प्रोसेस की तरह होता है. दुनिया भर के दिग्गजों और चैंपियंस ने एक दिन में स्ट्रोंग चाहे आप healthy चाहते हों या बेहतर और healthy बॉडी नहीं बनाई है. इसके लिए पेशेंस की ज़रुरत होती है. रिजल्ट सामने आने में कुछ वक़्त लग सकता है लेकिन अगर आप पेशेस और पूरे मन से इसे करते रहेंगे तो यकीनन आपको बहुत फ़ायदा होगा, फेल होना भी प्रोग्रेस का ही एक हिस्सा होता है. इसलिए इससे घबराकर चीज़ों को बीच में छोड़ देना बेवकूफ़ी से कम नहीं है.

जरा सोचिए अगर ये प्रोसेस इतने ही आसान होते तो क्या हम कभी किसी को हीरो समझते? दरअसल ज़्यादातर लोग इसलिए फेल हो जाते हैं क्योंकि उनमें पेशेंस खत्म हो जाता है और वो समझ नहीं पाते कि इस निराशा से कैसे डील किया जाए, हमेशा याद रखें, ऐसे गोल्स पाने की इच्छा ना रखें जिन्हें पाना संभव ही ना हो, रीयलिस्टिक गोल्स बनाएं नहीं तो आपको हताशा घेरने लगेगी,

अगर आप फेल नहीं हो रहे हैं तो इसका मतलब है कि आप उतनी मेहनत और कोशिश नहीं कर रहे जितनी आपको करनी चाहिए. अपनी पिछली

गलतियों से सीखें और कभी भी आप जितना deserve करते हैं उससे कम में संतोष ना करें.

क्रिस सक्का (Chris Sacca) ने कई अलग-अलग कंपनी में इवेस्ट किया है जैसे Twitter, Uber और Instagram. लोग उन्हें “The Silicon Valley Investor” के नाम से बुलाते हैं. हालांकि, क्रिस ने रहने के लिए सैन फ्रांसिस्को नहीं बल्कि उसके सबसे सस्ते पड़ोस Truckee को बसने के लिए चुना, वहाँ वो स्किंग और हाईकिंग में समय बिताते हैं. जब टेक्नोलॉजी तेज़ी से बढ़ रही थी, उससे काफी समय पहले से ही क्रिस प्रॉपर्टी खरीदने में दिलचस्पी लेने लगे थे, उनका कहना था कि वो सिर्फ ऐसी चीजें खरीदना या बनाना चाहते थे जिनमें वो विश्वास रखते थे. दो एक नीरस जिंदगी के बजाय अच्छे और मजबूत रिश्ते बनाना चाहते थे. क्रिस जितने अमीर होते जा रहे थे, उन्हें एहसास होता जा रहा था कि उनमें अपनी पसंद की चीज़ों का चुनाव करने की पॉवर आ गई थी जैसे पहले की तरह अब वो हर मीटिंग अटेंड नहीं करते थे, वो सिर्फ उस मीटिंग में जाते जो

उन्हें लगता था कि इम्पोर्टेन्ट है. यहाँ क्रिस ये समझाना चाहत

चाहते हैं कि जब आप स्टार्ट अप के स्टेज पर होते हैं तो आपको ज़्यादा से ज़्यादा मीटिंग अटेंड करनी चाहिए चाहे आपको उसके लिए बुलाया गया हो या नहीं, हमेशा मीटिंग अटेंड करें और इम्पोर्टेन्ट बातों के नोट्स बनाएं. खुद को साबित करने का तरीका खोजें. इसी तरह क्रिस को गूगल में पहचान मिली थी. अंत में उन्हें मीटिंग में सबसे आगे वाली सीट पर बैठने का मौका मिला जो सिर्फ खास लोगों को ही दिया जाता था. जब क्रिस छोटे थे तो उनके माता पिता उन्हें गर्मियों में इंटर्नशिप के लिए भेजा करते थे. जब वो 12 साल के हुए तो उन्हें अपने फॅमिली फ्रेंड के साथ इंटर्नशिप करने का मौका मिला जो वाशिंगटन में एक अच्छी खासी पोस्ट पर थे. यहाँ क्रिस को लिखने का मौका मिला जिसने उनकी कहानियां लिखने

की स्किल को निखारा और उन्हें कॉफिडेंट बनाया. आज भी ये स्किल्स उनके काम आ रहे हैं.,

क्रिस कहते हैं कि लोगों को कहानियां पसंद हैं, वो आसानी से उससे जुड़ जाते हैं, चाहे आप प्रोडक्ट की मार्केटिंग कर रहे हों, नए एम्प्लाइज को काम पर रख रहे हो या और कुछ कर रहे हों, आपको समझना होगा कि लोग कुछ ऐसा सुनना पसंद करते हैं जिसे सुनकर उन्हें लगे कि हाँ ऐसा मेरे साथ भी हुआ है, हाँ ये बिलकुल सच है, मैं इससे रिलेट कर सकती हूँ. किस कहते हैं कि आज दुनिया से रियलिटी गायब होती जा रही है. कुछ अलग होना ही तो हमें खास बनाता है. आपको अलग होने से शर्मिंदा नहीं होना

चाहिए बस खुद को हमेशा रियल बनाए रखें.

ARNOLD SCHWARZENEGGER

अर्नोल्ड श्वार्जनेगर ने 20 की उम्र में मिस्टर यूनिवर्स का टाइटल जीता था. दो 2003 से 2010 तक कैलिफ़ोर्निया के गवर्नर थे. इस समय के दौरान, अर्नोल्ड ने कैलिफ़ोर्निया को क्लाइमेट चेंज, ग्लोबल वार्मिंग और रिन्यूएबल एनर्जी से डील करने में नंबर 1 बना दिया था.

1971 में अर्नोल्ड और उनके सबसे अच्छे दोस्त फ्रैंको एक ईंट बनाने वाली कंपनी में काम करते थे उस समय लोगों का मानना था कि यूरोप के प्रोडक्ट सबसे बेहतरीन क्वालिटी के होते थे और इसी कारण उनका बिज़नेस चल पड़ा. दरअसल जब भी अर्नोल्ड और उनके दोस्त किसी के घर रिपेयर के लिए जाते तो घर का मालिक शिकायत करता कि प्रोडक्ट की ख़राब क्वालिटी की वजह से उनका आँगन टूट फूट गया था और उसे वो यूरोपियन क्वालिटी के

भाडकट से बदलवाना चाहते थे. अर्नोल्ड और फ्रेंको ने इस बात का फ़ायदा उठाया कि लोग सेंटीमीटर के बारे में कुछ नहीं जानते थे. वो दोनों माप लेते और उसके बारे में बोलने लगते जबकि उन्हें खुद पता नहीं था कि वो क्या बोल रहे थे. फ़िर अनोल्ड मालिक के पास जाकर उन्हें बहुत उंचा दाम बताते. जब मालिक कहता कि ये तो

बहुत ज़्यादा है तो वो कहते “मुझे अपने साथी से बाल करनी होगी क्योंकि वो एक एक्सपर्ट है. हम देखते हैं कि दाम कम कर सकते हैं या नहीं.” तब अर्नोल्ड फ्रैंको से बात करते और वो दोनों एक दूसरे पर चिल्लाने का नाटक करने लगते. अनोल्ड जर्मन भाषा में बोलते और फ्रैंको इटालियन में कुछ देर दोनों फिजूल की बातें करते और फिर अर्नोल्ड मालिक के पास जाकर उसे कम दाम का ऑफर देते और सीमेंट और ईंट के लिए deposit जमा करने के लिए कहते. उसके बाद वो दोनों बैंक जाकर तुरंत पैसा निकाल लेते. इस तरह दो साल तक उनका बिज़नेस बड़े अच्छे से चला. अर्नोल्ड के शुरूआती को-एक्टर और बॉडी बिल्डिंग क्लब में उनके दोस्त पैसों की तंगी झेल रहे थे इस वजह से उनके सामने जो भी मौका आता वो तुरंत उसके लिए हाँ कह देते. अर्नोल्ड नहीं चाहते थे कि उन्हें कभी ऐसी सिचुएशन का सामना करना पड़े. उन्होंने अपने बॉडी बिल्डिंग कोर्स से जो थोड़े बहुत पैसे कमाए थे, उसे रियल एस्टेट में इंवेस्ट कर दिया. वो ऑफिस या अपार्टमेंट खरीदते और कुछ समय बाद उसे बेच देते. इस तरह वो मिलियनेयर

अर्नोल्ड आम लोगों से कुछ अलग थे, वो कभी भी छोटे मोटे रोल के लिए ऑडिशन नहीं देते थे. कई बार लोगों ने उनसे कहा कि उनकी बॉडी बहुत लंबी चौड़ी और muscular थी जिसके लिए फिल्मों में कोई जगह नहीं थी. लेकिन अनॉल्ड को यकीन था कि ऐसा समय ज़रूर आएगा जब उन्हें इसी ख़ासियत के लिए फ़िल्म में रोल ऑफर किया जाएगा. जिसे लोग उनकी सबसे बड़ी कमज़ोरी कह रहे थे वही उनकी सबसे बड़ी ताकत साबित हुई. उनकी फ़िट और muscular बॉडी की वजह से उनके पास फ़िल्मों की लाइन लग गई. अर्नोल्ड को हरक्यूलिस के लीड रोल के लिए चुना गया था, बाद में उन्हें इसी तरह का एक और रोल मिला जिसमें उनका रोल Conon the barbarian का था.

एक बार जब उनका एक्टिंग करियर तेज़ी से बढ़कर आसमान की ऊंचाइयां छूने लगा तब अर्नोल्ड काफ़ी प्रेशर में रहने लगे. उन्हें हर वक्त चिंता सताने लगी. तब किसी ने उन्हें बताया कि ट्रान्सेंडेंटल मेडिटेशन स्ट्रेस कम करने का एक बहुत ही अच्छा तरीका है. जिस शख्स ने उन्हें इसके बारे में बताया था वो खुद मेडिटेशन सिखाते थे और उन्होंने अर्नोल्ड को अगले दिन उनकी क्लास अटेंड करने के लिए इनाईट किया, वहाँ अर्नाल्ड ने मैडिटेशन सीखा और हर रोज़ घर पर दो वक्त meditate करने लगे. तीन हफ्तों के बाद, अर्नोल्ड को फ़ायदा महसूस होने लगा. उन पर एक बड़े स्टार होने का प्रेशर रहने लगा था और इन सबके बावजूद मैडिटेशन की मदद से वो शांत रहने में और अपना फोकस बनाए रखने में कामयाब हुए. ऐसा नहीं है कि उन्होंने कुछ समय बाद meditate करना छोड़ दिया था बल्कि आपको जानकार आश्चर्य होगा कि वो आज भी लगन से इसे फॉलो कर हैं. इसके साथ ही अपनी कंसंट्रेशन को बढ़ाने के लिए वो हर रोज़ वर्कआउट भी करते हैं.

अगर आप सक्सेसफुल होना चाहते हैं तो आपको हाँ कहने में भी एक बैलेंस बनाए रखना होगा. जब आप बहुत सारे ऑफर के लिए हाँ कह देते हैं तो वो आप पर बोझ डालने लगता है जो स्ट्रेस क्रिएट करता है, अर्नोल्ड के साथ भी बिलकुल ऐसा ही हुआ था. इसलिए आपको कभी-कभी ना कहना भी सीखना होगा.

अपने सपनों को और हर उस चीज़ को जो आपने कल पर टाल दी थी उसे लिखना शुरू करें और फिर सोचें कि उसे कैसे पूरा करना है. कोई भी चीज़ हासिल करना आसान नहीं होता, हम सब कभी कभी डर जाते हैं या थक जाते हैं लेकिन आपको अपनी तकलीफ़ और दर्द में उसका जवाब ढूंढना होगा. जब भी आप दर्द में हो तो पेपर और पेन लेकर अपने दर्द का कारण लिखें, अपने आप से पूछे “अगर मैंने ऐसा करना बंद कर दिया तो क्या होगा उसके बारे में ध्यान से सोचें और फिर उसे बदलने की पूरी कोशिश करें.

Part 3: Wise KEVIN COSTNER

केविन कोस्टनर को इंटरनेशनल लेवल पर सबसे imaginative और क्रिएटिव फ़िल्म मेकर के रूप में जाना जाता है. वो The Bodyguard और JFK जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के डायरेक्टर हैं. लेकिन ये सफ़र उनके लिए आसान नहीं था. जब केविन अपनी पहली ऑडिशन के लिए जा रहे थे तो दो अपनी पुरानी Datsun pick-up गाड़ी चला रहे थे. रास्ते में अचानक उनका accelarator ख़राब हो गया और उनकी स्पीड 60 से 30 हो गई. केविन को अपने सामने मौत नज़र आ रही थी लेकिन चो जीना चाहते थे. घबराहट में उन्होंने emergency लेन में गाड़ी को मोड़ दिया, फ़िर दो गाड़ी से बाहर कूदे और ऑडिशन के लिए चले गए.

केविन ऑडिशन के इस सुनहरे मौके को किसी भी कीमत पर गवाना नहीं चाहते थे इसलिए उन्होंने अपनी गाड़ी वहीं छोड़ दी, हालांकि, वो समय पर ऑडिशन के लिए पहुंच गए थे लेकिन वहाँ उनका सिलेक्शन नहीं हुआ. लेकिन केविन का मानना है कि ये घटना उनके लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ. वो अक्सर सोचा करते थे कि उनमें ज़्यादा हुनर नहीं है, उनमें एक अच्छा फ़िल्म मेकर बनने जैसी कोई ख़ास बात नहीं है. लेकिन मौत को इतने करीब से देखने के बाद उनका मन बदल गया था केविन

ली कि वो अपने बारे में जितनी भी नेगेटिव बातें सोचते हैं वो उसे मन से निकाल देंगे. अब उन्हें इस बात की परवाह नहीं थी कि कोई उनके बारे में क्या सोचता था, उन्हें पहली बार ऐसा लगा जैसे उनके मन से कोई भारी बोझ उतर गया हो, वो शांत और आज़ाद महसूस कर रहे थे. CAROLINE PAUL कैरोलिन पॉल कई बेस्ट सेलिंग बुक्स की ऑथर हैं, कैरोलिन गे (Cay) हैं और वो अपने पिता को ये बताने से इरती थीं. एक दिन, उनकी बहन ने उनसे कहा “तुम उन्हें बता क्यों नहीं देती? बातें छुपाना या राज़ रखना रिश्तों को ख़राब कर देता है. ये तुम्हारी जिंदगी का एक हिस्सा है और उन्हें इस बारे में

पता होना चाहिए.” अपनी बहन की बात सुनकर केरोसिन ने हिम्मत जुटाई और अपने पिता को सच-सच सब बता दिया.

उन्हें आश्चर्य तो तब हुआ जब उनके पिता ने इसे बड़े ही पॉजिटिव तरीके से एक्सेप्ट किया. इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने कुछ ऐसे लोगों के नाम भी बताए

जिन्हें वो जानते थे और वो सब भी लगता है. डर बुरी चीज़ नहीं है बल्कि कहीं ना कहीं ये हमें ख़तरे से बचाती है. कैरोलिन का मानना है कि हमें अपने डर है। पर क़ाबू पाकर उसे कंट्रोल में रखना चाहिए. कुछ लोग डर को इतनी पॉवर दे देते हैं कि वो हमें हृद से ज़्यादा डराने लगती है है. एक बार केरोसिन अपने साथियों के साथ गोल्डन गेट ब्रिज पर चढ़ गई थी, उन्होंने जो तरीका अपनाया था वो खतरनाक था. वो ब्रिज 760 फुट ऊँचा i गट ब्रिज चढ़ गई थी, उन्होन था. करोलिन और उनके दोस्त रात को पतली केबल के सहारे ब्रिज के ऊपर पहंचें थे, कैरोलिन इस पक्के इरादे से गई थी कि चाहे कुछ भी हो जाए आर उनके

आज मुझे ब्रिज पर चढ़ना ही है. अब तो भूकंप ही मुझे रोक सकता है और कोई नहीं.” इस मुश्किल चढ़ाई को भी उन्होंने आसान और दिलचस्प बताया. अगर आप अपने मन के स्टेट को सही बनाए रखते हैं तो सब कुछ ठीक होगा. वो अवसर अलग-अलग इमोशंस के बारे में सोचती थीं और एक दिन उन्होंने डर से पूछा “मैं तुम्हें ज़रा सा भी महत्त्व क्यों दू?” बचपन से ही लड़कियों की परवरिश इस तरह की जाती है कि वो खुद को कमज़ोर और नाजुक मानने लगती हैं. कैरोलिन का मानना है कि लड़कियों को किसी भी डर को खुद पर हावी नहीं होने देना चाहिए और जिंदगी में वो जो कुछ भी अचीव करना चाहती हैं उसके लिए बेबाक़ी से आगे बढ़ना चाहिए.

CAL FUSSMAN

कैल फ़समैन (Cal Fussman) Esquire मैगजीन के जाने माने राइटर हैं. उन्होंने अपनी जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा दुनिया घूमने में, घने amazon जंगल के रहस्य को जानने में और स्विमिंग करने में बिताया है. 22 साल की उम्र में उन्हें न्यू यॉर्क के Inside Sports में जॉब मिली थी. वहाँ उनकी मुलाक़ात कुछ ऐसे दिग्गजों से हुई जिन्होंने कई अवार्ड जीते थे, उस वक्त, लोग हर रात किसी ना किसी popular क्लब में ड्रिंक करने के

लिए जाया करते थे,

कैल की हालत तंग थी. चो महंगे और शानो शौकत की लाइफ afford नहीं कर सकते थे. दिन-ब-दिन उनके हालात बिगड़ते जा रहे थे, ना उनके पास पैसे बचे थे और ना उनके पास कोई जॉब थी. वो खुद को एकदम अकेला और फंसा हुआ महसूस करने लगे. फिर उन्होंने अपनी माँ को फ़ोन किया और कहा कि वो दुनिया धूमना चाहते थे. उनकी माँ ने उन्हें बहुत सपोर्ट किया, उसके बाद कैल ने ticket खरीदा और अपने सफ़र के लिए निकल पड़े. उन्हें इस बात का बिलकुल अंदाजा नहीं था कि उनका ये सफ़र दस साल लंबी यात्रा में बदलने वाला था. क्योंकि उनके पास ज्यादा पैसे नहीं थे, केल हर जगह अपनी बुद्धि और समझदारी का इस्तेमाल करते. होटल का ख़र्च बो उठा नहीं सकते थे इसलिए वो कोई ना कोई जुगाड़ लगाकर अपने रहने का बंदोबस्त कर लेते. वो जगह-जगह घूमते और अगर उन्हें कोई दिलचस्प लगता तो उसे गौर से देखने रुक

जाते. वो उस आदमी के बगल में बैठते और उससे पूछते “क्या आप जानते हैं कि सबसे टेस्टी goulash सूप केसे बनता है?” उसके बाद वो बड़े गौर से उसकी बातें सुनते.

कैल आसानी से लोगों से घुल मिल जाते थे इसलिए उन्हें कभी अपने रहने की चिंता नहीं करनी पड़ी. अक्सर वो किसी ना किसी घर रुक जाते और उनके रहने और खाने की प्रॉब्लम सोल्व हो जाती, कैल कहते हैं कि जब आप किसी से बात करते हैं तो दिमाग का इस्तेमाल ना बल्कि उसके कनेक्ट करें, उनका कहना है कि उनकी जॉब छूटना और दुनिया भर में अकेले travel करना उनकी जिंदगी के सबसे अच्छे और यादगार पल रहे हैं. हम सभी की जिंदगी में कुछ ऐसे लोग होते हैं जो हमें पसंद नहीं करते और इस बात को समझे कि ऐसा समय कभी नहीं आएगा जब हर इंसान आपको पसंद करेगा. तो ऐसे लोगों से कैसे डील करना चाहिए जो आपको पसंद नहीं करते? इस बात को हमेशा याद रखें कि जो आपको सपोर्ट नहीं करते वो लोग आपकी जिंदगी में कोई मायने नहीं रखते हैं, वो इम्पोर्टेन्ट नहीं हैं, इसलिए उन पर फोकस करें जो आपको समझते हैं. ये वो लोग होते हैं जो आपका

भला चाहते हैं. अगर आप खुद पर डाउट करते हैं तो उसे पूरी तरह खत्म करके दम लें, कभी कभी सबसे अच्छा तरीका होता है उसे अनदेखा करना, अगर आप चाहते हैं कि लोग आपके टैलेंट को गंभीरता से लें तो पहले आपको उसके बारे में सीरियस होना होगा, हर चीज़ की शुरुआत आपसे होती है. अपने फेलियर, खामियों और कमजोरियों को अपनी ताकत और सक्सेस में बदलें.

हमेशा रियल बने रहें, चाहे कोई आपको अजीब कहे तब भी कोई फर्क नहीं पड़ता. हमेशा भीड़ को फॉलो करना सही नहीं होता. जिंदगी में एक वक्त आता है जब आपको खुद अपना रास्ता बनाना होगा. अंत में इस बात को हमेशा याद रखें कि अगर आप फेल हो भी गए तब भी फेलियर हमेशा के लिए नहीं रहने वाला । है. आगे आपके लिए बहुत अच्छा समय इंतज़ार कर रहा है इसलिए निराश होकर हार ना मानें, डट कर खड़े रहें क्योंकि अंत में आपकी

मेहनत ज़रूर रंग लाएगी.

कन्क्लू जन तो आपने इस बुक में सीखा कि कैसे ज्यादा healthy, अमीर और समझदार बना जा सकता है. आपने अलग-अलग फील्ड के सक्सेसफुल लोगों की कहानियां सुनी जिससे बहुत inspiration और अनमोल सीख मिली. किसी का भी रास्ता फूलों से भरा हुआ नहीं होता है, उस रास्ते में कई कांटे होते हैं जो बहुत तकलीफ़ देते हैं. जिंदगी किसी को भी सक्सेस प्लेट में सजाकर नहीं देती, इसके लिए बहुत स्ट्रगल करना पड़ता है. अगर आप अन्नोल्ड जैसी परफेक्ट बॉडी चाहते हैं तो आपको वर्कआउट की थकान को भी सहना होगा और डिसिप्लिन में भी रहना होगा. अगर आप अमीर बनना चाहते हैं तो आपको मुश्किलों और क्रिटिसिज्म का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा. पक्के और कभी ना हिलने वाले इरादे और पॉजिटिव माइंडसेट के साथ आप अंत में सक्सेसफुल जरूर होंगे बस इस बात का ध्यान रखें कि जब आपको ठोकर लगे तो निराश होने के बजाय दोबारा खड़े होने का जज्जा बनाए रखें.

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