THE ADVENTURE OF THE ENGINEER’S THUMB by Arthur Conan Doyle.

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About

हमारी करीबी दोस्ती के दौरान, मेरे दोस्त शरलॉक होम्स के सामने जितने भी केस आये, उनमें से सिर्फ दो ही मेरे द्वारा उसके सामने लाये गए थे, जिसमें से एक था मिस्टर हैदी का अंगूठा और दूसरा कर्नल वॉरबटन का पागलपन. इनमें से दूसरा वाला ज्यादा मुश्किल था, लेकिन पहले वाला इतना अजीब और ड्रामेटिक था कि शायद उसे रिकॉर्ड में लाना ज्यादा जरूरी है, यहाँ तक की इसने मेरे दोस्त को भी बहुत कम सुराग दिए, उसके उस जासूसी हुनर के बावजूद जिसकी बदौलत उसे अच्छे परिणाम मिले हैं।

मुझे लगता है कि इस कहानी को एक से ज्यादा बार अखबार में छापा गया है, लेकिन, ऐसी कहानियाँ एक पेज पर आचे कॉलम में छपने से उस तरह असरदार नहीं होती जिस तरह तब होती है जब फैवट्स धीरे धीरे आपके सामने आते है, और जैसे जैसे नयी जानकारी आपको पूरे सच की तरफ लेकर जाती है वैसे वैसे रहस्य से पर्दा गिरने लगता है। उस वक्त के हालात ने मुझपर एक गहरा असर छोड़ा है और दो साल होने के बाद भी उसका असर काम नहीं हुआ है।

ये 89 की गर्मियों की बात है, मेरी शादी को ज्यादा समय नहीं हुआ था, जब वे घटनायें हुई जिनके बारे में में आपको अभी बताने वाला हूँ। मैं अपनी सिविल की प्रैक्टिस के लिए लौट आया था और होम्स की उसके बेकर स्ट्रीट वाले घर में छोड़ आया था, हालांकि में उससे मिलने जाता रहता था और कभी कभी में उसे उसकी Bohemian वाली आदतों को छोड़ने और हमसे आकर मिलने के लिए बोलता था. मेरी प्रेक्टिस बढ़ गयी थी और क्योंकि मैं पैडिंगटन स्टेशन से ज्यादा दूर नहीं रहता था, मेरे पास वहाँ के कई अफसर भी इलाज के लिए आते थे। उनमे से एक ऐसा आदमी था, जिसका मैंने लो समय से चल रही एक दर्दनाक बीमारी का इलाज किया है, वह कभी भी मेरी तारीफ करते थकता नहीं था और हर उस पीड़ित इंसान को मेरे पास जिसे वह भेज सकता था।

एक सुबह, सात बजने से थोड़ा पहले, मैं नींद से उठा गया जब मेरी मेड ने दरवाज़ा खटखटाया और बताया कि पैडिंगटन स्टेशन से दो आदमी आये हैं और वे कंसल्टिंग रूम में मेरा इंतज़ार कर रहे है। मैंने जल्दी से कपड़े पहने और नीचे गया, क्योंकि मेरे अनुभव की वजह से मुझे पता था कि रेलवे के केस कभी भी मामूली नहीं होते। जैसे ही मैं नीचे उतरा, मेरा पुराना सहयोगी, गार्ड, कमरे से बाहर आया और अपने पीछे का दरवाज़ा कस कर बंद कर

दिया।

में उसे यहाँ ले आया हूँ,” उसने अपने अंगूठे को अपने कधे पर रखते हुए धीरे से कहा: “वह ठीक है।”

तो फिर क्या बात है?” मैंने पूछा, क्योंकि उसे देख कर लग रहा था जैसे उसने किसी अजीब से प्राणी को मेरे कमरे में बंद कर रखा है। “यह एक नया मरीज़ है, उसने धीरे से कहा। “मैंने सोचा उसे खुद ही यहाँ ले आऊं ताकि वो भाग ना सके। यहाँ है वो, पूरी तरह सही सलामत। अब मुझे चलना चाहिए, डॉक्टर; मुझे भी आपकी तरह अपने काम पर जाना है।” और वह भरोसेमंद इंसान चला गया, बिना मुझे थैंक यू बौलने का मौका

दिए। मैं अपने कंसल्टिंग रूम के अंदर गया और एक आदमी को वहाँ बैठे हुए देखा. उसने एक heather tweed का सूट पहना हुआ था, साथ में एक

मुलायम कपड़े की कैप, जिसे उसने मेरी किताबों के ऊपर रखा हुआ था। उसने अपने एक हाथ पर रूमाल बाँधा हुआ था, जो पूरी तरह खून से सना हुआ था। वह जवान था, मेरे ख्याल से है 25 साल का होगा, उसका चेहरा मजबूत और मर्दाना था; लेकिन वो बिलकुल मुरझाया हुआ लग रहा था और ऐसा लग रहा मनो जैसे कोई आदमी बड़ा बेचैन और तकलीफ में हो, और अपनी सारी ताकत लगाकर उसे सहन कर रहा हो। “इतनी सुबह-सुबह आने के लिए माफ़ी चाहता हूँ, डॉक्टर,” उसने कहा, “लेकिन कल रात मेरे साथ एक बहुत बुरा हादसा हुआ मैं सुबह ट्रैन से आया,

और जब मैंने पैडिंगटन स्टेशन पर पूछा की आस पास कोई डॉक्टर कहाँ मिलेगा, तब एक सज्जन आदमी मुझे यहाँ छोड़ गए. मैंने मेड को एक कार्ड दिया था, लेकिन मुझे लगता है उसने वो साइड वाली टेबल पर ही छोड़ दिया।”

में वह कार्ड उठाया और देखा। “मिस्टर विक्टर हैथरली, हाइड्रोलिक इंजीनियर, 16A, विक्टोरिया स्ट्रीट (3rd फ्लोर) ” ये मेरे सुबह के मेहमान का नाम, पेशा और पता था। “माफ़ी चाहता

पता था माझी चाहिता है, मने आपको इंतज़ार करवाया,” मैंने अपनी लाइबरेरी-चेयर पर बैठते हुए कहा। “मैं सगदाता हैँ कि आए

अपनेपनी रात सफर से सीधा आये

को र म जनता हूँ, यह बड़ा बोरिंग हैं।” “ओह, मेरी रात को बोरिंग नहीं कह सकते, वह बोला और हंस पड़ा। वह अपनी चेयर पर झुकते हुए और खुद को हिलाते हुए वह जोर से हंसा। इस को देखकर मेरा सारा मेडिकल का ज्ञान जाग गया.

हंसी

“रुक जाओ! मैं चिल्लाया; “अपने आप को संभालो!” मैंने जग में से थोड़ा पानी निकला.

हालांकि, इससे ससे कुछ

फर्क नहीं पड़ा। उसे एक ऐसे पागलपन का दौरा पड़ा था जो किसी बड़े संकट के आने और उसके गुजर जाने के बाद होता है। कुछ चेहरा लिये।

वह अपने असल रूप में आया, थका और आया, थका और सुस्त

“में खुद को बेवकूफ़ बना रहा था,” वह हांफते हुए बोला। “बिलकुल भी नहीं। इसे पी लो।” मैंने पानी में थोड़ी ब्रॉडी मिलाई, और उसे पीने के बाद उसके मुरझाये चेहरे पर धोड़ी रंगत आयी। डॉक्टर

अब ठीक है! उसने कहा। “और अब, शायद आपको मेरा अंगूठा देखना चाहिए या कहो की उस जगह को जहाँ अंगूठा हुआ करता था।” उसने अपना रूमाल हटाया और अपना हाथ निकाला। उसे देखकर मेरा मजबूत दिल भी दहल गया, वहाँ चार उभरी हुई उँगलियाँ थी और एक भयंकर

लाल, स्पंजी जगह जहाँ अंगूठा होना चाहिए था। उसे या तो काटा गया था या फिर जड़ से उखाड़ा गया था.

है भगवान!” मैं चिल्लाया, “ये बहुत गहरा जख्म है। जरूर बहुत खून बहा होगा।” हाँ, बहा था। उसके बाद मैं बेहोश हो गया था और मुझे लगता है मैं काफी देर तक होश में नहीं था। जब मुझे होश आया, मैंने देखा कि तब भी खून बह

रहा था, इसलिए मैंने इसे अपने रूमाल से कसकर कलाई पर बाँध लिया और इसे एक लकड़ी का सहारा दे दिया।”

“बहुत अच्छा! आपको एक सर्जन होना चाहिए था,”

*देखो, ये हाइड्रोलिक्स की बात है और यह मेरे काम के दायरे में ही आता है।” ये एक बहुत भारी और नुकीली चीज से हुआ है।” घाव को देखते हुए मेंने कहा.

एक बड़े चाकू जैसी चीज से, उसने कहा. “मुझे लगता है ये एक एक्सीडेंट है। है ना?”

भी नहीं।” “बिलकुल

“क्या! एक जानलेवा हमला?”

“हाँ बिल्कुल।

“आप मुझे डरा रहे हो।”

मैंने उस घाव को साफ किया, दवाई लगाई और आखिर में रुई से उसे ढका और पट्टी से बांध दिया. वह बिना हिले पीछे बैठा रहा, बस कभी कभी अपने

होठ काट लेता था।

कैसा लग रहा है?” मैंने अपना काम पूरा करके पूछा।

बहुत अच्छा! आपकी ब्रांडी और पट्टी के बाद, मैं एक नए इंसान जैसा महसूस कर रहा हूँ. मैं बहुत कमजोर

थी,”

था, लेकिन मुझे एक अच्छी डील मिली

“शायद अभी आपको उस मामले के बारे में नहीं बात करनी चाहिए। ये बात जरूर तुम्हे बहुत परेशान कर रही है।”

“अरे नहीं, अब नहीं। अब शायद मुझे ये सब पुलिस को बताना पड़ेगा; लेकिन ये हम दोनों के बीच की बात है, अगर मेरा घाव इतना गहरा नहीं होता तो, मुझे लगता है वे मेरी बात नहीं मानते, क्योंकि ये बहुत असाधारण सी बात है और इसे साबित करने के लिए मेरे पास ज्यादा सबूत भी नहीं है; और अगर वो मेरी बात मान भी ले, तो जो भी सबूत मैं उनको दूगा वो इतने साफ़ नहीं है की मुझे लगता इंसाफ हो पायेगा।”

हा! मैंने कहा, “अगर यह कोई ऐसी मुश्किल है जिसे आप हल करना चाहते हैं, तो पुलिस के पास जाने से पहले में आपको अपने दोस्त मिस्टर

शरलॉक होम्स के पास जाने की सलाह दूँगा.”

“ओह, मैंने उनके बारे में सुना है,” उसने जवाब दिया, “और मुझे बेहद खुशी होगी अगर वे इस मामले को अपने हाथ में लें, हालांकि, मुझे पुलिस के पास

भी जाना होगा, क्या आप मुझे उनसे मिलवा सकते हैं ?”

“हाँ बिलकुल. मैं तुम्हें खुद उनके पास लेकर जाऊँगा।” “मैं आपका एहसानमंद रहूँगा.’

कैब बुला लेते हैं और साथ चलते हैं हम उनके साथ नाश्ता करने के लिए समय से पहुंच जायेंगे क्या आप अभी चल पाएंगे?” “हाँ; जब तक मैं उन्हें अपना कहानी नहीं बता देता, मुझे चैन नहीं आएगा।”

फिर तो मेरा नौकर कैब बुला और मैं तुरंत आपके पास आता हूँ.” मैं भागकर ऊपर गया, अपनी पत्नी को जल्दी से कहानी बताई और पांच मिनट में के अंदर हम कैब में थे, और मैं एक नए मेहमान के साथ बेकर स्ट्रीट के लिए चल पड़ा. शेरलॉक होम्स मेरी उम्मीद के मुताबिक, ड्रेसिंग गाउन पहने अपने सिटिंग-रूम में आराम से अख़बार पढ़ता हुआ. ब्रेकफास्ट से पहले वाली पाइप पी रहा

था, जो उसके कल के बचे हुए सिगार के टुकड़ों से बना हुआ था। उसने शांति से अपने मिलनसार अंदाज में हमारा स्वागत किया, उसने ताजे अंडे और

रेशर मंगाए और हमारे साथ खाना खाया। जब हमने नाश्ता कर लिया, उसने हमारे नए मेहमान को सोफे पर बैठाया, उसके सर के नीचे एक तकिया रखा, और उसके पास एक ब्रांडी और पानी से भरा क्लास रख दिया।

यह आसानी से दिख रहा है कि आपके साथ कोई मामूली घटना नहीं घटी है, मिस्टर हैदली ।” उसने कहा। प्लीज आराम से लेट जाएं और इसे अपना ही घर समझें। जो भी आप बता सकते हैं हमें बताएं लेकिन जब आपको थकान महसूस हो तो रुक जाएं और बीच-बीच में ब्रांडी पीते हुए अपनी एनर्जी

बनाए रखें।

थैंक यू,” मेरे पेशेंट ने कहा, “लेकिन जब से डॉक्टर ने मेरी पट्टी की है तब से मैं नया सा महसूस कर रहा हूँ, और मुझे लगता है आपके ब्रेकफास्ट ने मुझे बिल्कुल ठीक कर दिया है। मैं कोशिश करूगा कि आपका ज्यादा कीमती समय ना लूँ, तो अब में अपना अजीबोगरीब अनुभव बताता हूँ।” होम्स अपनी बड़ी सी आर्मचेयर पर बैठ गया, चेहरे पर गंभीर भाव लिए हुए, जो उसकी उत्सुकता को छिपा रहे थे, जबकि मैं उसके सामने बैठ गया और हमने चुपचाप वह अज़ीब कहानी सुनी जो हमारे मेहमान ने हमें में सुनाई।

उसने कहा, “मैं आपको बता दूं कि मैं एक अनाथ हूँ और मेरी शादी नहीं हुई है, मैं लंदन में अकेला ही रहता हूँ। पेशे से मैं एक हाइड्रोलिक इंजीनियर हूँ और मुझे अपने काम का बहुत अच्छा खासा एक्सपीरियंस है, जो मैंने 7 साल वेनर एंड मैथेसन (venner &matheson) में काम करके हासिल किया है, जो ग्रीनविच की एक जानी मानी फर्म 2 साल पहले मेरी रिटायरमेंट और मेरे पिता की मृत्यु के बाद मुझे अच्छा पैसा मिला, मैंने बिज़नेस

करने

फैसला लिया और विक्टोरिया स्ट्रीट में एक चेम्बर भी ले लिया।

शुरू की पहला

मोटा काम ही फिल सा का सासाकी कला पहला अनुभव बड़ा बारिंग लगता है। मुझे भी ऐसा ही लगा। 2 सालों में मुझे तीन कंसल्लेशन और एक होरा पेशे से में बस इतना ही पाया। मेरी कमाई सिर्फ 27 यूरो और 10 सेंट रही। हर दिन सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक मैं अपने बंद में कस्टमर का इंतजार करता, फिर मेरा दिल बैठने लगा और मुझे लगने लगा कि मेरी प्रैक्टिस अब आगे नहीं चल पायेगी। “हालांकि कल, जब मैं ऑफिस से निकालने वाला था, मेरे क्लर्क ने बताया कि एक जेंटलमैन मेरा इंतजार कर रहा है और वह मुझसे किसी काम के सिलसिले में मिलना चाहता है। वह अपने साथ एक कार्ड भी लाया था, जिस पर कर्नल लाइसेंडर स्टार्क’ नान लिखा था। उसके पीछे पीछे कर्नल खुद भी चला आया, जो मीडियम हाइट का था पर बहुत ही पतला। मुझे नहीं लगता मैंने इतना पतला आदमी पहले कभी देखा था। उसके पूरे चेहरे पर बस नुकीली नाक और ठोड़ी ही दिख रही थी और गाल अंदर धंसे हुए थे। उसका पतला शरीर नेचुरल लग रहा था ना की किसी बीमारी के कारण क्योंकि

“मेरा मानना है सभी

उसकी आँखों में चमक, चाल में तेजी और व्यवहार में आत्मविश्वास था। वह साधारण पर साफ कपड़े पहना हुआ था, उसकी उम्र, मेरे हिसाब से 30 से “मिस्टर हैथरली उसने कुछ जर्मन सी लगने वाली जुबान में कहा। मुझे आपकी सिफारिश की गयी है, मिस्टर हैदली, आप ना हीं सिर्फ अपने काम में

40 के बीच रही होगी।

अच्छे हो बल्कि किसी राज़ को राज़ रखना भी जानते हो।

मैंने खुश होकर धन्यवाद किया जैसा कोई भी ऐसी तारीफ सुनकर करता। क्या मैं जान सकता हूँ किसने आपको मेरी सिफारिश की?

“वैसे, शायद इस वक्त यह अच्छा होगा कि मैं आपको उसका नाम ना बताउँ। उसी ने मुझे बताया कि आप अनाथ हो, बैचलर हो और लंदन में रहते हो। ‘ यह बात ही है,’ मैंने कहा; लेकिन मुझे माफ करें में नहीं समझ पा रहा कि इस सबका मेरे पेशे से क्या लेना देना। मुझे लगता है आप मुझसे किसी

काम के सिलसिले में मिलना चाहते थे?”

“बिल्कुल ऐसा ही है। लेकिन आपको पता चलेगा कि मैं जो कुछ भी कह रहा हूँ वह कोई बेकार की बात नहीं है। मेरे पास आपके लिए आपके ही पेशे से जुड़ा काम है, पर उसके लिए बात को सीक्रेट रखना होगा – बिल्कुल सीक्रेट, आप समझे, और जाहिर है, इसकी उम्मीद हम एक ऐसे इसान से ही कर

सकते हैं जो अकेला रहता है, बजाय उस इंसान के, जो पूरे परिवार के साथ रहता हो। “अगर में बात को सीक्रेट रखने का वादा करता हूँ, मैंने कहा, तो आप मुझ पर भरोसा कर सकते हैं कि मैं ऐसा ही करुंगा।’

“उसने बड़े गौर से अपनी तीखी नजरों से देखा जब में अपनी बात कह रहा था, मुझे लगता है मैंने कभी ऐसी शक और सवालों से भरी आँखें नहीं देखी

थी।

“तो फिर आप वादा करते हो? आखिर में उसने कहा।

“हाँ में वादा करता हूँ।

आपको पूरी तरह चुप्पी रखनी होगी काम से पहले, काम के दौरान और उसके बाद भी, इसके बारे में कहीं भी कोई शब्द नहीं कहना है। “मैं पहले ही अपनी जबान दे चुका हूँ।’

“बहुत बढ़िया। वह अचानक उठा, और बिजली की तेजी से कमरे को पार करते हुए उसने दरवाज़ा खोला। बाहर का पैसेज खाली था। सब ठीक है. वापस आते हुए उसने कहा। मैं जानता हूँ कि कभी-कभी क्लकों को जानने की उत्सुकता होती है कि उनके मालिक क्या कर रहे हैं। अब हम बेफिक्र होकर बात कर सकते हैं। उसने अपनी कुर्सी मेरी तरफ खिसकायी और फिर से अपनी तेज और सोच विचार करती हुई नजरों से देखने

लगा।

“उस दुबले पतले आदमी की अजीब सी हरकतों को देखकर, एक नफरत का भाव, और कुछ डर सा मेरे अंदर उठने लगा। मेरे एक क्लाइंट को खोने का डर भी मुझे अपनी बेचैनी दिखाने से रोक नहीं पाया। “कृपा करके अपना काम बताएं, सर, मैंने कहा: ‘मेरा समय कीमती है।’ यह कहने के लिए भगवान मुझे माफ करें, लेकिन यह बात मेरी जुबान पर

आ गई।

“एक रात के काम के लिए 50 सोने के सिक्के कैसा रहेगा? उसने पूछा.

बहुत बढ़िया।

मैंने कहा एक रात का काम है पर यह 1 घंटे से ज्यादा का नहीं होगा। मुझे बस आपकी राय चाहिए थी एक हाइड्रोलिक स्टाम्प मशीन के बारे में, जो खराब हो गयी है। अगर आप हमें बता दें कि इसमें क्या गडबड है, हम इसे खुद ही ठीक कर लेंगे। इस काम के बारे में आप क्या सोचते हैं?

काम तो हल्का ही लगता है और दाम अच्छा है।

बिल्कुल। हम चाहते हैं कि आप आज रात की आखिरी ट्रेन से ही आ जायें। “कहाँ”

“आइफोर्ड, बर्कशर में। यह एक छोटी सी जगह है, ऑक्सफ़ोर्डशर के बॉर्डर पर, औररेडिंग के सात मील के दायरे में वहाँ पैडिंगटन से एक ट्रेन आती है।

जो आपको 11:15 पर वहां पहुंचा देगी।

“बहुत बढ़िया। में गाड़ी लेकर आपको लेने पहुंच जाऊँगा।’

“तो हम ड्राइव करेंगे?

“हाँ, हमारी छोटी सी जगह शहर से कुछ दूर है। यह आईफोर्ड स्टेशन से 7 मील की दूरी पर है। तो हम मुश्किल से ही वहां आधी रात तक पहुंच पाएंगे। मेरे ख्याल से मुझे वापसी के लिए भी कोई तब।

रुकना पड़ेगा।

“हाँ, हम आसानी से तुम्हें रहने की जगह दे सकते हैं। यह बड़ा अजीब है। क्या मैं किसी और वक्त नहीं आ सकता?

“हमने यही सबसे बेहतर समझा कि आप देर से आओ। आपकी असुविधा की भरपाई के लिए ही हम आपको इतना अच्छा पैसा दे रहे हैं, एक नौजवान

और अनजान आदमी को, एक ऐसी फीस जिससे आपके पेशे के बढ़िया से बढिया जानकार आदमी की राय खरीद सकते हैं। फिर भी अगर आप इस काम से अपने हाथ पीछे खींचना चाहते हैं तो इसके लिए अभी भी आपके पास काफी समय है।

मैंने उन 50 के सिक्कों के बारे में सोचा, और सोचा कि इससे मेरा कितना भला होगा। बिल्कुल नहीं, मैंने कहा, आप जैसा चाहेंगे वैसे ही होगा। हालांकि मैं थोड़ा और साफ-साफ समझना चाहूँगा कि आप मेरे से क्या करवाना चाहते हैं। “जरूर। यह नेचुरल सी बात है कि इसे राज रखने का वचन, जिसकी हमें आपसे उम्मीद है, ने आपके अंदर उत्सुकता जगा दी है। मैं नहीं चाहता कि, मैं

बिना सब कुछ “बिल्कुल नहीं।

आपके सामने रखे, आप से किसी भी चीज के लिए हाँ कहलवा लूँ। मैं समझता हूँ कोई भी हमारी बातें नहीं सुन रहा होगा? “तो बात कुछ ऐसी है। शायद आप जानते होंगे कि मुल्तानी मिट्टी बहुत कीमती होती है, और यह इंग्लैंड में सिर्फ एक दो जगहों पर ही पायी जाती है।

“हाँ मैंने उसके बारे में सुना है।

“कुछ समय पहले मैंने एक छोटी सी जगह खरीदी- बहुत छोटी सी-रेडिंग के 10 मील के दायरे में किस्मत से मेरे एक खेत में गुल्तानी मिट्टी का भंडार

मिला। हालांकि जांच करने के बाद पता चला कि यह ज्यादा बड़ा नहीं है, और इससे जुड़े दो बड़े भंडार दाएं और बाए तरफ है ,लेकिन दोनों ही मेरे पड़ोसियों की जमीन पर है। वो भोले लोग इस बात से बिल्कुल अनजान थे कि, उनकी जमीन में सोने की खान जैसा कीमती कुछ है, जाहिर है, मैं उनकी जमीनें खरीदना चाहता था, इससे पहले कि उन्हें इसकी कीमत पता चल जाए, लेकिन दुर्भाग्य से मेरे पास उतने पैसे नहीं थे। मैंने कुछ दोस्तों को यह राज बताया, उन्होंने सुझाया कि हमें अपने छोटे से भंडार पर ही चुपके से काम करना चाहिए और इस तरह हम कुछ रकम जुटा लेंगे जिससे हम अपने पड़ोसियों की खरीद ।

अब हम कुछ समय से ऐसा ही कर रहे हैं, इस काम में मदद के लिए हमने एक हाइड्रोलिक मशीन लगवाई यह मशीन जैसा कि मैंने पहले भी बताया, बिगड़ गई है, इस पर हमें आपकी मदद चाहिए। हम अपने राज को बड़ी सावधानी से छुपा कर रखते हैं, लेकिन अगर किसी को पता चल जाता है कि हमारे छोटे से घर पर हाइड्रोलिक इंजीनियर आ जा रहे हैं, तो जल्दी ही पता लगाना शुरू कर देंगे, और तब, अगर वह राज सबके सामने आ जाता है तो हमारे सारे मंसूबों पर पानी फिर जाएगा। इसलिए हमने आपसे वचन लिया है कि आप किसी भी इंसान को नहीं बताएंगे कि आप आज रात आईफोर्ड जा

रहे हैं। मैं उम्मीद करता हूँ कि मैंने सारी बात साफ-साफ बता दी है।

“हा में आप की बात समझ रहा हूँ, मैंने कहा। एक ही बात जो मेरी समझ में नहीं आयी की मुल्तानी मिट्टी की खुदाई में आप हाइड्रोलिक मशीन से क्या काम लेते हैं, जहां तक मैं समझता हूँ यह फावड़े की खुदाई से भी निकल सकती है। ‘आह!’ लापरवाही से उसने कहा, ‘हमारा काम करने का अपना तरीका है। हम मिट्टी को दबाकर उसकी ईट बनाते हैं, ताकि किसी को पता ना चले कि वह क्या है। यह तो मैं आपको ऐसे ही बता रहा हूँ। मैंने आपको पूरी तरह भरोसे में ले लिया है, हैदी और दिखा दिया है कि में आप पर भरोसा कर रहा हूँ। यह बोलते हुए वह उठा। ‘तो फिर मैं आपको 11:45 पर आईफोर्ड में मिलगा।

मैं वहां जरूर पहुंच जाऊँगा।

*और किसी से एक शब्द नहीं कहोगे। फिर उसने मुझे अपनी सवालिया नजरों से देखा, और फिर, मेरे हाथों पर अपने ठंडे हाथ रखने के बाद, कमरे जब मैंने सारे मामले पर ठंडे दिमाग से विचार किया तो मैं इस काम को लेकर बड़े अचरज में पड़ गया, जैसा की आप दोनों भी समझ सकते है। एक

नागया।

से

और मैं खुश जरूर था क्योंकि मुझे जो फीस मुझे मिल रही थी, वह उससे 10 गुना ज्यादा थी जो में खुद अपने मुँह से मांगता, और यह भी संभव है कि इस काम के बाद मुझे दूसरे और काम भी मिलते।

लेकिन दूसरी ओर इस काम को देने वाले के चेहरे और हाव् -भाव ने मुझ पर अच्छा असर नहीं डाला था, और मुझे नहीं लग रहा था कि उसकी मुल्तानी मिटटी वाली बात, मेरे आधी रात को वहां जाने की जरुरत को जायज ठहराने के लिए काफी थी, और उसकी घबराहट कि मैं किसी को ये बात बता ना रात की वही फिर भी मैंने अपने सारे डर हवा में उड़ा दिए, डट कर खाना खाया, पैडिंगटन पहुंचा, और इस बात का ध्यान रखा कि किसी से कुछ ना कहूँ। “रीडिंग पर ना सिर्फ मुझे अपनी गाड़ी बदलनी थी बल्कि अपना स्टेशन भी। फिर भी, आईफोर्ड जाने वाली आखिरी ट्रेन पकड़ने के लिए मैं समय पर

पहुंच गया था, मैं 17:00 बजने के बाद स्टेशन पहुंच गया। वहां पर रोशनी कुछ कम थी। मैं ही एक अकेला पैसेंजर था जो वहां पर उतरा था, प्लेटफार्म और कोई नहीं था, सिवाय एक सुस्त कुली के जिसके पास एक लालटेन थी। हालांकि जब मैं गेट से बाहर आया, मैंने उस आदमी को दूसरी तरफ पर अंधेरे में इंतजार करते हुए देखा, जो मुझे सुबह मिलने आया था। बिना कुछ बात किए उसने मेरी बांह पकड़ी और मुझे तुरंत उस गाड़ी में बैठा दिया, जिसका दरवाजा पहले से ही खुला हुआ था। उसने दोनों तरफ की खिड़कियां बंद की, और जितनी तेजी से एक घोड़ा उस गाड़ी को खींच सकता था,

हम निकल पड़े।

एक घोड़ा?” होम्स ने उसे रोकते हुए कहा।

“हां, एक हीं।”

“क्या तुमने घोड़े के रंग पर ध्यान दिया था?” गाड़ी में बैठ रहा था तो मैंने किनारे पर लगी लाइट में देखा। वह भूरे रंग का था।”

“बहुत थका हुआ लग रहा था या तरोताज़ा?”

ओह, एकदम ताज़ा और चमकदार।” बैंक य। आपको बीच में टोकने के लिए माफी चाहता हूँ। प्लीज अपनी बात जारी रखें।”

“फिर हम निकल पड़े, और 1 घंटे तक चलते रहे। कर्नल लाइसेंडर स्टार्क ने कहा था कि यह सिर्फ 7 मील दूर है, लेकिन हम जिस स्पीड से चल रहे थे और हमें पहुंचने में जितना समय लगा, उसे देख कर मैं कह सकता हूँ कि यह करीब 12 मील रहा होगा। वह पूरे रास्ते चुपचाप मेरे बगल में बैठा रहा, मैंने एक हो उसकी तरफ देखा, वह मुझे बड़ी पैनी नजरों से देख रहा था। वहां का रास्ता बहुत खराब था, क्योंकि हम बुरी

और मुझे पता था और झटके भी खा रहे थे। तरह से लड़खड़ा रहे थे

मैंने खिड़की से बाहर देखने की कोशिश की, यह जानने के लिए कि हम कहां हैं, लेकिन खिड़कियां फ्रॉस्टेड ग्लास की बनी थी, और कुछ साफ नहीं दिख रहा था सिवाय बीच-बीच में गुजरने वाली धुंधली रोशनी के अलावा। एक दो बार मैंने उस बोरिंग जर्नी से बचने के लिए उससे बात करने की कोशिश क की, लेकिन वह वह बस हाँ हूँ करके टाल देता, और फिर बातचीत का सिलसिला वही बंद हो जाता। आखिर में, उबड़-खाबड़ रास्ते की जगह

सपाट समतल रस्ता आया और गाडी गाड़ी रुक गई। कर्नल लाइसेंडर स्टार्क बाहर कूदा और उसके पीछे पीछे मैं भी कूदा, और उसने तुरंत मुझे हमारे सामने में उतरने ही में आ गए, इसलिए मैं उस घर को बाहर सामने से नहीं देख पाया। जैसे ही मैं अंदर ते हरवाजे के अंदर खींच लिया। हम गाड़ी है और मुझे गाड़ी के जाते हुए पहियों की हल्की हल्की आवाज सनाई के। का दरवाजा जोर से बंद हो गया, ढूंढ़ते हुए लड़खड़या और कुछ बड़बड़ाया। पैसेज के दूसरी ओर से अचानक एक दरवाजा खुला। के अंदर बिलकुल अंधेरा था. कर्नल माचिस हेडने “घर के था,

हमारी और एक लंबी सुनहरी रोशनी किरण आयी, और वह बड़ी होती गई, एक औरत हाथ में लैंप लिए हुए दिखाई दी जिसे उसने अपने सिर के ऊपर तक उठा रखा था, वह अपना चेहरा आगे करके हमें धूर रही थी। में देख सकता था कि वह बहुत सुंदर थी उसके डरेस की चमक से मैं समझ गया कि वह किसी महंगे कपड़े की बनी हुई है। वह विदेशी भाषा में कुछ बोली, उसकी टोन से लग रहा था कि वह कुछ पूछ रही थी, कर्नल ने जब उसे दो टूक शब्दों में जवाब दिया तो उसके हाथ से लॅप गिरते गिरते बचा। कर्नल उसके पास गया और उसके कान में कुछ कहा और उसे वापस उस कमरे में भेजकर जहां

से वह आई थी, वह हाथ में लेंप लिए मेरी ओर वापस आया”। “क्या आप इस रूम में कुछ देर इंतजार करने की कृपा करेंगे, एक और दरवाज़ा खोलते हुए उसने कहा। वह एक छोटा सा सादे ढंग से सजा हुआ कमरा था, कमरे के बीच में एक गोल टेबल थी जिस पर कुछ जर्मन किताबें बिखरी हुई थी। कर्नल ने लैंप को एक हारमोनियम पर रख दिया जो दरवाजे के पास ही था। मैं तुम्हें ज्यादा इंतजार नहीं करवाऊगा, उसने कहा, और फिर वह अंधेरे में गायब हो गया।

“मैंने टेबल पर पड़ी किताबों पर नजर डाली, बावजूद इसके कि मुझे जर्मन भाषा नहीं आती, मैं देख सकता था कि उनमें से दो किताबें साइंस के बारे में थी और बाकी सब कविताओं पर थी। फिर मैं एक खिड़की की तरफ बढ़ा, इस उम्मीद में कि बाहर का नज़ारा देख पाऊंगा, लेकिन एक मोटा सा लकड़ी का शटर खिड़की को ढके हुए था। यह एक बहुत ही सुनसान घर था। पैसेज में कहीं से एक पुरानी घड़ी के टिक-टिक की आवाज़ आ रही थी, इसके

अलावा बाकी सब एकदम शांत था।

मुझे एक हल्की सी बेचैनी महसूस होने लगी। यह जर्मन लोग कौन हैं, और ये यहां ऐसी अजीब सी जगह पर रह कर क्या कर रहे हैं, और यह जमहं कोन सी है? मैं सिर्फ यह जानता था की में आईफोर्ड से लगभग 10 मील दूर था, लेकिन किस दिशा में, इसका कुछ पता नहीं था। शायदरेडिंग और दूसरे बड़े शहर इसी दायरे में होंगे, जगह उतनी अलग-थलग नहीं होंगी। हालांकि, इस सन्नाटे से यह जरूर पता लग रहा था कि हम शहर से कहीं दूर है। कमरे में इधर-उधर घूमने लगा, मैं मन ही मन दबी आवाज़ में एक धुन गुनगुनाने लगा, अपना हौसला बनाए रखने के लिए की मैं वाकई में 50 सोने के

सिक्के कमाने वाला हूँ।

अचानक से, सन्नाटे में, बिना किसी आहट के धीरे से मेरे कमरे का दरवाज़ा खुला। दरवाजे पर एक औरत खड़ी थी, उसके पीछे हॉल में अंधेरा था, मेरे लैंप की लाइट उसके उत्सुक और सुंदर चेहरे पर पड़ रही थी। उसे देखते ही मैं समझ गया कि वह डरी हुई है, यह देखकर मेरे दिल की धड़कन

सिक्के कमाने वाला हूँ।

और भी बढ़ गई। उसने अपनी कांपती हुई उंगली उठाई और मुझे चुप रहने का इशारा किया, एक डरे हुए घोड़े की तरह उसने अपने पीछे अंधेरे हॉल में

नजर दौड़ायी और अपनी टूटी-फूटी अंग्रेजी में चुपचाप मुझसे कुछ कहा

मैं चली जाती उसने कहा, मुझे लगा वह बहुत धीमी आवाज में बोलने की कोशिश कर रही है; में चली जाती। मुझे यहां नहीं रुकना चाहिए। आपका “लेकिन मैडम, मैंने कहा, मैंने अभी अपना काम नहीं किया है जिसके लिए मैं यहां आया हूँ। मैं बिना उस मशीन को देखें नहीं जा सकता। “आपके इंतजार करने का कोई फायदा नहीं है वह फिर से बोली। ‘तुम दरवाज़े से बाहर जा सकते हो; कोई नहीं रोकेगा,’ और फिर, यह देखकर मैं यहाँ रुकना सही नहीं है।

मुस्कुराया और अपना सर हिलाया, उसने एकदम से अपना पेशेंस खो दिया और अपने हाथ मरोड़ती हुई वह आगे आई और चुपके से बोली, ‘भगवान के लिए यहां से चले जाओ इससे पहले कि देर हो जाए! “लेकिन में

मैंने । मैं थोड़ा जिद्दी स्वभाव का हूँ, मुझे वह काम करने में मजा आता है जिसमें अड़चनें आती हैं। न पचास सोने के सिक्कों, अपनी थकावट और इस मनहस रात के बारे में सोचा। तो क्या यह सब ऐसे ही जाने दें? में बिना अपना काम किए और उन में उ अपनी पेमेंट लिए बिना क्यों चला जाऊं? यह औरत पागल भी हो सकती है। हालांकि उसकी हरकतों और बातों से में अंदर तक हिल गया था, फिर भी मैंने मजबूत रहते हुए अपना सर हिलाया और बता दिया कि मेरा इरादा वहां से कहीं जाने का नहीं है। वह मुझे फिर से मनाने वाली थी कि ऊपर एक दरवाजा जोर से बंद हुआ और सीढ़ियों पर किसी के चलने की आवाज़ सुनाई दी। यह सुनते ही उसने मायूसी में अपने हाथ इटके और वैसे ही चुपके से से। एकदम गायब हो गई जैसे वह आई थी।

आने वाले लोगों में से एक कर्नल लाइसेंडर स्टार्क और छोटे कद का भारी-भरकम आदमी था जिसकी डबल चिन से नुकीली दाढ़ी उग रही थी, जिसका परिचय मुझे मिस्टर फर्ग्युसन के नाम से कराया गया। यह मेरा सेक्रेटरी और मैनेजर है, कर्नल ने कहा। मुझे लगा में यहाँ दरवाज़ा बंद करके गया था। माफी चाहता हूँ आपको ठंड लगी होगी।

“‘ नहीं नहीं, मैंने कहा, इसे मैंने ही खोला था क्योंकि मुझे यह कमरा कुछ बंद बंद सा लग रहा था।’ “उसने मुझे शक भरी नजरों से देखा। फिर उसने कहा ‘शायद अच्छा होगा अब हम अपना काम शुरू करें दें, मिस्टर फग्ग्यूसन और आपको मशीन

पास ले चलते हैं।

“बेहतर होगा मैं अपनी हैट पहन लूं’ अरे, नहीं नहीं ही है।

. वह घर के क्या, आप के अंदर खुदाई कर रहे हो?

के

*नहीं, नहीं। यहां सिर्फ हम उसे कंप्रेस करते हैं। लेकिन तुम उसकी चिंता मत करो। हम सिर्फ चाहते हैं कि आप मशीन की जांच करें और हमें बताएं कि

उस में गड़बड़ी है। हम साथ में सीढ़ियों

ऊपर गए, पहले लैंप लेकर कर्नल गया फिर वह मोटा मैनेजर और उसके पीछे में। यह पुराना घर एक भूलभुलैया जैसा था, जिसमें कॉरिडोर, पैसेज, घुमावदार संकरी सीढ़ियां और कम ऊंचाई के दरवाजे थे, जिनकी चौखट पीढ़ियों से रह रहे लोगों की आवाजाही से खोखली हो गयी थीं।

M

ग्राउंड फ्लोर के ऊपर की मंजिलों में ना ही कोई कारपेट और ना ही किसी फर्नीचर का नामो निशान था, दीवारों से प्लास्टर निकल रहा धा, और सीलन

से वे हरी हो गई थी। मैंने यह दिखाने की कोशिश की कि मुझे कोई फर्क नहीं पड़ रहा, लेकिन मैं उस औरत की चेतावनी को भी नहीं भुला था, हालांकि

मैंने उसे नजरअंदाज़ कर दिया था, और मैं उन दोनों पर नज़र बनाये हुए था। फर्ग्युसन एक बोरिंग और चुप रहने वाला आदमी लग रहा था, लेकिन जितना भी बोला उससे मैं यह समझ पाया कि वह इसी देश का है।

आखिर में कर्नल एक छोटे दरवाजे के सामने रुक गया, उसने दरवाजा खोला। अंदर एक छोटा चौकोर कमरा था, जिसमें हम तीनों एक साथ मुश्वकिल से आ पाते। फर्गुसन बाहर ही रुका, और कर्नल अंदर ले गया।

“अब हम असल में हाइड्रोलिक प्रेस के अंदर हैं, और अगर किसी ने इसे चालू कर दिया तो हमारे लिए बड़ी मुसीबत हो जाएगी। इस छोटे से चेंबर की छत दरअसल पिस्टन का छोर है, और यह कई टनों के फ़ोर्स से आकर मेटल के फ्लोर पर गिरता है। बाहर पानी के लेटरल कॉलम हैं जिसे यह फोर्स मिलती है, और आप तो जानते ही हैं कि यह किस तरह उस फोर्स को कई गुना बड़ा देती है और आगे ले जाती है। मशीन वैसे तो काम कर रही है, पर इसमें थोड़ी जकड़न सी आ गयी है, और इसकी फोर्स भी कम हो गई है। शायद आप इसे देखकर बता पाएंगे कि हम कैसे इसे ठीक कर सकते हैं। “मैंने उससे लैंप लिया, और मशीन की अच्छे से जांच की। यह बास्तव में बहुत बड़ी और काफी प्रेशर से काम करने वाली मशीन थी। हालांकि जब में बाहर आया और लीवर दबाया जो इसे कंट्रोल कर रहा था, तो फिस्स की आवाज से में समझ गया की हल्की सी लीकेज है, जिसके कारण साइड के एक के । सिलेंडर से पानी पलट कर वापस आ रहा था। जांच से पता चला एक रबर बैंड जो ड्राइविंग रॉड के सिरे पर लगी थी, इतनी सिकुड़ गई थी कि सॉकेट पर

सही से फिट नहीं हो पा रही थी।

इसी कारण से उसकी पावर कम हो गई थी, यही बात मैंने उन्हें बताई, उन्होंने मेरी बात ध्यान से सुनी और पूछा कि इसे ठीक करने के लिए अब क्या करना पड़ेगा। जब मैंने उन्हें यह समझा दिया तो मैं मशीन के मेन चेंबर में वापस आ गया और अपनी उत्सुकता शांत करने के लिए उसे अच्छे से देखा। पहली ही नजर में यह साफ हो गया कि मुल्तानी मिट्टी वाली कहानी मनगढ़त थी, क्योंकि यह मान लेना बहुत बेतुका था कि इतने मामूली से काम के लिए इतना पावरफुल इंजन काम में लाया जा रहा है। दीवारें लकड़ी की थी, पर फर्श लोहे का था, और जब में उसकी जांच करने आया तो मैं देख सकता था कि उस पर मेटल की पपड़ी जमी हुई थी। मैं झुक कर उसे खुरच कर देख रहा था कि वह असल में है व्या, तभी मैंने अचानक से किसी के आवाज सुनी और कर्नल का मरा हुआ सा चेहरा मेरी ओर घूमता हुआ पाया।

जर्मन भाषा में बड़बड़ाने की कर रहे हो?’ उसने वहां क्या पूछा तुम

“उसकी बताई गयी झूठी कहानी पर मुझे गुस्सा आ रहा था. मैं आपकी मुल्तानी मिट्टी को ध्यान से देख रहा था, मैंने कहा, ‘मुझे लगता है कि मैं आपको,

आपकी मशीन के बारे में सही से बता पाऊंगा, अगर मुझे पता चल जाये की किस काम के लिए इसे इस्तेमाल किया जा रहा है. “जैसे ही मैंने कहा, मुझे अपने शब्दों पर अफ़सोस हुआ. उसका चेहरा गुस्से से भर गया और उसकी भूरी आँखों में एक शैतानी चमक आ गयी. अपने शब्द “ठीक है, उसने कहा, आपको मशीन के बारे में पता चल जाएगा।’ उसने एक कदम पीछे लिया, वो छोटा सा दरवाजा पटक कर बंद किया और ताले

में चाबी घुमा दी। मैं उसकी तरफ भगा और हैंडल खींचने लगा, लेकिन दरवाजा कस कर बंद किया गया था और मेरे लात और थक्का मारने से भी कोई असर नहीं हुआ. ‘कोई है। मैं चिल्लाया. ‘हेलो! कर्नल! मुझे बाहर निकालो!

और फिर अचानक उस सन्नाटे में, मैंने एक आवाज़ सुनी जिससे मेरा कलेजा मेरे मुँह में आ गया. वो लीवर के चलने की आवाज थी और सिलिंडर के लीक होने की सर-सर. उसने इंजन चालू कर दिया था. लेंप अभी भी फर्श पर रखा था, जहाँ मैंने उसे मशीन को जांचते हुए रखा था. उसकी रोशनी से मंने देखा कि, काली छत्त धीरे धीरे, झटके के साथ मेरी तरफ नीचे आ रही है, लेकिन, मुझ से बेहतर कोई नहीं जानता कि वो इतनी फोर्स से आ रही है कि एक मिनट में मेरा कचूमर बना देगी. मैं दरवाज़े की तरफ चिल्लाता हुआ भगा, और अपने नाखूनों से ताले को तोड़ने की कोशिश की. मैंने कर्नल से बाहर निकालने की प्रार्थना की, लेकिन उस लीवर की बैरहम आवाज ने चीखों को दबा दिया. मेरे सर से छत बस एक फुट दूर छू सकता था, फिर मेरे दिमाग में अपना हाथ उठाकर उसकी खुरदरी सतह किस स्थिति में अपनी मौत से मिलता हूँ.

में आया कि मरते हुए होने वाला दर्द इस बात पर निर्भर करता है कि मैं अगर अपने मुँह के बल लेट जाऊंगा तो सारा भार मेरी रीढ़ की हड्डी पर आएगा, और मैं उस भयानक मज़र के बारे में सोचकर ही सहम गया, दूसरे और लेटना आसान रहेगा, शायद; फिर भी, क्या मुझमें इतनी हिम्मत है कि मैं लेटकर उस जानलेवा काली छाया को अपने ऊपर गिरते हुए देख सके? मैं उस समय सीधा खड़े होने की हालत में भी नहीं था, जब मेरी ऑँखों ने कुछ ऐसा देखा जिससे मेरे दिल में एक उम्मीद जाग गयी. मैंने कहा था कि जमीन और छत लोहे की बनी है, और दीवारें लकड़ी की. जैसे ही मैंने आखिरी बार आस पास देखा, वैसे ही एक छोटा पैनल पीछे की तरफ धकेला गया, मैंने दो लकड़ी के तख्तों के बीच एक पतली पीली शैशनी देखी, जो बड़ी होती गयी। एक पल के लिए मैं भरोसा ही नहीं कर पाया की मुझे मौत के मुँह से निकलने की लिए वहाँ एक दरवाज़ा है। अगले ही पल मैंने खुद को बेहोशी की हालत में दूसरी धकेला। मेरे पीछे का पैनल फिर से बंद हो गया, लेकिन लैंप के क्रैश होने की आवाज और उसके कुछ ही पलों बाद दो मैटल के टकराने की आवाज़ ने मुझे बता दिया कि मैं बाल बाल बचा हूँ।

अपनी कलाई पर खिंचाव महसूस होने से मैं वापस होश में आया, और मैंने खुद को एक छोटे से कॉरिडोर में पत्थरों के फ्लोर पर पड़ा हुआ पाया, जबकि एक औरत मेरे ऊपर झुकी हुई थी और अपने बायें हाथ से मुझे खींच रही थी, उसके सीधे हाथ में एक मोमबत्ती थी, ये वही औरत थी जिसकी चेतावनी को मैंने बेवकूफी में अनदेखा कर दिया था.” “चलो! चलो!’ हाफते हुए वह चिल्लाई। ‘वो किसी भी वक्त आते होंगे। वो जान जाएंगे कि तुम वहाँ नहीं हो। अरे, समय बर्बाद मत करो, जल्दी चलो!”

“कम से कम, इस बार, मैंने उसकी सलाह मान ली. मैं अपने पैरो से लडखड़ाते हुए उसके साथ कोरिडोर की तरफ भगा और संकरी सीढ़ियों से नीचे गया।

उसके बाद हम एक चौड़े रास्ते पर आये;, और जैसे ही हम वहाँ पहुंचे, हमने दो लोगो के चिल्लाने और भागने की आवाज़ सुनी, एक उस फ्लोर से जवाब दे रहा था जहाँ से हम भागे थे और दूसरा हमारे नीचे वाले से. वो औरत रुक गयी और ऐसा लग रहा था अबब मामला उसकी समझ से परे है. फिर उसने एक दरवाजा खोला, जो बैडरूम की तरफ लेकर जाता था, जिसकी खिड़की से चमकता हुआ चाँद दिख रहा था.”

“तुम्हारे पास बस एक ही मौका है, उसने कहा। ‘ये ऊचा है, लेकिन शायद तुम यहाँ से कूद पाओगे।’

जैसे ही वह ये बोली, पैसेज के दूसरी तरफ से एक तेज रौशनी आयी, और मैंने कर्नल लाइसेंडर स्टार्क का दुबला सा शरीर देखा, जो मेरे तरफ तेजी से आ रहा था, उसके एक हाथ में लेंटर्न और दूसरे में एक कसाई का चाकू था. मैं बैडरूम के आगे भागा, खिड़की खोली और बाहर देखा. चाँद की रौशनी में गार्डन कितना शांत, प्यारा और भरा हुआ लग रहा था, और दो तीन फ़ीट से ज्यादा ऊचा नहीं था. मैं खिड़की पर चढ़ा, लेकिन मुझे कूदने में संकोच हो रहा था, क्योंकि में सुनना चाहता था की मुझे बचाने वाली औरत और मेरा पीछा करने वाले उस बदमाश के बीच क्या बातचीत हुई। अगर उसके साथ कुछ भी गलत हुआ, किसी भी कीमत पर मुझे उसको बचाने के लिए वापस जाना ही होगा। ये मेरे दिमाग में बस आया ही था कि वह उस औरत को अपने रास्ते से हटाते हुए दरवाज़े तक आ गया, लेकिन वह औरत उसे अपने हाथों से घेर कर ख्याल रोकने की कोशिश करने लगी”।

! वह अंग्रेजी में चिल्लाई, ‘पिछली बार का अपना वादा याद करो. तुमने कहा था ये दोबारा नहीं होगा। वो चुप रहेगा! ओह, वो किसी

“फ्रिट्ज! फ्रिज को कुछ नहीं कहेगा!

“तुम पागल हो गयी हो, एलिस!’ वह चिल्लाया, खुद को उससे छुड़ाते हुए। ‘तुम हम सबको बर्बाद कर दोगी। उसने काफी कुछ देख लिया है। मैं कहता हूँ, मुझे जाने दो! उसने उसे एक तरफ धकेला, और, खिड़की की तरफ भगा, और अपने भारी हथियार से मुझ पर हमला किया। मैंने खुद को कूदने के लिए तैयार कर र कर लिया और खिड़की परअपने हाथों के बल पर लटका हुआ था, जब उसने मुझ पर हमला कर दिया. मुझे हल्का दर्द महसूस हुआ, मेरी पकड़ कमजोर होती गयी और मैं नीचे गार्डन में गिर गया.” गिरने की वजह वजह से मैं हिल गया था लेकिन मुझे चोट नहीं लगी थी; इसलिए मैं उठा और जितनी तेजी से भाग सकता था उतनी तेजी से झाड़ियों की रहा क्योंकि मैं समझ गया था कि में तरफ भागता रहा भी खतरे से बाहर नहीं हूँ। भागते भागते अचानक से मेरा सर बुरी तरह चकराने लगा. मैंने अपने हाथ की तरफ देखा, जिसमें भयानक दर्द हो रहा था और फिर पहली बार, मैंने देखा कि मेरा अंगूठा कट चुका है और उसमे से खून बह रहा है. मैंने उसे अपने रूमाल से बांधने की कोशिश की, लेकिन मेरे कान में कुछ झनझनाहट हुई और अगले ही पल में गुलाब की झाड़ियों में गिरकर बेहोश हो गया.”

में नहीं बता सकता की में कितने वक्त के लिए बेहोश था। जरूर में काफी देर तक बेहोश रहा हूँगा, क्योंकि चाँद दल चुका था और जब मुझे होश आया, चमकदार सुबह हो चुकी थी. मेरे कपड़े पूरी तरह से बर्फ से भरे हुए थे, और मेरे घायल अंगूठे की वजह से मेरे कोट की आस्तीन पूरी तरह खून से भर गयी थी. मेरे दर्द ने मुझे एकदम से याद दिला दिया कि, कल रात क्या क्या हुआ था, और मैं उछल कर अपने पैरो पर खड़ा हो गया, ये सोचकर की शायद वो लोग अभी भी मुझे ढूंढ रहे होंगे. लेकिन मैं तब ताज्जुब में पड़ गया, जब मैंने आस पास देखा, ना तो वह घर और ना ही वो गार्डन दिख रहा था। मैं पक्की सड़क के किनारे पर पड़ा हुआ था, और उससे थोड़ा आगे एक लंबी बिल्डिंग थी, जिसकी तरफ बढ़ते हुए मैंने देखा कि ये वही स्टेशन है जहाँ कल रात में आया था. अगर मेरे हाथ में चोट ना लगी होती, मुझे लगता कि जो मैं बड़ी मुश्किल से, ध स मनहस वक्त में हुआ वह एक बुरा सपना था. बराते हुए, स्टेशन पंहुचा और सुबह जाने वाली ट्रेन के बारे में पूछा, रेडिंग के लिए एक ट्रेन घंटे भर से भी कम समय में जाने वाली थी. वही कुली ड्यूटी पर था, जिसे मैंने कल रात आते वक़त देखा था. मैंने सुना है. यह उससे कि क्या उसने किसी कर्नल लाइसेंडर स्टार्क नाम के इंसान के बारे उसके लिए नया मैंने उससे पूछा कि क्या उसने उस गाड़ी को देखा था जो कल रात मेरा इंतज़ार कर रही थी? उसने कहा कि उसने नहीं देखा था. क्या आस पास वहाँ कोई पुलिस स्टेशन है? उसने कहा हाँ, कुछ तीन मील की दूरी पर है.”

“मेरे लिए इतनी दूर जाना मुश्किल था, क्योंकि में बहुत कमजोर और घायल धा. पुलिस को अपनी कहानी बताने से पहले, मैंने अपने शहर जाने का फैसला किया. तक मैं यहाँ पहुचा, छह बज चुके थे, इसलिए मैं पहले अपने घाव पर पट्टी करवाने गया, और फिर ये अच्छे डॉक्टर मुझे यहाँ ले आये. मने आपना केसे हाथों में सौंप दिया है और अब आपके वही करूँगा जो आप कहेंगे.”

अजीबोगरीब कहानी को सुनने के बाद, हम दोनों ही कुछ देर शांति से बैठे. फिर शरलॉक होम्स ने अलमारी से एक किताब निकाली जिसमे वह “यहाँ एक advertisement है, जिसे आप पढ़ना चाहेंगे,” उसने कहा. “एक साल पहले ये सारे अखबारों में छापा था. इसे सुनोः ‘लापता, 9 तारीख इस अखबार की कुछ कटिंग्स रखता था.

से, मिस्टर जेरेमायाह हेलिंग, उम्र 26 साल एक हाइड्रोलिक इंजीनियर, अपने लॉज से रात 10 बजे निकले थे और उसके बाद से कही नहीं दिखे. उन्होंने मे कपड़े पहने थे, और भी काफी कुछ लिखा है. हा! मुझे लगता है, ये तब की बात है जब उस कर्नल को पिछली बार उस मशीन को ठीक करवाना था.”

“हे भगवान!” मेरा मरीज चिल्लाया. “तो वो औरत इसके बारे बात कर रही थी.”

“इसमें कोई शक नहीं है, साफ़ दिख रहा है कि वो कर्नल एक सख्त आदमी था, जो इस बात पर पूरी तरह अडिग था कि उसके और उसके काम के बीच कोई नहीं आना चाहिए, बिलकुल उन समुद्री डाकू की तरह जो अपने पकड़े गए जहाजों पर बचे एक भी इंसान को जिंदा नहीं छोड़ते। खैर, अब हुर पल कीमती है, तो अगर आप भी ऐसा सोचते है तो, आईफोर्ड जाने से पहले एक बार हम स्कॉटलैंड यार्ड चलते हैं.”

कुछ तीन घंटे बाद हम सभी ट्रेन में थे, जो रेडिंग से छोटे से बर्कशायर गाँव की तरफ जा रही थी, होम्स, हाइड्रोलिक इंजीनियर, स्कॉटलैंड यार्ड के इंस्पेक्टर ब्रैडस्ट्रीट, सादे कपड़ों में एक आदमी और मैं, हम सभी जा रहे है। ब्रैडस्ट्रीट ने सीट पर इलाके का नक्शा बिछा दिया था और अपने कम्पास से फोर्ड के बीच में एक सर्कल बनाने में व्यस्त था.

“ये रहा वो,” उसने कहा. “ये जो सर्कल गाँव से दस मील की दूरी पर है. जहाँ हमें जाना है, वो जगह इसके आस पास ही होनी चाहिए. मुझे लगता है

आपने दस मील बताया था, सर,”

“हाँ,यह एक घंटे की স্াइव थी,

“और तुम्हें लगता है कि वो तुम्हें इतनी दूर लाये होंगे जब तुम बेहोश थे?” “उन्होंने ऐसे जरूर किया होगा. वैसे मुझे कुछ कुछ याद है कि मुझे उठाकर कहीं ले जाया गया.”

कहा, “मुझे मैंने औरत की बात से पिघल गया हो.”

जो समझ नहीं आया है वो है कि जब उन्होंने तुम्हें गार्डन पर बेहोश पाया, तो उन्होंने तुम्हें छोड़ा क्यों. हो सकता है कि वो बदमाश उस

“मुझे ऐसा बिलकुल नहीं लगता, मैंने आज तक ऐसा दुष्ट चेहरा नहीं देखा,”

*ओह, हमें यह जल्द ही सब पता चल जायेगा,” ब्रैडस्ट्रीट ने कहा, “खैर, मैंने अपना निशान लगा दिया है, और मैं बस ये जानना चाहता हूँ कि उस

आदमी की खोज कहाँ से शुरू करनी चाहिए.”

मुझे लगता है मुझे वो जगह मालूम है,” होम्स ने धीरे से कहा,

“सच में, अब। पुलिस वाला आदमी बोला, “आपने अपनी राय बता दी है! चलो, अब, देखते है कौन कौन आपके साथ है. मुझे लगता

की तरफ होंगे, क्योंकि वह इलाका एकदम अलग थलग है.”

*और मुझे लगता है वो पूर्व की तरफ है, मेरे मरीज ने कहा.

है वो लोग दक्षिण

“मुझे लगता है पश्चिम,” सादे कपड़ों वाले आदमी ने बोला. “वहाँ कई छोटे-छोटे कम चहल पहल वाले गाँव है.” और मैं उत्तर की तरफ हूँ,” मैंने कहा, “क्योंकि वहाँ पहाड़ियां नहीं है और हमारे दोस्त ने कहा कि उसने उस गाडी को ऊपर जाते नहीं देखा.”

चलो,” पुलिस वाला आदमी हसते हुए बोला; “हम सभी की अलग अलग राय है. हम वही पहुंच गए है जहाँ थे. तुम्हारी क्या राय है?”

“तुम सब गलत हो।”

लेकिन हम सब गलत नहीं हो सकते

हाँ हो सकते हो। मैं इस जगह की बात कर रहा हूँ। उसने सर्कल के बीचो-बीच उंगली रख दी। चे हमें यहां मिलेंगे।”

लेकिन 12 मील की ड्राइव?” हैदी सांस भरते हुए कहा।

*6 आना और 6 जाना। आसान है। जब तुम यहां आए थे, तुमने खुद कहा कि वह घोड़ा तरोताजा और चमकदार लग रहा था। ऐसा कैसे हो सकता है

अगर वह 12 मील इन उबड़ खाबड़ रास्तों पर चला होता?” वाकई, बड़ा गुमराह किया,” ब्रैडस्ट्रीट ने सोचते हुए कहा। “इसमें कोई शक नहीं है कि ये बहुत खतरनाक लोग हैं।

“बिल्कुल,” होम्स ने कहा। “ये लोग बड़े स्केल पर जाली सिक्के बनाते हैं, और उन्हें बनाने के लिए ये इस मशीन का इस्तेमाल करते हैं।” हमें कुछ समय से पता था कि एक चालाक गिरोह इस काम में लगा इुआ है,” इंस्पेक्टर ने कहा। “वे लोग हजारों की संख्या में चांदी के सिक्के बना रहे पहुंच गए थे। लेकिन उससे आगे नहीं जा पाए क्योंकि उन्होंने अपने सुराग इस तरह छुपा रखे हैं जिससे पताहैं।

हम इनका पता लगाते लगातेरेडिंग तक चलता है कि पुराने खिलाड़ी हैं। लेकिन अब, किस्मत से एक मौका मिला है, मुझे लगता है अब हम उन्हें पकड़ लेंगे। लेकिन इस्पैक्टर गलत था, क्योंकि कानून के हाथ आना इन अपराधियों की फितरत नहीं थी। जब हमारी ट्रेन एयफोर्ड स्टेशन पहुंची तो हमें पास के पेड़ों वह से धुएं का गुबार उठता हुआ दिखाई दिया जो आसमान में शुतुरमुर्ग के पंख की तरह फैल गया था। किसी घर में आग लगी है क्या? ट्रेन के आगे बढ़ते ही ब्रैडस्ट्रीट ने पूछा।

। सर स्टेशन मास्टर ने कहा।

यह कब हुआ?

मुझे सुनने में आया कि यह रात में शुरू हुई थी, सर, लेकिन यह बढ़ती ही गई और अब पूरे घर में फैल गई है”

किसका घर है यह ?

डॉक्टर बैचर का

“मुझे बताओ,” इंजीनियर बीच में बोला, “क्या डॉ. बैचर एक जर्मन, दुबला-पतला सा, लम्बी तीखी नाक वाला इंसान है ? स्टेशन मास्टर जोर से हंस पड़ा। “नहीं, सर, डॉक्टर बैचर एक अंग्रेज है, और इलाके में उससे अच्छी वेस्टकोट किसी के पास नहीं है. लेकिन उसके साथ एक आदमी रह रहा है, मुझे लगता है वह उनका पेशेंट है, जो कि एक विदेशी है.

स्टेशन मास्टर ने अपनी बात खत्म भी नहीं की थी कि हम सभी जल्दी उस ओर बड़े जिस तरफ आग लगी थी, सड़क एक छोटी

सी पहाड़ी पर थी, और हमारे सामने एक बड़ी सी सफ़ेद बिल्डिंग थी, जिसकी खिड़कियों से आग की लपटें निकल रही थी, जबकि गार्डन में, सामने की तरफ से तीन फायर इंजन आग पर काबू पाने की नाकाम कोशिश कर रहे थे, यही है!” हैदी जोश में चिल्लाया, “यही है वह पत्थरों वाला उबड़-खाबड़ रास्ता, और ये रही गुलाब की झाड़ियां जहाँ मैं था। मैं उस दूसरी वाली

खिड़की से कूदा था।” “चलो, कम कम आपने अपना बदला ले लिया, होम्स ने कहा। “इसमें कोई शक नहीं है की वह तुम्हारा ही लैंप था, जिसे उस मशीन ने चकना चूर कर दिया, उससे लकड़ी की दीवारों में आग लग गयी, जाहिर है उस वक्त वे लोग तुम्हारा पीछा करने में मसरूफ थे, ध्यान से देखो, शायद तुम्हारे कल रात के दोस्त यहीं भीड़ में हों। हलाकि मुझे डर है की वे लोग अब तक यहाँ से सौ मील दूर निकल चुके होंगे। और होम्स डर सही निकला, क्योंकि उस दिन के बाद ना ही किसी ने उस सुंदर औरत और मनहूस जर्मन के बारे में सुना और ना ही उस बोरिंग अंग्रेज़ के बारे में, उस दिन सुबह एक किसान के कुछ लोगों को बड़े-बड़े बक्सों के साथ एक घोड़ा गाड़ी में तेजी से रेडिंग की ओर जाते हुए देखा, लेकिन उसके बाद उनके सारे निशान गायब हो गए, और होम्स का तेज दिमाग भी उनके बारे में कोई सुराग नहीं दूढ पाया.

आग बुझाने आये फायरमैन उस बिल्डिंग के अंदर के अजीब हालात देख कर हैरान थे, और उससे भी ज्यादा उस कटे हुए अंगूठे को देख, जो उन्हें दूसरी मंज़िल की खिड़की पर मिला था। हालांकि, सूरज ढलने तक उनकी आग बुझाने की कोशिश सफल रही और उन्होंने लपटों को शांत कर दिया, लेकिन तब तक उसकी छत गिर चुकी थी, और वह जगह इस तरह बर्बाद हो चुकी थी कि सिवाय कुछ मुड़े हुए सिलेंडर और लोहे के पाइप के उस मशीन का कुछ नहीं बचा, जो बेचारे इंजीनियर को बहुत महंगी पड़ी. धर के पास एक छोटे से निकल और टिन के टुकड़ों का ढेर मिला, लेकिन वहाँ कोई भी सिक्के नहीं थे, वे शायद उन बक्सों में भरकर ले जाये गए होंगे जिनके बारे वह किसान बता रहा था. यह शायद एक रहस्य ही बना रह जाता कि हमारा हाइड्रोलिक इंजीनियर गार्डन से उस जगह कैसे पहुँच गया जहाँ उसे होश आया धा, अगर वे हल्के निशान ना मिलते, जिनसे कहानी बिल्कुल साफ़ हो गयी थी। उसे दो लोगों ने उठाया था, जिनमे से एक के पैर काफी छोटे और दूसरे के बड़े धे। कुल मिलाकर, जरूर उस गुमसुम अंग्रेज, जो अपने साथी से कम खतरनाक था, ने ही उस बेहोश आदमी को खतरे से बाहर ले जाने में औरत की मदद की होगी।

अच्छा,” जैसे ही हम एक बार फिर लंदन जाने के लिए अपनी सीट पर बैठे, इंजीनियर ने अफ़सोस के साथ कहा “यह बड़ा अच्छा सौदा रहा! मैंने अपना अंगूठा गवा दिया और अपनी फीस 50 सोने के सिक्के भी, और मुझे क्या मिला?” “अनुभव,” होम्स ने हँसते हुए कहा, “यह शायद किसी और तरीके से आपको फ़ायदा करे आपको बस इसे सही शब्दों में बयो करना है, और आपकी शौहरत एक शानदार साथी के तौर पर उम्र भर आपके साथ रहेगी.”

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