साल 2016 में रिलीज हुई किताब Millionaire Success Habits ये बताती है कि सक्सेसफुल लोग पॉजिटिव माइंडसेट के होते हैं माइंडसेट के साथ ही सबसेसफुल्न लोग ज्यादा प्रोडच्टिव चीजों में अपना दिमाग लगाते हैं. आप भी अपने जीवन को सफल बना सकते हैं. ज्यादा कुछ करना भी नहीं है. बस उन आदतों को अपने अंदर लेकर आना है. इन अध्यायों में आपको पता चलेगा कि आप ऐसी कौन सी आदतों तुरंत आपने ऑटर ला सकते हैं. इसी के साथ आपको वो अंतर भी जानने को मिलेगा कि एक सफल आदमी और असफलता के बीच में कौन सी रेख्या होती है.
ये किताब किसके लिए है
-ऐसे एम्लाउज जिन्हें अपने करियर में ग्रोथ चाहिए
– बिजनेसमैन जिन्हें आपने बिजनस को मार्गले जाना है
कोई भी जिसे बेहतर जिन्दगी जीनी है
लेखक के बारे में
इस किताब के लेखक खुद काफी ज्यादा मक्ससफुल इंसान है. उन्होंने आपने बिजनेस को एक नई दुलंदी दी है. पिछले 15 सालों से वो प्रतिदिन टीवी में नज़र आते हैं इनके व्यक्तित्व से लाखों लोग रोज़ प्रेरणा लेते हैं डिसलेक्सिया की बीमारी होने के बावजूद इन्होने न्यू यॉर्क टाइम्स की कई बैस्ट सेलिंग किताबों को लिया है.
अपने गोल्स की तरफ हमेशा ध्यान बनाए रखें
आज का दौर ऐसा है कि कोई भी कुछ नहीं करता है. जब तक उसे उस काम में खुद का फायदा नज़र नहीं आता है. पहले अध्याय के बाद ही आपको इस सवाल का जवाब मिल जाएगा कि आपको ये किताब क्यों पठनी चाहिए? क्या आप भी यही सोवते हैं कि जिनके पास पैसा और सक्सेस होता है. वो कितने लकी होते हैं?
ऐसा नहीं है, क्योंकि सक्सेस का लक से लेना देना नहीं होता है, जिनके पास सक्सेस होती है. वो इसलिए होती है क्योंकि उनके पास बैठकर सोचने का समय नहीं होता कि कोई चीज चलकर उनके पास आएगी.
सबसेसफुल लोग वैसे लोग होते हैं. जिनके पास विजन होता है. कुछ कर गुजरने या, वो अपनी चाहत को अपने काम में तब्दील करते हैं. काम करने में विश्वास करते हैं. अगर आपके अंदर माहा है कि आप दुनिया को झुका सकते हैं. तो दुनिया भी आपके आगे झुकेगी सक्सेसफुल आदमी और एवरेज आदमी की सोच में बहुत बड़ा अंतर देखने को मिलता है. सक्सेसफुल इसान के पास मिलियन डॉलर माइंडसेट होता है.
अगर आप चाहते हैं तो आपके पास भी ये माईडसेट हो सकता है इन अध्याय को ऐसे ही डिजाईन किया गया है कि आपकी मदद हो सके. सक्सेसफुल इंसान का माइंडसेट
कैसा होता है? और उसे पाया कैसे जाता है। आपको इन अध्यायों को पढ़कर पता चल जाएगा
इन अध्यायों को फाइनेंशियल सक्सेस के इर्द गिर्द बुना गया है. लेकिन जो आदतें इन अध्यायों में बताई गई हैं. वो आपको जिंदगी के हर पड़ाव में मदद करेंगी. इसलिए इस किताब को पढ़िए और जीवन में बदलाव के रास्ते में चलने की शुरुआत कर दीजिये.
क्या आप सच्चाई से ये बात कह सकते हैं कि आप जानते हैं आपको जिंदगी से क्या चाहिए यया आपको अपने जीवन का मोटिव पता है? अगर नहीं भी पता है तो भी आपको घबराने की ज़रूरत नहीं है. आपको ऐसे बहुत से लोग मिलेंगे जिन्हें अपने जीवन का उद्देश्य नहीं पता है. इस किताब की समरी में आपको पता चल जाएगा कि जीवन के उद्देश्य को जाना कैसे जाता है,
अगर आपको जीवन में सक्सेसफुल होना है तो सबसे पहले आपको पता होना चाहिए कि आपके जीवन का उद्देश्य क्या है? जब ये पता चल जाए फिर आप पता करिए कि
आपको अब किस मार्ग से उस उद्देश्य तक पहुचना है. आप अपने उद्देश्य के हिसाब से खुद को वहां तक ले जाने के लिए तैयार रहिये, अपने गोल्स के प्रति ईमानदार के साथ उस गोल पर स्टिक भी रहिये.
सोचिये कि आपको एक लंबे सफर पर कार से जाना है. लेकिन भापको डेस्टिनेशन के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तो अब सोचिये कि आपका सफर कैसा होगा?
इसलिए एक सिंपल सा तरीका है कि खुद से सवाल करिए ‘क्यों, यही क्यों आपको आपकी मंजिल से मिलवाने का काम करेगा.
लेखक और उनकी टीम ने सेल्फ डिस्कवरी की एक टेकनिक निकाली इस टेकनिक में आपको एक पार्टनर की जरूरत पड़ेगी. जो आपसे क्यों वाले सवाल करेगा. फिर आपके जवाब से ही नये सवाल करेगा. लेखक ने इस टेकनिक का नाम 7 लेवल्स डीप दिया है. ये क्यों वाले सवाल 7 लेवल तक चलेंगे इस एक्सरसाइज से निश्चित है आपको
मदद मिलेगी. ना सिर्फ मदद मिलेगी बल्कि आपको आपके उद्देश्य के बारे में भी पता चल जायेगा.
नेगेटिव फोर्सेज से बाहर आइये
इसान के अदाटी तरह की आदत होती है. पहली यह कि वह दूसरों से जलता है. दूसरी यह कि वह दूसरों से प्यार और सिम्पैथी रखता है. अब आपके अदर की कौन सौ बादत जीतेगी इसका फैसला आपको खुद करना है. आपको दर नेगेटिा चीज से बाहर आना है, जो आपको पीछे की तरफ खींच रही है.
उन सभी के साथ हमारे प्रदर एक भावान भी होती है जो भावाज़ हमारे सैल्फ एस्रोम को गिराती रहती है. वो अावाज ये भी बताती है कि हमारे अंदर बहुत सी कमियां है अगर आपको लाइफ में सक्सेसफुल होना है तो आपको अपनी इस नेगेटिव आवाज को बंद करना होगा
अपनी वीकनेस को दूर करने के लिए हम आपको कुछ दिप देना चाहते हैं, जिस काम से आपको खुशी मिलती हो, आप ठो काम जरूर करिए, जब आप अपनी खुशी का काम कर रहे होंगे जब आप काफी कुछ सौश्व भी रहे
होंगे नई स्किल्स को सीने में अपने सायका इन्वेस्टमेंट जरूर करिए.
अगर आपको सक्सेसफुल माना है तो आज से बल्कि अभी से सिर्फ और सिर्फ सक्सेसफुल लोगों की ही एडवाइस सुनिए आपको बात लोग मिलेगे एडवाइस देने वाले, लेकिन आपको तय करना है कि जिसकी एडवाइस आप ले रहे हैं. उस दिन ने माफील ने क्या किया है? एडवाइस देने वाले की पर्सनालित को तोलिये आपको ऐसे कई लोग मिलेंगे जिन्होंने अपनी जिन्दगी में कुछ खास नहीं किया है लेकिन वो एडवाइत बाइट बने हैं और दूसरों कि गलतिया भी बहुत निकालते हैं ऐसे लोगों से दूर रहिये.
आपके अंदर जोनगेटिव फीस है, उससे सीखने की कोशिश करिए, आप उससे सीलने लगेगे तो आप अपने बेस्ट वान से निलंगे. आपका बेस्टन मोटिवेटेड ), निदादिल और मसलफुल होगा,
इस अध्याय में भाप म लोग आदतों के बारे में समझने वाले हैं जो आपके अदर एपे हुए रियल हीरों से आपको मिलवानी
पहला आदत युद्ध को चितर की तरह समझने की शुरुआत कर दीजिये
आपके सामने एक सिनुशान है. एक होटल में दो आदमी अलग-अलग टेबल में बैठे हार है पहला इंसान बेहरा झुकाए बाए, गुभ चाप उदासी में वेटर का तिजार कर रहा है दूसरा इसान मुस्कुराता हुआ वेटर से मजाक कर है. अब आते ई मेन सवाल पर, आपके दिसाय से चोनों व्यक्तियों में से अपनी जिंदगी से ज्यादा खुश कोन है। पहला आवमी डिप्रेशन में दिख रहा है. वहीं दूसरा आदमी ज्यादा खुश नहार आ रहा है. आसान भाषा में कें तो दूसरा इसा याहा विनर की तरह दिख रहाई.
अगर आपके मन में ये साल आया हो कि मुझे तो विनर वाली फीलिंग नहीं गा रही है? तो बया में एक्टिग कसा अगर एक्टिंग करवा भी हूं बो इसका वया फायदा?
अगर आप हसन की एक्टिंग भी करते हैं तो इसमें कोई बुराई नहीं है कह रिसर्च में ये बात निकलकर सामने आई है कि हमने में ईसान बेहतर बनता है. हमने की एक्टिा भी मच्छी है कहते हैं न कि फैडर दिल यू मैक आईटी. यानी जब तक आपको अगर अन्दर से विनर वाली फीलिंग नहीं जा रही है तो विनर वाली एक्टिंग करिय
दूसरी आयत यह है कि माप खुद से अच्छी बाते करिए आप अपने बारे में क्या सोचते है और कैसे बात करते हैं। ये बात काफी ज्याटा मैटर करता है, इमलिए हमेशा ये कहा गया है कि अपने बारे में पॉजिटिव बात करनी चाहिए
तीसरी आदत है कि आप अपने सोशल कल्चर को भी बेहतर बनाते रहिये कई स्टडीज में ये निकलकर सामने आया है कि इसान ज्यादातर अपने आसपास रहने वालों से ही सीखता है इसलिए हमेशा कोशिश करिए कि
आपके आसपास का माहौल पॉमिस्बिरसे ये कोसिस करिए कि आप अधिकतर पॉजिटिव लोगों की संगत से यह याद रखिये आप अपने आसपास के लोगों की एवरेजीते हो. तो निसरह के लोग माप के
आस पास होंगे आप भी वैसे ही बनोगे, जम सबके पास एक लाइफ स्टोरी होती है इसी लाइफ स्टोरी को हम लोगों को बताते भी है. माप वही है जो आप बताते हैं कि आम है कन्स्यूज मत तोमा, इसका मतलब है कि आप जो अपने बारे में सोचते हैं उसी
सर आप बन भी जाते हैं
ऊपर जी लाइफ स्टोरी की बात कही वो कई मायनों में उसी ताह होती है जैसी जिंदगी हमने जो चई होती है इसलिए लेखक बोलते हैं कि यै टू वै स्ट्रीट है जब भी हम खुद को कोई कहानी बताए तो काफी अवेयर होकर यताएं क्योंकि जैसी कहानी हम मुद को बताते हैं उसी तरह की लाइफ हम जनि वालो होते हैं. एक्साम्प्ता के लिए इस किताब के लेखक सायरस कोर कमी नहीं जानते अगर उन्होंने पद से ये नहीं कहा होता कि उन्हें सक्ससफुल होना है।
सबसे पहले जरूरी है कि आप खुद से कुछ सवाल करिए. ये सबाल कामी कठिन हो सकते हैं लेकिन अगर बामको सक्योराफुल इंसान की तरह जीवन जीना है तो आपको खुद सवाल करने ही होंगे.
आप खुट से पूछिए कि क्या आपके पास कोई अचीवमेर है। जिसके बारे में आप खुद को बता सके क्या भाप अपनी लाइफ बस बाले बनाने में बिता रहे और इन सब सवालों से आपकी आत्मा जागेगी.
खुद का आकलन करना बहुत ज्यादा मुश्किल होता है इसात को अंदर ही अवर कह जाग लड़नी पड़ता है, लेकिन आपको बता दे कि आप हो खुद के अवर बदलाव ला सकत है. खुट के भदर पाजाव गदलाव लाने का यही एक तरीका है कि भाप लुट में कठिन सवाल करना सौखें आगर आय खुट से कठिन सवाल करना मीख जञाएे तो आप अपने जौका में कुछ ना कुछ बेहतर कर ही लेंगे,
खुद के ऊपर भरोसा स्त्रिया इतना मरामा जितना आपका किसी के ऊपर ना हा दुनिया को जीतने का माहा आपके पास है देर है तो तस पडबानने की, इसलिए मारखी नजर का पता कर लाजियो
जीवन में नज़रिष्कम पैल भी काफी मादा होता है. उदाहरण के तौर पर आपले को ले सकते है उनको बचपन से ही बीमारी थी, जिसका नाम था ‘ADD यानी Attention Deficit Disorder. काफी लम्बे समय तक लेखक इस बीमारी में परेशान रहे वह कुछ भी याद नहीं रख पाते थे. उन्हें इंस्टन्स फॉलो करने में परेशानी होती थी यह किसी भी एक चीज पर टिक नहीं पाते थे. जह एफ बीज में दूसरी चीज पर फूल जाते ঐ, पिर लेखक की मुलाकात इस बीमारी के विशेष मेड लावेल से हुई हो लेखक को डाताया कि टडोडी काफी अच्छी चीन है ये ही लोगों को होती है जो काफी पेशोट और काही एक्टिव होते हैं. इसलिए उसको अपनी कमजोरी ना समरी बल्कि इसे अपनी ताकत बना लो, उसी दिन लेखक ने इसे अपनी ताकत बना लिया. उन्होंने इस बीमारी को सिर्फ देखने का नजरिया बदल लिया और उनकी पूरी दिलात का समाप्त हो
उसालए कहा भी गया है कि नजरिया बदलिए, पूरा बैल ही बदल जाता है. अपने जीवन को जीने का तरीका बदल दीजिये, जो चीजे आपको पीछे लेकर जाती हैं उन्हें प्रहचानिए और मागे दलित,
समय का सही उपयोग करना सीखिए
आपने कई बार सुना होगा कि हार्ड वर्क को हाई वर्क से ही सक्सेस मिलती है. ये बात सच है कि मिलिनियर काफी हाई वर्क करने के बाद ही उस गुकाग को हासिल करते हैं.
लेकिन, क्या मिलिनियर बस हाई वर्क से बनते हैं? इसका जवाब है नहीं, सिर्फ हाई वर्क मायने नहीं रखता है ये भी मायने नहीं रखता है कि मापने कितने घटे मेहनत की है मायने तो बस ये रखता है कि आपने अपने समय का सही इस्तेमाल किया है या नहीं मतलब जितनी टेर आपने काम किया है तो आपका कितना फोकस अपने काम के ऊपर था?
अपने समय को प्रोडविश्व बनाने की कोशिश करिए. इसी के साथ भापकी ये भी कोशिश रहनी चाहिए कि जितनी चीजें भी आपके जीवन में अनप्रोडक्टिव हों, उन्हें अभी बाहर निकालकर फेंक दीजिये.
समय को एक इन्वेस्टमेंट की तरह लीजिये ये भी सोचिये कि जब पैसों का इन्वेस्टमेंट करते हैं तो आपके दिमाग में बचा रहता है। क्या आप ज्यादा से ज्यादा रिटर्न के बारे में सोचते हैं। आरहा तो समय को लेकर ऐसा क्यों नहीं सोचते।
इसलिए ही कहा गया है कि टाइम से बड़ा इन्वेस्टमेंट कुछ नहीं होता है इसका सीधा सा मतलब ये है कि अपना ज्यादा
देंगे तो उसका सीधा असर आपके रेवेन्यु पर पड़ेगा.
ज्यादा समय आप काम पर लगाइए अगर आप ज्यादा से ज्यादा काम पर ध्यान
सबसे पहले आप ये समझाने की कोशिश करिए कि किस चीज़ पर समय लगाने से आपका बिजनेस बढ़ेगा. ये कोई क्रिएटिव स्किल भी हो सकती है. जिस भी चीज में समय टेने से आपका बिजनेस बड़े बस आपको उसी के ऊपर अपना ध्यान केन्द्रित करने की जरूरत है
हफ्ते भर की भाप टो लिस्ट भी तैयार कर सकते हैं. पहली लिस्ट का नाम भाप टू डू लिस्ट दीजिये. इसम वो सारे कम होंगे जो आपके बिजनेस के लिए ज़रूरी है. दूसरी लिस्ट का नाम भाप नॉट टू डू लिस्ट
दीजिये इस लिस्ट में वो काम होंगे जिन्हें आपको नहीं करना है. आज से ही आप सारे अनप्रोडक्टिव कामों से दूरी बनाना शुरु कर दीजिये
एक बार अगर आपने अनप्रोडविष्य कामों को बाहर का रास्ता दिखा दिया तो आप अपने लक्ष्य के प्रति फोकस्ड हो जाएगे, आप उस तरफ बढ़ जाएगै जहाँ से आपको पैसे और खुशियाँ दोनों मिलेंगी,
अब हम बात करेंगे सेल्फ कॉन्फिडेंस की क्या आपने कभी गौर किया है कि सफल लोगों के अंदर एक ऐसी कौन सी खूबी होती है? जो सभी के अंदर पायी जाती है चो खूबी का नाम है सेल्प कॉन्फिडेस.
सच्चाई के साथ युद्ध से एक सवाल करिए कि जब आपके पास सेल्फ कॉन्फिडेंस नहीं था तब क्या कभी आपने सक्सस पायी है? आपका जवाब होगा नहीं. आपको दिमाग पर जोर डालने के बाद भी कुछ याद नहीं आयेगा इसके पीछे का रीजन ये है कि बिना काफिडेस के आप किसी लड़की से डेट के लिए भी नहीं पूछ सकते हैं. आप खुट सोधिये कि अगर आपको मिलिनियर बनना है तो फिर कांफिडेंस की क्या वैल्यू है? ये इस किताब की तरह है जिसे पड़कर लड़के बोर्ड एगजाम को पास कर लो है.
अगर आप अपनी पर्सनालिटी में पहली कोई चीज जोड़ना चाहते हैं तो सबसे पहले सेल्फ कॉन्फिडेंस का एड करिए एक बार आपके अदर कॉन्फिटेंस आ गया तो इर अपने आपभाग जायेगा
एक बात याद रखिये कि आप कॉफिस को खरीदनहीं सकते हैं, इसलिए इसे टेवलप कसे की शुरुआत कर दीजिये, अपने अदर कॉन्किस के बीज को बौने का समय भा गया है. अब आपके मन में सवाल आया होगा कि अपने मदर कॉफिस के बीज को बोना पैसे है। इसका एक सिपल सार्मूला है. आप अपने जीवन में बसों को याद कर लीजिये ये 4 सी है-करेज, कर्मीटमेंट
केपाबिलिटी और कॉन्फिडेंस
चाला हम शुरुमाल करते हैं करेज सै. आपके अंदर कुछ भी नया करने की हिग्मत होनी चाहिए ये हिम्मत आएको सुद्ध से आप्णी. यही हिम्मत आपके अंदर कॉन्फिडेंस को जन्म दैगो अपने काफी जोन से बाहर निकाला एक बार अगर आपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलने का फैसला कर लिया तो समझ लीजिये कि आप सफलता के पास भी पहुंच गये हैं
दूसरी चीज है कमिटमेंट आपको हर काम के प्रति कमिटेड रहना होगा. ये काम भले ही आपकी रिलेशनशिप हो, या बिजनेस हो, आपको कमिटमेंट टेना पड़ेगा खुट को कि आपको भागना नहीं हैं. हर काम
को पूरा करने के लिए एक कमिटमेंट की जरूरत होती है यही कमिटमेंट आपके अटर के कॉन्फिडेंस को बड़ा करने में भी मटद करेगा,
अगला नबर आता है कपाबिलिटी का, इसका मतलब स्किल से है आपको पता होना चाहिए कि आपके टार्गेट के लिए आपके अदर कौन कौन सी स्किल होनी चाहिए अगर आपके अंदर कोई स्किल नहीं है तो उसे सीखने की ललक भी आपके अटर होती ही चाहिए अपनी स्किल या काबिलियत पर भरोसा रखिये यही भरोसा आपके कॉन्फिडेंस को और ज्यादा बेहतर बनाने में मदद भी कले वाला है.
ऊपर बनाई गई ा तीनों चीजों को मगर आपने जाम लिया तो मापके अपर कॉन्फिडेंस अपने आपा हो जाएगा तो फिर देर किस बात की, शुरु कीजिये अपने सफर की. अगले मिलिनेयर आपभी हो
सकते हैं,
चलिए आपको एक एक्सरसाइज बताते हैं. अगर आप भी अपने कॉन्फिडेस को बढ़ाना चाहते हैं. तो सबसे पहले एक पल उठाइयं एक कागज में लिखना शुरू करिए, उस कागज़ में आप आज तक की अपनी साी अवीवगेंट की लिस्ट बनायेंगे, इस लिस्ट में आपकी हर उस छोटी अचीवमेंट को शामिल करिए, जिस अचीवमेंट ने आपको प्राइड फ्रेलिंग दी हुई होगी. सवाल यह है कि इस एक्सरसाइज के बाट आपको कैसे पता चलेगा कि कॉन्फिडेंस को पैदा कैसे किया जाता है। इस आखिरी एक्सरसाइज़ से आपको पता चलेगा कि आपने जीवन में बहुत कुछ अवीव किया है. इन सब अवीवमेंट का क्रेडिट आप खुट को देना मत भूलिए इस एक्सरसाइज से आपको खुशी का अनुभव होगा खुशी कॉन्फिडेंस बहाने का बहुत अच्छा तरीका है.
कभी आप गोर करियेगा कि भाप जब दुखी रहते हैं तो आप क्या सोचते हैं? भोर जब खुश रहते हैं तो आप क्या सोचते है? आपको पता चलेगा कि जब आप खुश रहते हैं तो आपका कॉन्फिडेंस हाई रहता है उसी हाई कॉन्फिडेंस को आपकों स्टेबल करना है एक बार आपसे स्टेबल करना सीख गये तो समझ लीजिएगा कि मिलिनियर बनने के रास्ते में आप निकल चुके हैं.