THE CHARISMA MYTH by Olivia fox cabane.

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About Book

चाहे आप अपने बॉस को इम्प्रेस करना चाहते हों या अपने पार्टनर के पेरेंट्स के सामने खुद को अच्छे से प्रेजेंट करना चाहते हों, चार्मिंग और charismatic बनना सीखा जा सकता है. अगर आप चाहते हैं कि लोग आपकी बातें सुनने के लिए बेसब्री से इंतज़ार करें और आपको फॉलो करें तो ये बुक आपको सिखाएगी कि ये कैसे करना है. आप इसमें ऐसे टेक्निक्स भी सीखेंगे जो आपके कांफिडेंस और सहानुभूति को बढ़ाने में मदद करेगी. तो क्या आप एक charismatic इंसान बनने के लिए तैयार हैं?

यह समरी किसे पढ़नी चाहिए?

जो लोग लीडर बनना चाहते हैं

कॉलेज स्टूडेंट्स

एम्प्लाइज और managers

जो भी अपनी पर्सनालिटी में चार्म और करिज्मा को

बढ़ाना चाहते हैं

ऑथर के बारे में

ओलिविया फ़ॉक्स कैबेन एक ऑथर और स्पीकर हैं. वो KindEarth.Tech, जो एक फूड कंपनी है, की को-फाउंडर भी हैं. उनकी बुक “The Charisma Myth” को 32 लैंग्वेज में ट्रांसलेट किया गया है. वो पहले Forbes और The Huffington Post की columnist भी रह चुकी हैं. उनके काम को कई पब्लिकेशन जैसे The New York Times ने पब्लिश किया है.

इंट्रोडक्शन

क्या कभी आपको ऐसे लोगों से जलन होती है जो बड़ी आसानी से किसी का भी ध्यान अपनी ओर खींच लेते हैं? क्या आपने कभी किसी कॉफिडेंट इंसान को देखकर सोचा है कि काश आप भी उनकी तरह होते? क्या आप जानना चाहेंगे कि ऐसा क्या किया जाए कि लोग आपकी बात सुनने के लिए

ख़ुद-ब-ख़ुद खींचे चले आएं?

तो क्या हम charismatic पर्सनालिटी के साथ पैदा होते हैं? इस बुक का कहना है कि नहीं, बिलकुल नहीं, ये कोई पैदाइशी क्वालिटी नहीं है बल्कि इसे कोई भी डेवलप कर सकता है. तो करिज्मा का मतलब आखिर होता क्या है? जब हम किसी ऐसे इंसान से मिलते हैं जो बड़ा ही दिलकश, कॉफिडेंट और फ्रेंडली हो, जिसकी पर्सनालिटी में एक चार्म हो जो बड़ी आसानी से लोगों को अपनी और attract कर लेता है, तो ऐसे शख्स को charismatic कहा जाता है. क्या सोच रहे हैं, आपको भी ऐसा बनना है? तो बिलकुल बन

सकते हैं. इसे डेवलप करने के लिए 3 फैक्टर्स की ज़रुरत होती है presence, power, and warmth. इसके साथ-साथ आप इस बुक में आप अलग-अलग charismatic style के बारे में भी जानेंगे. आप इनमें से कोई भी स्टाइल आपकी पर्सनालिटी,

गोल्स और सिचुएशन के हिसाब से चुन सकते हैं जो आपकी बहुत मदद करेंगे. इसके अलावा, आप कई ट्रिक्स भी सीखेंगे जो आपको ज़्यादा कॉंफिडेंट बनने में मदद करेगी. आप क्या कहते हैं वो ज्यादा मायने नहीं रखता लेकिन उसे कैसे कहते हैं वो आपके करिज्मा के पोटेंशियल को बढ़ाता है. अंत में । आपको पता चलेगा कि charismatic लोग Successfully प्रेजेंटेशन कैसे देते हैं. ये बुक आपको सिखाएगी कि जिस तरह मैगनेट मेटल को अपनी ओर attract करता है ठीक उसी तरह आप भी लोगों को अपनी ओर खींचने लगेंगे.

The Charismatic Behaviors: Presence, Power, and Warmth

जैसा कि ज्यादातर लोग मानते हैं, करिज्मा कोई पैदाइशी क्वालिटी नहीं है. असल में, जब लेबोरेटरी में कंट्रोल्ड एक्सपेरिमेंट की बात आती है तो researchers ने देखा कि यो participants के करिज्मा के लेवल को एडजस्ट कर पा रहे थे. अब आप पूछेंगे “इसका क्या मतलब हुआ”? इसका मतलब है कि इस चरम को आप कभी भी खुद में डेवलप कर सकते हैं, इस बुक की ऑथर ओलिविया के अनुसार Presence, Power और Warmth हमें charismatic होने में मदद करती है. ऐसे लोगों का

सिर्फ बात करने का तरीका ही नहीं बल्कि जिस तरह वो खुद को carry करते हैं वो लोगों को attract करता है. उनकी बॉडी लैंग्वेज और नॉन वर्बल

एक्सप्रेशन भी इसमें एक इम्पोर्टेन्ट रोल निभाते है.

आइए पहले presence की बात करते हैं. क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि आप किसी सेमीनार या क्लास में बैठे थे लेकिन आपका ध्यान कहीं और ही या आपकी दोस्त आपसे कुछ कह रही थी लेकिन आप उस पर अधूरा ध्यान ही दे रहे थे? किसी भी इसान के लिए पॉसिबल नहीं है कि वो हर वक़्त अपना पुरा ध्यान किसी चीज़ पर दे, कभी ना कभी तो मन भटक ही जाता है.

हर समय हर चीज़ पूरा अटेंशन देना हमें धका देता है लेकिन आपके हावभाव से ये छुप नहीं सकता कि आप ध्यान दे रहे थे या नहीं, जैसे आपकी दोस्त को समझ आ जाएगा कि आप उसकी बातों को ध्यान से नहीं सुन रहे थे. इमेजिन कीजिए कि कोई आपके साथ ऐसा करे तो ? आपको कितनी

Insult फील होगी और साथ में – आपको दिखावा करने वाला जो भी होगा कि सामने वाले ने आपकी बातों को तवज्जो ही नहीं दी. जब आप किसी की बातों पर ध्यान नहीं देते तो । एक नेक इंसान समझा जाता है क्योंकि आप सामने वाले की बात में इंटरेस्ट ही नहीं ले रहे हैं. जब लोगों को लगने लगता है कि आप फेक है तो वो आप पर विश्वास नहीं करेंगे और आपके प्रति वफ़ादार नहीं होंगे और अगर आप एक हैं ? charismatic इंसान बनना चाहते हैं तो आप ऐसा बिलकुल भी नहीं चाहेंगे, हैं ना? तो प्रेजेंट मोमेंट में अपना ध्यान बनाए रखने के लिए क्या करना

चाहिए? इसे mindfulnes टेकनिक द्वारा किया जा सकता है.

एक मेंटल स्टेट है जिसमें अपनी फीलिंग और इमोशस को एक्सेप्ट करते हुए हम अपने प्रेजेंट मोमेंट में अपना ध्यान फोकस करते हैं. इसके लिए एक शांत जगह ढूँढें और अपने आस पास की आवाज़ों पर, जिस तरह आप सांस ले रहे हैं और आपके पैर की उँगलियों में क्या महसूस कर रहे हैं, इन सभी अगली बार जब आप किसी से बात कर रहे हों तो अपने आप को चेक करें कि क्या आपका ध्यान पूरी तरह वहाँ था या नहीं. अगर आपका मन इधर

बातों पर ध्यान दें.

उधर भटक रहा था तो आप अपनी breathing या पैरों में होने वाली सेंसेशन पर फोकस कर सकते हैं और उसके बाद सामने वाले इंसान की बातों पर दोबारा ध्यान देने की कोशिश करें.

पॉवर और warmth ओलिविया का कहना है कि जब कोई हमें किसी भी तरह से एफेक्ट करने की ताकत रखता है, फिर चाहे वो इन्फ्लुएंस हो या अथॉरिटी, तो उसे पावरफुल इंसान कहा जाता है, कोई अपने पैसे, स्मार्टनेस और फिजिकल ताकत के कारण भी पावरफुल हो सकता है. Warmth का मतलब है दिल से, सच्चाई और फ्रेंडली तरीके से लोगों के साथ पेश आना. ये आपको लोगों के साथ इमोशनली कनेक्ट करता है.

अब इसे आप माप कैसे सकते हैं? जब आप किसी नए इंसान से मिलते हैं तो आप उसकी बॉडी लैंग्वेज या वो जिस तरह खुद को प्रेजेंट करता है, उससे अनुमान लगाने की कोशिश करते हैं, जैसे अगर उसने काफ़ी महँगी घड़ी पहनी है तो आपको लगता है। अमीर है या उसके चेहरे पर सच्ची मुस्कान है तो आपको लगता है कि वो मिलनसार और पोलाइट है. आप खुद को जिस तरह पेश करेंगे सामने वाले शख्स को वो तुरंत महसूस होने लगेगा. अगर आप पॉवर और warmth दोनों को प्रोजेक्ट करते हैं तो आपके करिज्मा का लेवल बढ़ जाएगा. इतना ही नहीं, ये हमारा माइंडसेट होता है कि हम उन लोगों की तरफ़ attract होने लगते हैं जो हमारी मदद करने के लिए तैयार होते हैं. अब यहाँ अगर आप पावरफुल हैं लेकिन आपमें warmth नहीं है तो आपको एक घमंडी इंसान समझा जाएगा, टूसरी ओर, अगर आपमें warmth है लेकिन आप पावरफुल नहीं हैं तो आपको एक ऐसा इंसान समझा जाएगा जो बस दूसरों को खुश करने में लगा हुआ है,

आपको अपने पूरे charismatic पोटेंशियल तक पहुँचने के लिए charismatic मेंटल स्टेट भी बनानी होगी. आप अपने माइंड को जहां सेट कर लेंगे, आपकी बॉडी उसे फॉलो करने लगेगी. एग्ज़ाम्पल के लिए, जब आप एक पावरफुल मेंटल स्टेट में होते हैं तो आपकी चाल में वो कांफिडेंस और गर्व दिखाई देने लगता है. ऐसे चार मेंटल स्टेट हैं जिन्हें आप रोज़ प्रेक्टिस कर खुद को एक charismatic इंसान बना सकते हैं, वो हैं visualization, gratitude, goodwill और compassion.

Visualization – जब आप किसी चीज़ को इमेजिन करते हैं तो ये आपके माइंड को बताने का तरीका होता है कि आप क्या चाहते हैं, स्टैनफोर्ड के

Center for Behavioral Sciences के प्रोफेसर स्टीफेन कॉसलिन कहना है कि इस बात के स्ट्रोंग सबूत हैं कि visualization का बहुत गहरा असर होता है. जब आप खुद को कोई एक्टिविटी करते हुए इमेजिन करते हैं तो ये ब्रेन के उस हिस्से को एक्टिवेट कर देता है जब आप सच में उस एक्टिविटी को करते हैं. कुछ athletes तब भी बहुत थक जाते हैं – ब वो स्ट्रोंग Visualization सेशन करते हैं. हमारे बेन

में लाखों न्यूरल कनेक्शन

हैं जो इसे बहुत पावरफुल बनाते हैं. आप जितना ज्यादा इन कनेक्शन्स को यूज़ करेंगे ये उतना ही स्ट्रोंग होता जाएगा. जब आप बार-बार किसी चीज़ को रिपीट करते हैं तो वो आपके ब्रेन के लिए एक एक्सरसाइज की तरह होता है जो आपके कनेक्शन को स्ट्रॉंग बनाता जाता है. इसका मतलब ये हुआ कि असल में कोई एक्टिविटी करने अलावा भी अगर आप visualize करते हैं या खुद को उस एक्टिविटी को करते हुए इमेजिन करते हैं तो उसका भी आपके ब्रेन पर कारन के सेम इफ़ेक्ट होता है.

आपकन पर बिलकुल जब आप सही तरीके से visualize करते हैं तो आप अपने अंदर कांफिडेंस की फीलिंग को बढ़ा पाएँगे और ये आपके बॉडी लैंग्वेज में दिखने लगेगा.

तो अब visualization को प्रैक्टिस कैसे करना है? एक मिनट के लिए अपनी आँखें बंद करें और रिलेक्स करें, अब कोई भी पिछली घटना जिसमें आपने जीत हासिल की थी जैसे कोई रेस या कोई कांटेस्ट या जिसने आपको बहुत खुशी दी थी उसे याद करें. उस पल में आपने क्या सुना था, आपके नाम की अनाउंसमेंट, तालियों की की गडगडाहट वो सब याद करें,

उसके बाद, आपके चारों ओर मुस्कुराते चेहरे और जब आप अवार्ड लेने स्टेज पर जा रहे थे तब आप क्या महसूस कर रहे थे, आपकी चाल कैसी थी, वो सब याद करें. अंत में, उस गर्व को महसूस करें जिसने आपके कांफिडेंस को बढ़ा दिया था. पहले-पहले ये सब बड़ा अजीब लगेगा लेकिन इसे सिर्फ

प्रैक्टिस से ही अचीव किया जा सकता है.

Visualization सिर्फ आपका कांफिडेंस बढ़ाने में मदद नहीं करेगा बल्कि जब भी आप किसी चीज़ से घबराएंगे तो ये आपको शांत और कंट्रोल

रहने में भी बहुत मदद करेगा.

Gratitude, goodwill और compassion – Warmth एक ऐसा फैक्टर है जो आपको charismatic बना सकता है. लेकिन बहुत लोग ये कहते हैं कि वो नहीं जानते कि उन्हें दूसरों के साथ फ्रेंडली तरीके से कैसे पेश आना चाहिए. ये 3 स्टैप का प्रोसेस है जो सबसे कम पर्सनल

ज्यादा पर्सनल की ओर जाती है.

  1. ग्रेटफुल होना और तारीफ़ करना – हम अक्सर जिंदगी में उन चीज़ों की कदर नहीं करते जो हमारे पास होते है. देखा जाए तो शुक्रगुजार होना बहुत आसान है। क्योंकि उन चीज़ों पर फोकस करने देता है जो आपके पास हैं जैसे कि आपके रिश्ते या पैसे ओर आपकी जिंदगी आसान बनाने वाली अनगिनत चीजें, शुरुआत के लिए, आप छोटी छोटी चीजों के लिए शुक्रिया कह सकते हैं जैसे आपको रात को अच्छी और गहरी नींद आई तो उसके लिए शुक्रिया कहें या जिस वेटर ने आपको खाना सर्व किया उसे शुक्रिया कहें.

ओलिविया की दोस्त मैरी अपनी जिंदगी में इस फैक्टर को एक तीसरे इंसान के नज़रिए से देखने की कोशिश करती है “मैरी एक अच्छी जिंदगी जी रही है, उसके पास अच्छी खासी जॉब है जहां का नाहौल बहुत अच्छा है. मैरी की लाइफ में एक स्ट्रोंग सपोर्ट सिस्टम है

है यानी वो अपने जर्नल में लिखती

और उसे इस बात पर गर्व है कि वो भी किसी के दुःख का सहारा बनने के लिए मौजूद रहती है. मैरी की लाइफ में सब अच्छा चल रहा है और आज तो वो सबर जिम भी गई थी सुबह जिम

अपने दिन की शुरुआत छोटी-छोटी चीज़ों को appreciate कर के करें, उसके लिए ग्रेटफुल होना सीखें. मैरी ने जो किया उसे फॉलो करें और अपनी जिंदगी के बारे में एक तीसरे शख्स के पॉजिटिव नज़रिए से लिखें. इसे लिखने से ये ज्यादा इफेक्टिव हो जाता है क्योंकि ये इन छोटी छोटी चीज़ों को

ज्यादा रियल बनाता है.

Step 2: Goodwill और कम्पेशन यानी सहानुभूति – गुडविल वो स्टेट है जब आप दूसरों के साथ फ्रेंडली तरीके से पेश आते हैं, जब आप सच में उनके साथ कनेक्ट करते हैं. इस स्टेट में आप दूसरों की भलाई चाहते हैं जो सच में उन तक पहुँचती है. ये उनके साथ आपकी बातचीत को आसान बना देता है, क्या आपने कभी ऐसा पल एक्सपीरियंस किया है जब कोई सब में दिल से आपकी बातें सुनने में इंटरेस्ट दिखा रहा था? क्या वो एहसास आपको अच्छा लगा था? यकीनन अच्छा लगा हो. ठीक उसी तरह, जब आप लोगों के साथ ऐसा करेंगे तो आपको भी वो warmth, काइंडनेस और सच्ची 1. ये सभी एक charismatic शख्स की क्वालिटी हैं. अब आप गुडविल को कैसे एक्सप्रेस कर सकते हैं? तो इसके लिए आप न्यूरोसाइंटिस्ट डॉ. प्रवहिनी ब्रेडू सुझाव देती हैं कि जब भी आप किसी के साथ बातचीत करते हैं तो इमेजिन करें कि एक फ़रिश्ते की तरह उस इंसान के

होगी Care महसूस ह visualization कोर tion को यूज़ कर सकते हैं।

भी पंख लगे हुए हैं जो हमें दिखाई नहीं देते. माना जाता है कि फ़रिश्ते दिल के अच्छे और मासूम होते हैं इसलिए जब आप किसी को फ़रिश्त समझते हैं

साथ अच्छे से पेश आने लगते हैं. जब आप इस visualization का इस्तेमाल करेंगे तो आपकी बॉडी लैंग्वेज भी बदलने लगेगी.

लेकिन अगर किसी को फ़रिश्ता समझना मुश्किल हो तब क्या करें? आपके हिसाब से तो वो दुष्ट है जिसके सिर पर शैतान के सींग ज़्यादा 5uit करते हैं. अब यहाँ आपको गुडविल से आगे बढ़कर सहानुभूति और अंडरस्टैंडिंग की और जाना होगा. ये तब होता है जब आप ये समझने की कोशिश करते हैं कि सामने वाला जैसा है वैसा क्यों है और फिर भी आप उसका भला चाहते हैं. आप उस इंसान के बीते हुए कल को समझकर इसे प्रैक्टिस कर सकते हैं. उसकी परवरिश में या उसके साथ ज़रूर कोई ऐसी पटना हुई होगी जिसके एक्सपीरियंस ने उसे वैसा बना दिया है जैसा वो है, शायद अब भी उनके ज़ख्म भरे नहीं हैं या वी उसे ठीक करने की कोशिश में अब भी लगे हुए हैं, ये

सोच आपको हमदर्दी जगाने में मदद करती है.

Step 3:Self-compassion- अब तक हम उस फ्रेंडली व्यवहार की बात कर रहे थे जो हमें दूसरों के साथ दिखानी चाहिए लेकिन अब हम उस warmth या गर्मजोशी की बात करेंगे जो आपको खुद के साथ दिखानी चाहिए. जब आप खुद के साथ अच्छा बर्ताव नहीं करते हैं तो दूसरे लोग भी इसे महसूस कर सकते हैं. हो सकता है कि आप पुरी तरह से कॉफिडेंट हों लेकिन फ़िर भी लोग आपको पसंद नहीं करेंगे, हो सकता है कि आपकी पर्सनालिटी का जादू उन पर हो जाए लेकिन अगर आपमें warmth नहीं होगी तो वो आपको पसंद नहीं करेंगे, सेल्फ़ कम्पैशन की ज़रुरत आपको ये याद दिलाने के लिए हैं कि आपकी गलतियां आपकी पर्सनालिटी का सिर्फ एक हिस्सा है, पूरी पर्सनालिटी नहीं. तो आप ख़ुद के प्रति दयालु होने की प्रैक्टिस कैसे कर सकते हैं? एक लिस्ट में उन पांच चीजों को लिखें जो आप करते हैं जब भी आप किसी मुश्किल दौर से गुज़र रहे होते हैं, ये आपको याद दिलाने में मदद करेगा कि आप अपने साथ अच्छा व्यवहार कर रहे हैं या नहीं, ये एक रिमाइंडर के रूप में काम

करेगा कि खुद के साथ नरमी से पेश आना भी कितना ज़रूरी होता है.

Different Charisma Styles

क्या आप जानते हैं कि कई अलग-अलग तरह के charisma style होते हैं जिन पर काम कर आप भी उन्हें डेवलप कर सकते हैं. अब आप पूछेंगे कि एक स्टाइल के बजाय कई स्टाइल क्यों हैं, इसका क्या तुक बनता है? इसका लॉजिक ये है कि आप अपनी पर्सनालिटी, गोल्स और सिचुएशन के हिसाब से उनमें से एक चुन सकते हैं जो सबसे ज्यादा आपको suit होता हो. एक स्टाइल एक अलग कॉन्फिडेंस के साथ जुड़ा हुआ है जो charismatic पर्सनालिटी का का एक इम्पोर्टेन्ट फैक्टर होता है, तो आइए एक एक कर इन्हें समझते हैं.

  1. Focus Charisma: इसमें presence, listening और कांफिडेंस होता है. टेस्ला मोटर्स के सीईओ Elon Musk इसका बेहतरीन एग्ज़ाम्पल हैं. Elon अपनी बॉडी लैंग्वेज के द्वारा ये दिखाते हैं कि कैसे वो अपना पूरा ध्यान बात करने वाले पर बनाए रखते हैं, वो आपको ऐसा फील करवाते हैं जैसे वो आपके एक एक शब्द को बड़ी बारीकी से सुन रहे हैं. Focus Charisma उस पल में मौजूद होने के बारे में है जब आप सामने वाले को यकीन दिलाते हैं कि उनकी बातों को पूरे ध्यान से सुना जा रहा है. इससे उन्हें महसूस होता है कि उनकी बातों को तवज्जो दी जा रही है, उन्हें समझा जा रहा है और उनकी respect की जा रही है क्योंकि जब आप किसी की बातों पर ध्यान नहीं देते तो उसे बेईज्ज़ती महसूस होती है. अब इसे डेवलप कैसे करना है? बुक की शुरुआत में आपको mindfulness technique के बारे में बताया गया था, आपको उसे यूज़ करना है. अपने आस पास की आवाजों को सुनें, अपनी सांस पर ध्यान दें, और अपने पैरों में सेंसेशन को महसूस करें. ये आपको उस पल में बनाए रखेगा और आपके

साथ बातचीत करने वाले पर फोकस करने में मदद करेगा,

  1. Visionary Charisma: इसमें विश्वास और कांफिडेंस होता है. जब आपमें इस तरह का करिज्मा होता है तो लोग आप पर विश्वास करने लगते हैं. स्टीव जॉब्स से Apple कंपनी के अंदर और बाहर सभी डरते थे, जब भी स्टीव कोई प्रेजेंटेशन देते तो वो इसे इतने अच्छे से डिलीवर करते कि देखने वाले बस देखते रह जाते. उनमें अपने काम को लेकर इतना पेशन था कि जब भी वो कुछ बोलते तो वो पेशन और जोश सुनने वालों में भी भरने लगता था, इसमें आपको सुनने वाले आपसे और आपके विज़न से इंस्पायर होकर उस पर विश्वास करने लगते हैं. इस तरह का करिज्मा होना बहुत पावरफुल होता है क्योंकि हम उन चीज़ों से घबराते हैं जिनके बारे में पहले से कुछ कहा नहीं जा सकता तो ये करिज़्मा लोगों के अदर विश्वास पैदा करता है और उन्हें यकीन दिलाता है कि हम जो करने निकले हैं उसे ज़रूर अचीव करेंगे और यही बात लोगों को attract करने लगती है. हालाकि, स्टीव जॉब्स जैसे charismatic आदमी में भी ज़्यादा warrnth नहीं होगी लेकिन उनमें अपने गोल्स को लेकर बहुत जुनून था. जब आप ऐसे लोगों को देखते हैं जिनमें सच में अपने काम को लेकर बहुत पैशन होता है तो आप भी बहुत इंस्पायर होने लगते हैं.
  2. Kindness Charisma: इसमें warmth और कांफिडेंस होता है. इसमें आपको सुनने वाले के साथ आपका एक इमोशनल कनेक्शन बन जाता है. सोचकर बताइए कि जब आपको प्यार मिलता है तो आपको कैसा लगता है? क्या आपके पेरेंट्स आपको बिना किसी शर्त के प्यार करते हैं? जब आप इस तरह का प्यार महसूस करते हैं तो इसमें warmth होती है. दलाई लामा में इस तरह का करिज़्मा है. जब भी लोग उन्हें देखते या सुनते हैं तो उन्हें इसी प्यार का एहसास होता है. उन्हें लगता है कि चाहे दो जैसे भी हैं उन्हें अपनाया जा रहा है, सम्मान दिया जा रहा है. इसे डेवलप करने के लिए आपको अपने माइंडसेट से शुरुआत करनी होगी, अब यहाँ अडरस्टैंडिंग और warmth की ज़रुरत होती है. हमेशा gratitude, सहानुभूति और सेलफ-कम्पैशन को प्रैक्टिस करते रहने से लोग आपके आस पास प्यार महसूस करेंगे, खुद को द को सेफ़ महसूस करेंगे. 4. Authority Charisma: इसमें पावर, स्टेटस और कांफिडेंस होता है. अथॉरिटी बड़ी ही खतरनाक चीज़ है क्योंकि ये या तो आपको अच्छी चीज़ें करने की ओर ले जाता है या बुरी चीजों ओर, दलाई लामा के पास अथॉरिटी थी लेकिन russian तानाशाह stalin के पास भी अथॉरिटी थी. जब आपके पास अथॉरिटी होती है तो वो आपको पॉवर देती है जिससे लोगों को विश्वास होता है कि आप दुनिया को बदल सकते हैं या उस पर असर डाल सकते हैं. इसमें लोग आपको सुनते हैं और आपकी बात को हुक्म मानकार उसे फॉलो करने लगते हैं, अब इसे कैसे डेवलप किया जा सकता है? आपकी बॉडी लैंग्वेज द्वारा. आपको हर पल कांफिडेंट फील करना होगा. अपना कांफिडेंस बढ़ाने के लिए visualization का इस्तेमाल कर पिछली बार जब आप जीते थे तो उस एक्सपीरियंस को दोबारा से जीना है, उसे फील करना है.

Charismatic Body Language

क्या कभी आप ऐसे इंसान की तरफ़ attract हुए हैं जिसने दिल को छू लेने वाली स्पीच दी हो? कई बार आप ये नहीं समझ पाते कि वो क्या कह रहे हैं लेकिन जिस तरह से कह रहे हैं वो आपको उनकी ओर खींचने लगता है, इसे करिज़्मा कहते हैं. ये हमारे इमोशनल फीलिंग्स से बातें करता है. जब एक charismatic शख्स हमसे बात करता है तो ये हमें इम्प्रेस करता है, इंस्पायर करता है और उसकी बातें सुनने के लिए बेसन्न कर देता है. उनकी बॉडी लैंग्वेज जैसे हम पर कोई जादू कर देती है कि हम उनसे अपनी नज़रें भी नहीं हटाना चाहते. चाहे कोई दुनिया की सबसे दिलचस्प और महान स्पीच ही क्यों ना दे रहा हो लेकिन अगर वो इसके साथ सही नॉन वर्बल सिग्नल्स को नहीं जोड़ता है तो उसका हम पर कोई जादू नहीं चल पाएगा. नॉन वेर्बल यानी बिना शब्दों के बॉडी लैंग्वेज और चेहरे के एक्सप्रेशन द्वारा एक्सप्रेस करना. हार्वर्ड बिज़नेस रिव्यू द्वारा किए गए एक स्टडी ने इस बात को साबित किया है. जब एम्प्लाइज को नेगेटिव परफॉरमेंस फ़ीडबैक दी जाती है लेकिन इसे पॉजिटिव बॉडी लैंग्वेज के साथ जोड़ा जाता है तो एम्प्लाइज इसे अच्छे से स्वीकार करते हैं. इतना ही नहीं, इस नेगेटिव फीडबैक का एम्प्लाइज ने बहुत अच्छे

से response दिया उस सिचुएशन की तुलना में जब उन्हें पॉजिटिव फ़ीडबैक को नेगेटिव बॉडी लेंग्देज के साथ जोड़कर दिया गया था. तब उनका response अच्छा नहीं था.

अगर आप एक charismatic इसान बनना चाहते हैं तो eye कांटेक्ट बेहद इम्पोर्टेन्ट फैक्टर होता है. जब आप बातचीत के दौरान हर वक़्त eye कांटेक्ट बनाए रखते हैं तो ये दिखाता है कि आप सामने वाले की बातों को समझ रहे हैं, उसका सम्मान कर रहे हैं. याद रखें कि charismatic होने के लिए, आपको दूसरे इसान को यह महसूस करवाना है कि वो जो भी कह रहे हैं, उसमें आपकी दिलचस्पी है, लेकिन सिर्फ इतना ही काफ़ी नहीं है.

आपको eye कांटेक्ट पर भी ध्यान देना होगा.

आपको soft focus का इस्तेमाल करना चाहिए जिसका मतलब है कि आपका चेहरा और आपकी आँखें रिलैक्स्ड होनी चाहिए. उसमें गुस्सा, स्ट्रेस नहीं बल्कि अंडरस्टैंडिंग का भाव होना चाहिए. क्या कभी किसी ने आपको घूर कर देखा है? क्या आपको उससे अजीब महसूस हुआ था? ये soft focus का opposite होता है. अब इसे कैसे डेवलप किया जाए? एक बड़ा दर्पण लें और उसके सामने बैठ जाएं. अब अपनी आँखें बंद कर किसी ऐसी घटना के बारे में सोचें जिससे आपको uncomfortable महसूस हुआ था जैसे आपके पड़ोसी का कुत्ता आप पर नॉन स्टॉप भौकें जा रहा था

और आपके गुस्से का पारा चढ़ने लगा था.

अब जब आपको चिढ़ महसूस होने लगे तो अपनी आखें खोलें और ख़ुद को दर्पण में देखें, गोर करें कि आपकी आँखों में कितना टेंशन और गुस्सा है, वो रिलैक्स्ड नहीं हैं. अब दोबारा आँखें बंद करें और उन पलों के बारे में सोचे जिसने आपके दिल को खुशी दी थी जैसे जब आप किसी पुराने दोस्त से मिले थे या अपनी favourite आइस क्रीम खा रहे थे. जब आपको वो खुशी महसूस होने लगे तो अपनी आँखें खोलें और अब खुद को दर्पण में देखें. आप खुद देखेंगे कि आपकी आँखों में एक चमक है, खुशी है और ये पहले वाली आँखों से बिलकुल अलग है.

अब आखरी बार अपनी आँखें बंद करें और याद करें जब आपका काफिडेंस लेवल एकदम टॉप पर था. अब आखें खोलें और देखें कि कैसे इसने आपके look को एकदम बदल दिया है. आपकी आखें आपका असली दर्पण होती हैं. आप जैसा अंदर से महसूस करते हैं वही आपकी आखों में दिखने लगता है. हमारी आखें बहुत एक्सप्रेसिव होती हैं इसलिए इसे अपने फ़ायदे के लिए इस्तेमाल करें. इसलिए कहा जाता है कि आँखें वो खिड़की है जिसके जरिए आप किसी की आत्मा में झांककर देख सकते हैं. आप जो भी प्रोजेक्ट करेंगे लोग उसे मान लेंगे, जब आपके रोम रोम से कांफिडेंस टपक रहा हो तो लोग भी मानने लगेंगे कि ज़रूर आपमें कुछ खास

बात है. करिज़्ना को बड़ी जल्दी खत्म करने का सबसे फास्ट तरीका होता है अपनी बॉडी लैंग्वेज से insecurity को दिखाना. आइए इसे हम एक गोरिला से सीखते हैं.

इमेजिन करें कि एक गोरिला दूसरे गोरिला के एरिया में धुस आया. अब पहले वाला गोरिला उसे देखकर आगबबूला हो रहा है. यो आपे से बाहर होकर उसे डराने लगता है. वो अपनी छाती को चौड़ा कर, मुद्टियाँ बंदकर अपनी छाती पर मारते हुए जोर ज़ोर से आवाजें निकालने लगता है. उसका ऐसा रूप देखकर टूरा गोरिला डरकर भाग जाता है. असल में ऐसा कर के बो खुद को पावरफुल और डरावना दिखा रहा था. आपको भी ऐसा ही करना चाहिए, हमारा ब्रेन हमारे आस पास के माहोल को हमेशा observe करता रहता है. जब हम लोगों को अपनी ओर आते हुए देखते हैं तो हमारा 5ub conscious माइंड उनकी बॉडी लेंग्वेज पर गौर करने लगता है, क्या उनकी बॉडी लँंग्देज न कह रही है कि “साइड हटो और मेरे लिए रास्ता बनाओ” या वो कह रही है “मैं साइड से निकल जाऊंगा”. अगर आप charismatic बनना चाहते हैं तो आपको अपने स्पेस में धाक जमानी होगी कि ये एिया मेरा है. अपनी जगह को ठीक से यूज़ करना भी एक आर्ट है जैसा कि गोरिला ने हमें समझाया. तो इसे कैसे डेवलप किया जाए? से अपने पैरों को फैलाएं और अपने हाथों को अपने सिर के ऊपर जितना हो सके उतना फैलाएं. अब अपने arms को साइड की ओर खींचें. इसे करते वक्त धीरे धीरे सांस लें. आप जितनी बार चाहें उतनी बार स्ट्रेचिंग को रिपीट कर सकते हैं. इसके बाद अपने arms को साइड पर टिकाएं और अपने कन्धों को रोल करें, अब अपने चेस्ट में हवा भरकर उसे फुलाएं जैसे उस गोरिला ने अपने दुश्मन को डराने के लिए किया था. जब आप एक बड़े गोरिला की तरह एक पावरफुल बॉडी लैंग्वेज बनाते हैं और अपनी आँखों में यो नरमी बनाए रखते हैं यानी सॉफ्ट फोकस तो ये

आपको कांफिडेंट दिखाता है. तो बस इन टिप्स को प्रैक्टिस करते रहे और कांफिडेंट होना जल्द ही आपके लिए एक नेचुरल चीज़ हो जाएगी.

कन्क्लू ज़न

इस बुक में आपने सीखा कि करिज्मा कोई टैलेंट नहीं है जिसे कोई साथ लेकर पैदा होता है बल्कि एक क्वालिटी है इसे कोई भी सीख सकता है. इसके लिए आपमें presence, power और warmth होनी चाहिए. करिज्मा का मतलब सिर्फ ये नहीं है कि आप क्या कहते हैं या खुद को कैसे carry करते हैं बल्कि आप कैसे सोचते हैं ये उस बारे में भी है, आपने charismatic मेंटल स्टेट के बारे में भी सीखा जो है visualization, gratitude, goodwill, और compassion. ये वो प्रोसेस है

जो आपको presence, power और warmth अचीव करने मदद करेगी.

आपने ये भी जाना कि करिज्मा के अलग-अलग स्टाइल होते हैं जो आपकी पर्सनालिटी, गोल्स और सिचुएशन पर डिपेंड करता है. आपमें Elon Musk की तरह focus charisma, स्टीव जॉब्स की तरह visionary charisma, दलाई लामा की तरह kindness charisma, जोसेफ stalin की तरह authority charisma के बारे में जाना.

करिज्मा का मतलब सिर्फ आपके शब्द क्या कहते हैं वो नहीं है बल्कि उसके साथ आपकी बॉडी क्या कहती है वो भी है, बॉडी लैंग्वेज एक बहुत पावरफुल चीज़ है और ये आपको करिज्मा का highest लेवल अचीव करने में बहुत मदद कर सकती है. हालांकि, charismatic बनने में कुछ वक्त जरूर लगेगा लेकिन बीच में हार ना माने. आप इसे प्रैक्टिस के ज़रिए डेवलप कर सकते हैं, करिज्मा आपको अपने फील्ड में एक सक्सेसफुल लीडर बनने में मदद करेगी, इस बुक में आपने जो सीखा उसे अप्लाई करें और आप उस शख्स की तरह बन सकते हैं जिसे सुनने के लिए सब बेसब्री से इंतज़ार करते हैं.

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