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अमेज़न कस्टमर्स की सर्विस और कंफर्ट की ओर सबसे ज्यादा ध्यान देती है।

साल 1994 एक ऐसा समय था जब काफी कम लोग इंटरनेट की संभावनाओं और इसके फ्यूचर को ठीक तरीके से देख पा रहे थे। उस वक्त जेफ बेजोस हेज फण्ड D.E. shaw & Co. के लिए काम कर रहे थे। जहां काम करते हुए ही उन्होंने एवं उनके कॉलीग्स ने एक ऑनलाइन कंपनी बनाने का सपना देखा उनका सपना एक ऐसी इंटरनेट बेस्ड कंपनी बनाना था जो कि भविष्य में प्रोडूसर और बकज्यूमर के बीच में एक सेंट्रल इंटरफ़ेस के जैसे काम कर सके और हर तरह का सामान कंपनी बेच सके। उस समय इंटरनेट क्योंकि नया था और इंटरनेट के तेजी से होते विकास को देखते हुए जेफ को इसमें काफी संभावनाएं दिखाई दी। और इसी वजह से उन्होंने अपनी अच्छी-खासी जॉब छोड़कर एक ऑनलाइन कंपनी बनाने एवं अपने सपने को साकार करने के लिए अपने लक्ष्य पर काम करना शुरू कर दिया। इस काम के लिए जेफ सिएटल शिफ्ट हो गए; जहाँ मौजूद एक गैराज में उन्होंने ऐमजॉन की शुरुआत की।

हालाकि कुछ समय बाद उन्हें लगने लगा कि वह इस एचरीथिंग स्टोर में हर तरह के प्रोडक्ट्स को सेल नहीं कर सकते है। वे कुछ कैटेगरी के प्रोडक्ट्स को ही यहां पर बेच

सकते हैं। इसीलिए जेफ ने काफी सोच समझकर गहरा एनालीसीस करके सबसे पहले किताबों को अपने स्टोर पर सेल करने का फैसला किया। और इसके बाद हमें देखने को मिली एक शानदार सफलता की कहानी- जो जेफ़ बेजोज की शानदार सोव का नतीजा है। और इसी कहानी को हम थे एवरीथिंग स्टोर नामक इस किताब में आगे पड़ने वाले हैं। अमेज़ेन की सफलता के रहस्यों और इसके संस्थापक जेफ बेजोस को प्रभावित करने वाले विचारों के अलावा हम इस किताब में कंपनी की कहानी के कुछ नकारात्मक पहलुओं के बारे में भी जानेंगे। शुरुआत से ही ऐमेजॉन ने अपने कस्टमर ओरियटेशन को दुनिया में सबसे बेस्ट बनाने में महारत हासिल कर ली थी। ऐमेजॉन नामक इस ऑनलाइन स्टोर में समय समय पर

कुछ ना कुछ नए फक्शन और फीचर्स जुड़ते रहे। कपनी ग्राहकों को बेहतर से बेहतर सुविधा और फायदा देने के लिए लगातार काम करती रही। उदाहरण के तौर पर,

पब्लिशर्स के काफी विरोध करने के बावजूद भी ऐमजॉन ने अपने ग्राहकों के लिए कस्टमर रिव्यु फीचर लाव किया जिससे ग्राहकों को किसी प्रोडक्ट और सर्विस की स्वतंत्र

रूप से जानकारी मिल सके और साथ-ही-साथ पब्लिशर्स की भी कुछ कमिया और उनसे जुड़ी जरुरी जानकारियाँ उन तक पहुंच सके। इसी प्रकार जेफ ने जब अमेजॉन में सेलर

या किसी भी इंडिविजुअल व्यक्ति को इस्तेमाल की गई चीजों को बेचने की सर्विस शुरु की तो इनके इस फैसले का भी जमकर विरोध हुआ, लेकिन उनके द्वारा लिए गए इस

फैसले ने भी कस्टमर्स को फायदा ही दिया।

इसके अलावा ऐमजॉन लगातार लोजिस्टिक्स और डिलीवरी सिस्टम को बेहतर बनाने की और काम कर रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग ऐमेजॉन की सेवाओं का लाभ उठा सकें और ग्राहक द्वारा खरीदा गया प्रोडक्ट बहुत तेजी से उनके हाथों में डिलीवर हो सके। पूरी दुनिया में लगातार इस काम को रोजाना करने वाले ऐमजॉन के फुलफिल सेंटर से आज भी बहुत ही कम लोग वाकिफ हैं।

जेफ एक ट्रेडिशनल बिजनेस और E-Commerce बिजनेस के बीच के फर्क के फायदे को अच्छी तरह भांप चुके थे। वे जानते थे कि E-Commerce बिज़नेस में कस्टमर के

बिहवीयर का आसानी से विश्लेषण किया जा सकता है और यही वह चीज़ है जिसके बलबूते पर आन ऐमेजॉन पूरी दुनिया में नंबर एक पोजीशन पर टिका हुआ है।

जब भी कोई यूज़र ऐभेजान की साइट पर आता है तो उसे वही प्रोडक्टस दिखाए जाते हैं जिसमें उसका इंटरेस्ट होता है। और ऐमेजॉंन का यही सबसे कामगार फीचर है जो सेल्स में कई गुना तेजी से बढ़ोतरी करता है। क्योंकि कस्टमर्स को मनपसंद प्रौडकट ही स्क्रीन पर देखने को मिलते हैं जिन्हें खरीदने में वह ज्यादा समय नहीं लेता है।

सोधे तौर पर देखा जाए तो जेफ बेजोस और ऐमेज़ॉन दोनों ही पूरी तरह से Customer Oriented हैं । दूसरे शब्दों में कहें तो वे सबसे ज्यादा प्राथमिकता अपने कस्टगर को देते हैं। इसके अलावा ऐमेजॉन का मिशन Our Goal is to be the most customer-centric company in the world” भी कहता है कि उसका लक्ष्य दुनिया की सबसे ज्यादा कस्टमर-सेन्ट्रीक कंपनी बनना है।

ऐमजॉन के मालिक जेफ अक्सर कस्टमर्स के कम्प्लेन मसल्स को व्यक्तिगत तौर पर पढ़ते हैं और उन्हें संबंधित डिपाट्र्मन्ट को सिर्फ एक “?’ लगाकर फॉरवर्ड कर देते हैं।

एम्प्लॉईस अक्सर इस ईमेल से जितना हो सके उतना दूर रहना चाहते हैं।

ऐमेजॉन को उसके कम खर्च करने की आदत के लिए जाना जाता है।

“कम ही ज्यादा है”, इस स्लोगन को पढ़ने के बाद हो सकता है कि आपको लगे यह स्लोगन छोटी कंपनियों के लिए है और एक बिलियन डॉलर कंपनी पर यह फिट नहीं बैठता है। लेकिन क्या आपको नहीं लगता है कि यह उस कपनी के लिए सही है जिसकी शुरुआत एक छोटे से गैरेज से हुई थी और जिसे कमर्शियल तौर पर प्रॉफिट पाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। हालांकि आज ऐमज़ान एक गैरेज से निकलकर एक बिलियन डॉलर कंपनी बन चुकी है मगर आज भी ऐमजॉन को उसके कम खर्च करने की आदत के लिए जाना जाता है। इस आदत के पीछे की वजह है-जेफ बेजोन की सोचा जेफ़ मानते हैं कि लिमिटेशन, जोवैशन को बढ़ावा देती हैं और कम खर्च करने की मादत कंपनी को फालतू की चीजों से हटकर मैन चीजों पर ध्यान लगाने में मदद करती है।

बता दें कि अमेजॉन के कर्मचारियों को उनकी पार्किंग के लिए खुद भुगतान करना पड़ता है यानि उन्हें फ्री पार्किग की सुविधा नहीं मिलती है। साथ ही बिनोस ट्रिप्स के दौरान कर्मचारियों को डबल रूम में ही सोना पड़ता है, तथा मैनेजर को भी कई बार अपनी फ्लाइट का किराया खुद ही टेना पड़ता है।

आसान शब्दों में कहें तो ऐमेज़ॉन का कॉरिट कल्चर वाकई काफी सख्त है और इसका एक कॉम्पुटीटिव स्ट्रकचर है और इसके अपने आदर्श वाक्य हैं। ऐमेजॉन का मोटो है. भाप लंबे वक्त

तक काम कर सकते हैं, आप कड़ी मेहनत कर सकते हैं, भप स्मार्ट तरीके से काम कर सकते हैं लेकिन ऐमजॉन में आप इन तीन में से कोई दो भाप्शन नहीं चुन सकते। यानि आपको इन तीनों

तरीकों से काम करना आना चाहिए।

ऐभेज़ान के फुलफिल सेंटर साफ तौर पर खुद इस बात की गवाही देते हैं। ऐमज़ान में काम करने वाले कर्मचारियों को कई सामान निकालने के लिए अक्सर 30 किलोमीटर तक भी पेटल चलना पड़ता है। कर्मचारियों के लिए इस तरह के माहोल के बावजूद भी वे चूपचाप काग करते हैं, क्योंकि वे अच्छी तरह जानते हैं कि अगर कर्मचारी एक दूसरे से ज्यादा बातचीत करते हैं तो उन्हें कंपनी से निकाला जा सकता है।

हालांकि जब से अमेज़न की शुरुआत हुई है, तब से ऐमजॉन हारा सेकड़ों करमचारियों को हायर किया है खासकर त्योहारी सीजन जैसे कि क्रिसमस में। इस दौरान बड़ी संख्या में कर्मचारियों को कुछ समय के लिए काम पर रखा जाता है।

ऐमजॉन का अप्रोच यानि नजरिया बहुत ही सिंपल है। ऐगेज फुलफिल सेंटर्स को टेली जगहों पर स्थापित करती है जहाँ की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा अच्छी नहीं है। ऐसी जगहों में उन्हें काफी जल्दी अप्रूवल मिल जाता है वोंकि वहाँ मौजूद ज्यादातर लोगों को लगता है कि इससे पनके क्षेत्र की आार्थिक स्थिति में सुधार होगा मगर अक्सर ऐसा नहीं होता है। ऐमेजॉन ऐसा इसलिए करता है क्योंकि ऐसी जगहों में कम लागत में मजदूर भासानी से मिल जाते हैं और त्योहारी सीजन में जब ऑर्डर्स की भारी डिमांड रहती है वे इन वर्कर्स को हायर करते हैं और फिर सीजन के खता होने के बाद उनकी छुट्टी कर देते हैं। अमेजॉन यह अच्छी तरह जानता है कि जब कंपनी को मजदूरों की जरूरत होगी तो ऐसी जगहों में उन्हें बहुत सारे वर्कर्स आसानी से मिल जाएगे।

इसके साथ ही अमेज़न का कॉर्पोरेट कल्चर असामान्य लेकिन बहुत इफेक्टिव है। ऐमेज़ान का कॉरपोरेट कलर काफी खास है। उदाहरण के तौर पर ऐमेजॉन में इटरनल मीटिंग के दौरान कोई भी एम्प्लोयी प्रेजेंटेशन नहीं दे सकता है। इसके बजाय अगर आपके दिमाग में कोई आइडिया है तो आप उसे पेपर पर लिख कर स्वराप्लेन कर सकते हैं। यह नियम मीटिंग में मौजूद सभी कर्मचारियों पर लागू होता है। खुद जेफ़ भी इस नियम का सख्ती से पालन करते हैं। कागज र लिखने के बाद मापको अपने भाइडिया को पूरी तरह शांत माहौल में पढ़ना पड़ता है। इस टास्क के लिए एम्प्लोयी को 30 मिनट का समय दिया जाता है।

बैलेंस का मानना है कि इस तकनीक से उनके कर्मचारी अपने विचारों पर गंभीरता से विचार कर पाते हैं और इससे उन्हें अपने आइडियासको अच्छी तरह से पेश करने में आसानी होती है।

ऐमजॉन का दूसरा गुख्य हथियार है “Two Pizza Rule* अमजॉन कंपनी का एक अजीब नियाग है कि यहाँ गोजूद किसी भी टीम में हतने मेग्बर्स नहीं होने चाहिए कि उनका पैट दो पिज्जा सेन

भर सके।

जी हा! जेफ का मानना है कि मीटिंग के दौरान बड़े गुप्त होना एक अनप्रॉडक्टिव चीज़ है। और यही वजह है कि उन्होंने पूरी कपनों को स्वतंत्र युनिटस के रुप में ऑर्गनाइज किया है और इसकी हरेक यूनिट में हमेशा 10 से कम कर्मचारी मौजूद होते हैं। और ये सभी ग्रप्स एक-दूसरे से रिसोर्सेन के लिए होड़ करते रहते हैं। इन सभी टीम्स को बस एक काम दिया गया है जो है-कस्टमर्स की दिक्कतों को टूटकर उन्हें सॉल्व करना और उन्हें खुश करना।

बता दें कि जेफ़ ने एक बार कहा था ‘Communication is terrible” यानि ‘कम्यूनिकेशन एक भयानक चीज है। दूसरे शब्दों में कहें तो एक जगह पर बहुत सारे लोग होने से बेकार की कम्यूनिकेशन बढ़ जाती है जिससे काम कम होता है और बातें ज्यादा! इसलिए वे एक ऐसी Decentralized संस्था चाहते थे जहां पर एम्प्लॉ्डस बहुत बड़ी टीम में अपना समय बर्बाद करने के बजाय अपने छोटे-छोटे ग्रुप बनाए और अपने खुद के इनोवेटिव आइडियाज देवालप कर सके। जोफ का मानना था कि घुस्ती किसी भी छोटे ग्रुप का एक सबसे बड़ा फायटा हे क्योंकि ऐसा करने से वे आइडियाज को काफी जल्दी हालीमेंट कर सकते हैं जिससे वे काम को जल्दी से खत्म कर पाते हैं जिससे ग्राहक का फायदा होता है।

ऐगज़ॉन की मीटिंग्स काफी हद तक डेटा-इवन होती हैं। ऐमेज़ॉन की मीटियस में सभी कर्मचारियों को हाई डेटा के साथ की गई सभी रिसर्व और आर्गमेंट्स को प्रमाणित करना जरुरी होता है। दूसरे शब्दों में कहें तो ऐमजञान की मीटिंग्स में कमजोर दावों के लिए कोई जगह नहीं होती है। एमएस एक्सेल की बड़ी-बड़ी शीट्स को ऐमज़ञान की मीटिंस में आसानी से देखा जा सकता है जिनमें मौजूद परफॉरमेंस इंडीकेटर्स अक्सर कंपनी को इनद्वायरेक्ट तौर पर फायदा पहुंचाती है।

कंपनी में नंबर्स का इस्तेमाल करके लगभग हर चीज का मूल्यांकन किया जा सकता है। कस्टमर्स के बिहेचीयर से लेकर Marketing Measures के असर का भी नंबर्स के जरिए आसानी से पता लगाया जा सकता है। क्योंकि वो कहते हैं ना- ‘Numbers Dont Lie यानि “नंबर कभी झूठ नहीं बोलते।

अमेज़न लॉन्ग टर्म थिंकिंग पर चलती है

बेनोज के शब्दों में अमेजॉन की सबसे बड़ी ताकत उसकी इच्छाशक्ति है जोकि ज्यादातर दूसरे लोग अक्सर नहीं समझ पाते हैं। कई आउटसाइडर्स मानते हैं कि ऐमज़ान सॉर्ट टर्म में खुद का नुकसान करता है। लेकिन उन लोगों को यह नहीं पता कि कपनी लॉग टर्म के हिसाब से अपने फैसले लेती है और अगर कपनी को शॉर्ट टर्म में नुकसान भी होता है तो यह कोई बड़ी बात नहीं है क्योंकि यह नुकसान उसके बड़े लक्ष्यों को पाने में उसकी मदद करता है।

पिछले कई सालों में अमेज़न ने अपने इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार लाने के लिए काफी पैसे खर्च किए है। इस दौरान कई बार यह कंपनी रेड जोन में भी गई जिसकी वजह से कई बार हसके निवेशकों की आंखों की नींदे भी उड़ चुकी है। लेकिन आज यह बात पूरी तरह से साफ है कि ऐमजॉन द्वारा हफ्रास्ट्रचर पर किये गए इस निवेश ने ही इस दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन रिटेलर प्लेटफॉर्म बाने में सबसे ज्यादा मदद की है और अगर प्रविस्कली देखा जाए तो इस चीज ने ऐमजॉन को टेर-सारा पैसा कमाने में मदद की है।

बेजॉस का यह मानना था कि ग्राहकों को खुश करने के लिए कुछ भी करे यार ऑनलाइन बिजनेस के इस खेल में बहुत जरूरी है। भले ही शॉर्ट टर्म में आपको इसके लिए काफी पैसा खर्च करना पड़े लेकिन लाँग टर्म में इससे आपको इससे काफी फायदा होता है क्योंकि इससे आपके साथ लोयल ग्राइक जुड़ते हैं जिनसे आखिरकार कंपनी काफी सारा पैसा कमाती है।

इस बाल को सही साबित करने के लिए किताबों का इजम्पल परफेक्ट है। जब ई बुक्स काफी पॉपुलर होने लगीं तो बेजॉसने ऐमेजॉन पर उन्हें $9.99के दाम पर बेवना शुरू कर दिया। उस वक्त ऐमेजॉन ने ई-बुक्स को भी उसी दाम पर खरीदा था जिसपे पैपरबैक मिलती है मगर यह इसे काफी सस्ते दाम में बेच रहा था इससे एमजोन को प्रति ई-बुक 55 का नुकसान हो रहा था। लेकिन बजाय इन बातों से निराश होने के, बेजोज खुद का नुकसान होने से भी खुश थे। क्योंकि उस वक्त उनका सबसे बड़ा लक्ष्य मिजॉन को ई-बुक्स का सबसे बड़ा मार्केटप्लेस बनाना था और वह जानते थे कि आज नहीं तो कल पब्लिशर्स को ई बुक्स की कीगत का करना ही होगी। और बिजनेस के इसी मॉडलने हस कपनी को आज बिलियन डॉलर तक पहुचाया है। और ई बुक्स की सफलता को भान हम किडलकी सफलता के रुप में देख सकते हैं।

ऐमजॉन कंपनी की रणनीति का विश्लेषण करने के बाद हम कह सकते हैं कि दूसरी कंपनियों और ऐमेजॉन के बीच जो सबसे बड़ा अंतर है वह लॉन्ग टर्म फोकस अमेज़न की शुरुआत से पहले ही जेफ़ ने अपने भाई लक्ष्यों पर काम करना शुरु कर दिया था क्योंकि ये जानते थे कि उन्हें इस काम में कई दशकों का समय लगेगा मगर वे अपने लक्ष्य तक पहुंचेंगे नरूर।

ऐमजॉन के अलावा जाफबजॉस के कुछ निजी प्रोजक्टस हैं। जैफ के प्राइवेट और नॉन अगेजॉन प्रोजेक्टभी उनकी लॉन्ग टर्ग थिकिंग के जरिए ही चलाए जा रहे हैं। वर्तमान में बेज्ञाँस अमेरिका

के टेक्सास में एक अंडरग्राउंड वलाक के कंस्ट्रक्शन में पैसा लगा रहे हैं। माना जा रहा है इस घड़ी को डिजाइन करने के बाद यह घड़ी 10000 सालों तक बिना किसी Maintainance के चल

पाएगी

डेनी हिल्स. जो कि इस घड़ी के आविष्कारक हैं, उनका कहना है कि इस घड़ी की सुई साल में एक बार टिक करेगी। घड़ी में एक सेंचुरी हैंड हे जो 100 साल में एक बार चलता है और हर सहस्त्राब्दी यानि एक हजार सालों में इसमें से एक कोयल घड़ी में से निकल कर गाना सुनाएगी।

अगर ये सबकुछप्लानिंग के मुताबिक ही होता है तो जेफद्वारा शुरु की गई आइकानिक क्रिएरन सभी का ध्यान आकर्षित करेगी। दरभसल घड़ी के पौधे जो आईडिया है वो है- ‘Give people afeeling for wider time horizons” यानि लोगों को व्यापक समय का एहसास करवाना; जिससे लोग भी लोग टर्म विकिंग को बढ़ावा दें।

इस तरह यह घड़ी हमारे टाइम को देखने के नजरिए में बदलाव लाएगी और यह कुछ ऐसा ही है जैसे कि अंतरिक्ष से ली गई पृथ्वी की तस्वीर हमें अंतरिक्ष के बारे में सोच्ने-समझने की शक्ति

देती है।

इसके अलावा वर्तमान में जेफका जो सबसे लोकप्रिय प्रोजेक्ट है उसका नाम है- “BIue Drigin Space Program’: जिसका उद्देश्य है- “टेकोलॉनी को विकसित करके कम पैसों और कम मुश्किलों के साथ लोगों को अतरिक्ष के सफर का आनंद दिलाना ब्लुओरिजिन की टेक्नोलॉजी स्टेप बाइ स्टेप रुप से किकसित होगी और फिर हसमे अंतरिक्ष की उद्धानों की संख्या बढ़ेगी। कुल-मिलाकर कहें तो जेफ ने इस प्रोजेक्ट को लाँग टर्म गोल को ध्यान में रखते हुए बनाया है। जिससे अंतरिक्ष में मनुष्य स्थाई रुप से लंबे समय तक निवास कर सके।

जेफ़ कहते कि बचपन से ही उनका अंतरिक्ष में उड़कर जाने का सपना है और उनका यही सपना स्पेस प्रोग्राम के प्रति उनकी मोटिवेशन का कारण बना।

अमेज़न में बहादुरी से की गई गलती के लिए के लिए पुरस्कार दिया जाता है

1990 के दशक के आखिरी सालों में हुए डॉट कॉम बूम के दौरान ऐमजॉन ने सैकड़ों मिलियन डॉलर्स दूसरे स्टार्टमप्सको खरीदने में खर्च किया ऐमज़ान को इससे भारी नुकसान हुआ लेकिन उन्होंने अपनी इस गलती से सीख ली-इस घटना से उन्हें सबक मिला कि कपनियों को स्टार्टअप्स को अवचायर करते समय बहुत सावधान रहना वाहिए। इसके अलावा उन्होंने Do It Yourself का कल्चर विकसित करने की ओर ध्यान केंद्रित किया जिससे उन्होंने प्रोडक्ट्स को दूसरी कापनियों से खरीदने के बजाय खुद बनाने की शुरुआत की।

एक कपनी के रूप में ऐमेजॉन का एक बोल्ड पस्पैकिव यह है कि चीजों का लास्ट डिटेल्स तक विश्लेषण करने के बाद कपनी आगै बढने से बिलकूलभी नहीं हरती है चाहे इसे उस काम में असफलता ही क्यों न मिले। जैफ को अक्सर चीजों को ओवर एनालाइस करने की आदत है जिसके कारण कई बार उनके हाथों से कई अच्छे मीके छूट जाते हैं। बेजाँस अपने काम को लेकर बेहद जागरुक हैं। 1994 में एमेजॉन को शुरुमात करने का उनका यह फैसला इस बात को दर्शाता है क्योंकि अगर उनकी जगह ऐसी स्थिति में कोई और होता तो वह पंड मैनेजर की एक अच्छी खासी नौकरी के लिए शायद उससे विपके रहता। लेकिन जैफ़ ने सब कुछ चीज छोड़ कर पैकिंग करके देश के एक दूसरे हिस्से में जाकर एक भनलाइन बुकस्टोर भोपन किया- और इसके लिए

सारा खर्च खुद की और अपने पेरेंटस की सेक्ंग्स से उठाया।

ऐमेज़ञॉन की शुरुभात के बाद से ही वे लगातार अपने कर्मचारियों को रिस्क उठाने और नई चीजें करते रहने के लिए भी उत्साहित करते रहे, जिसकी वजह से उन्हें कई बार भारी नुकसान भी उठाना पड़ा। ऐमजॉन का एक बड़ा फ्लॉप Amazon Auctions सर्विस थी जिसे साल 1999 में लॉन्च किया गया था लेकिन यह ईब जैसे जायंट कॉम्पीटीटर के सामने ज्यादा दिन टिक नहीं पाई। इसके अलावा भी उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा लेकिन उनकी जोस्थिम उठाने की इस काबिलियत के कारण कई चीजों का हनोवेशन भी हुआ, जिनमें से ऐमजॉन के 1Click Ordering ऑप्शन का जिक्र करना जरूरी है। जेफ ने अपने एम्प्लॉईस को कुछ नया करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए “lust Do It अवॉर्ड शुरू किया। यह अवार्ड उन लोगों के लिए था जिन्होंने बतौर कर्मवारी कंपनी में पहल करके कुछ शानदार काम करके दिखाया हो। यह पुरस्कार उन एरलॉईस को भी दिया जा सकता है जिनके द्वारा किया गया प्रयास असफल हुमा हो हालांकि उन्होंने इस प्रक्रिया को पूरे संकल्प और साहस के साथ किया हो।

ऐमज़ान फालतू पैसा लुटाने में विश्वास नहीं रखता है इसलिए वह अपने कर्मचारियों को नगद पुरस्कार नहीं देता है। इसके बजाय कंपनी में विनर्स को Nike के स्त्रीकर्स दिए जाते हैं। अगली बात यह कि काम्पिटिशन बढ़ने से पहले ही अमेज़न खुद को मार्केट में अच्छे से ईस्टेब्लिश कर लेती है। एक बार जब बेजॉस ने ऐमजॉन को ऑनलाइन बुक रिटेलर के तौर पर मजबूती से स्थापित कर दिया तो घीरे घीरे कपनी ने म्यूजिक झिल्म, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस के साथ-साथ स्विलीने बेचने भी शुरु कर दिया यही नहीं इसके बाद ऐमजॉन ने थई पार्टी यानि छोटे व्यापारियों

को नए या फिर यून्ड सामान बेचने का भी मौका दिया जिससे बहुत सारे सेलर्स ऐमेजॉन के साथ जुड़ गए। इसके अलावा यहाँ पर किन्डल घुवारीडर का जिक्र करना भी बेहद जरूरी है जिसने

ऐमज़ान को ई-बुक्स की दुनिया का सेंट्रल फिंगर बनाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है।

एक और चीज जो ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं वो यह है कि ऐमेनॉन ऐडिशनल सर्यिसेन भी ऑफर करता है। नेसे-क्लाउड प्यूटिंग सर्विस्, अमेज़न वेब सर्विसेज (AWS)। इन सेवाओं ने ऐमजॉन को एक प्योर कमर्शियल एटरप्राइज से एक मिक्स टाइप स्टोर और एक टेक कपनी में तब्दील कर दिया है।

कई सारे बिजनेस जैसे- अमेरिकी सकार, नासा और सीआईए अमेजॉन येव सर्विस से ही स्टोरेज स्पेस और computational power खरीदते हैं। ममेजॉन द्वारा दी गई ये सेवा कई startups की बेक्योन है। साथ ही ऐमजॉन वेब सर्विसेज़ कई बड़ी कपनियों जैसे- इस्टाग्राम, नेटफ्लिक्स को भी सर्वर प्रदान करती है। इस प्रकार देखा जाए तो ऐमजॉन ने AWS के जरिए खुद को काफी हद तक बदल लिया है। अब अमेजॉन से लोग सिर्फ किताबे नहीं खरीदते हैं बल्कि अब वे दुनिया की कुछ शिलिंग प्रॉव्लासर को साल्वकरने वाले स्टार्टप डेवलपर्स क स्टॉरिज स्पस खरीदने की जगह को भी लाइव देख सकते हैं।

ऐमज़ान द्वारा शुरू की गई किंडल सर्विस भी, कस्टमर को जरुरतों को सामदाने और उन्हें जल्दी से पूरा करने की ऐमजॉन की काबिलियत का एक सानदार नगुना है। और उनकी इसी काबिलियत

केदमपर ये काम्पिटिशन बढ़ने से पहले ही खुद को मार्केट में अच्छे से ईस्टैब्लिश कर लेते हैं। बेजोज ईबुधस की बढ़ती पॉपुलैरिटी से अच्छी तरह वाकिफ यो वे जानते थे कि ईबुक्स की बढ़ती

मांग के कारण उन्हें पढ़ने के लिए अब एक ई-रीइर की जरूरत भी पड़ने वाली है। इसी बात को ध्यान में रखकर उन्होंने किन्ठल ई-रीडर डिवाइस को लांच किया जो आज एमेजॉन के लिए एक बड़ी सफलता है। नवंबर 2007 में किंडल का पहला जनरेशन लांच किया गया और लॉन्च होने के 6 घंटे के अंदर ही यह पूरी तरह से बिक गया (और 5 महीने तक सोल्ड आउट ही रहा)। आज भी किंडल एक

बैस्टरेलर है। साल 2011 में अमेजॉन ने एक रिपोर्ट में कहा था कि शब तक किडल के लाखों डिवाइस बिक चुके हैं और अभी भी हर हफ्ते हसी तरह बेवे जा रहे हैं।

इतना सबकुछ होने के बावजूद भी बेजोस अभी ऐमेजॉन से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं

एक गैरेज में लॉन्च होने के 20 साल बाद भी लगातार ग्रोथ हासिल करते हुए ऐमजॉन दिएनीविंग स्टोर के विजन के बेहद करीब पहुंच चुका है। आज इस स्टोर पर दुनिया भर में और दुनिया भर से हर तरह का सामान बेचा जा रहा है।

लेकिन इतना सबकुछ होने के बावजूद भी बेजोस अभी ऐमेनॉन से पूरी तरह संतुष्ट नहीं है और वे अब भी अपने विज़न काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि मभी भी कई ऐसी समस्याएँ हैं जिन पर ध्यान देना बाकी है जो उनके लॉन्ग टर्म विज्ञान को पूरा कर सके।

वैचाहते हैं कि अमेज़न सेम है डिलीवरी (Same Day Delivery) सुविधा को पूरी दुनिया में प्रोवाइड कर सके। साथ ही दुनिया भर में डिलीवरी के लिए उनका खुद का बेड़ा (Trucks के साथ) हो तथा उनका ग्रॉसरी का बिजनेस अमेजॉन फ्रेश भी हो। जेफ यह भी चाहते हैं कि ऐमेज़ॉन एक पब्लिशर और एक मीडिया कंपनी भी बने। ऐमज़ान का एक फिल्म स्टूडियो हो; अमेजॉन खुद के स्मार्टफोन और टेलीविजन प्रोड्यूस करें। इसके अलावा वे पूरी दुनिया भर में अपने बिजनैस को एक्सपैंड करना चाहते हैं और 3D प्रिंटिंग सर्विस को भी ऑफर करना चाहते हैं।

जफ़ का मानना है कि दुनिया में कुछ भी ऐसा नहीं है जो असभव है। ऐमजॉन सब कुछ कर सकता है। ऐसा कोई प्रोडक्ट नहीं है जो वे ऑनलाइन सैल नहीं कर सकते। उनका मानना है कि अभी भी

बहुत कुछ ऐसा है जिसका आविष्कार करा जाना बाकी है और भविष्य में जिसका देखा जाना भी बाकी है।

वे कहते हैं कि अभी भी दुनिया में ऐसे कई लोग है जो यह नहीं जानते हैं कि इंटरनेट से द्वारा क्या-क्या किया जा सकता है। उनके लिए इंटरनेट की इस यात्रा की अभी केवल शुरुभात भर हुई हैं।

यहां तक पढ़ने के बाद एक बात तो तय है कि मेजॉन के मालिक जेफ बेजोज की सोच ही ऐमेज़ॉन को यो बनाती है जो कि आज बह आज है। ऐमज़ञान एक ऐसी कंपनी है जो लगातार प्रो कर रही ही। इसमे नए-नए नियम-कायदे-कानून बनते रहते हैं और कभी भी यह कपनी स्थिर नहीं रहती। चाहे बेजोज इस बात से सहमत ना हों लेकिन यह सच है कि संघर्ष के कई सालों के बाद ऐमजॉन आज एक एनीथिंग स्टोर बन चुका है। अमेजॉन का सालाना टर्नओवर इस बात की गवाही देता है जो कि 575 bilion के पार पहुँच चुका है।

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