DO BHAI by Munshi premchand.

About सुबह सुबह सूरज की सुहानी सुनहरी धूप में कलावती दोनों बेटों को गोद में बैठाकर दूध और रोटी खिला रही थी। केदार बड़ा था, माधव छोटा। दोनों मुँह में निवाला …

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SAJJANTA KA DANG by Munshi premchand.

About साधारण इंसान की तरह शाहजहाँपुर के डिस्ट्रिक्ट इंजीनियर सरदार शिवसिंह में भी भलाइयाँ और बुराइयाँ दोनों ही थीं। भलाई यह थी कि उनके यहाँ इंसाफ और दया में कोई न …

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